क्या विजय दिवस और कारगिल विजय दिवस अलग है? जी हां, विजय दिवस और कारगिल विजय दिवस दो अलग दिवस है। इन दोनों दिवस को अलग-अलग उद्देश्यों के साथ मनाया जाता है।
विजय दिवस- भारत में हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। इस दिन को भारत में 16 दिसम्बर को 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के कारण मनाया जाता है। 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल नियाजी के कुल 93,000 सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया था।
कारगिल विजय दिवस- भारत में प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध हुआ था जो लगभग 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई के दिन उसका अंत हुआ और इसमें भारत विजय हुआ। कारगिल विजय दिवस युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों के सम्मान हेतु यह दिवस मनाया जाता है।
10 लाइनों में समझिए विजय दिवस के बारे में
1. 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारतीय सशस्त्र बलों की जीत का सम्मान करने के लिए हर साल भारत में 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है।
2. यह युद्ध पूर्वी पाकिस्तान में इस्लामाबाद सरकार के ख़िलाफ़ विद्रोह के कारण शुरू हुआ था। पाकिस्तानी सेनाएं पूर्वी पाकिस्तान में बंगालियों और अल्पसंख्यक हिंदू आबादी पर अत्याचार कर रही थीं।
3. अनुमान है कि इस अत्यचार में पाकिस्तानी सेना द्वारा लगभग 300,000-500,000 नागरिक मारे गए थे, हालांकि बांग्लादेश सरकार यह आंकड़ा 30 लाख बताती है।
4. तब पूर्व भारतीय प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान को सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया। उन्होंने पूर्वी पाकिस्तान से भागे लोगों को शरण देने का फैसला किया।
5. 1971 का भारत-पाकिस्तान युद्ध कैसे शुरू हुआ? युद्ध तब शुरू हुआ जब पाकिस्तान ने 3 दिसंबर, 1971 को 11 भारतीय एयरबेस पर हवाई हमले किए।
6. जिसके बाद पहली बार शायद भारत की तीनों सेनाएं एकजुट होकर लड़ीं। बदले में, गांधी ने सेना प्रमुख जनरल सैम मानेकशॉ को पड़ोसी के खिलाफ पूर्ण पैमाने पर युद्ध शुरू करने का आदेश दिया।
7. युद्ध के परिणामस्वरूप बांग्लादेश का जन्म हुआ, जो उस समय पूर्वी पाकिस्तान था।
8. यह दिन बांग्लादेश में 'बिजॉय डिबोस' के रूप में भी मनाया जाता है, जो पाकिस्तान से देश की औपचारिक स्वतंत्रता का प्रतीक है।
9. 16 दिसंबर को युद्ध की समाप्ति तक भारत ने 93,000 युद्धबंदियों को बंदी बना लिया था। युद्ध के आठ महीने बाद, अगस्त 1972 में, भारत और पाकिस्तान ने शिमला समझौता किया।
10. समझौते के तहत, भारत 93,000 पाकिस्तानी युद्धबंदियों को रिहा करने पर सहमत हुआ। बाद में कश्मीर पर पाकिस्तान के साथ भारत के संघर्ष पर बातचीत में विफल रहने के कारण इस समझौते की आलोचना की गई। आलोचकों ने कहा था कि भारत अपनी राह पाने के लिए पाकिस्तानी सैनिकों को बातचीत के साधन के रूप में रोक सकता था।
10 लाइनों में समझिए कारगिल विजय दिवस के बारे में
1) 1999 में कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की ऐतिहासिक जीत की याद में हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है।
2) यह युद्ध पाकिस्तान के नापाक इरादों और हरकतों के कारण शुरू हुआ।
3) इस युद्ध में लगभग 2 लाख भारतीय सैनिकों ने भाग लिया था।
4) जिसमें की 527 से अधिक भारतीय सैनिक शहीद हुए और 1300 से अधिक घायल हुए।
5) यह युद्ध 1999 में 8 मई से 26 जुलाई तक चला जब भारत ने ऑपरेशन विजय को सफलतापूर्वक पूरा किया।
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6) कारगिल युद्ध में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ मिग-27 और मिग-29 का भी इस्तेमाल किया था।
7) भारतीय सेना ने "ऑपरेशन विजय" के एक भाग के रूप में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के भारतीय हिस्से पर टाइगर हिल और अन्य चौकियों पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले पाकिस्तानी घुसपैठियों को सफलतापूर्वक खदेड़ दिया।
8) जिसके बाद 14 जुलाई को तत्कालीन प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ऑपरेशन विजय की सफलता की।
9) कारगिल युद्ध 26 जुलाई 1999 को भारत की जीत के साथ समाप्त हुआ था।
10) जिसके बाद से हर साल भारत में 26 जुलाई को कारगिल युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है।