Who is the Current Prime Minister Of Nepal? नेपाल के वर्तमान प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली है, जिन्हें 15 July 2024 को नेपाल के पीएप पद पर नियुक्त किया गया है। पीएम के. पी. शर्मा ओली का पूरा नाम खड्ग प्रसाद शर्मा ओली है।
के. पी. शर्मा ओली का जन्म 22 फरवरी 1952 को नेपाल के तेह्रथुम जिले के इवा गांव में हुआ था। वे एक साधारण कृषक परिवार से आते हैं। उनका प्रारंभिक जीवन कठिनाइयों से भरा था, क्योंकि उन्होंने कम उम्र में ही अपने माता-पिता को खो दिया था। इसके बावजूद, उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की और राजनीतिक गतिविधियों में शामिल हो गए।
राजनीतिक करियर की शुरुआत
ओली ने 1966 में नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) में शामिल होकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उन्होंने 1970 के दशक में पार्टी के भीतर विभिन्न भूमिगत आंदोलनों में सक्रिय भाग लिया। 1973 में, ओली को नेपाल की तत्कालीन पंचायती व्यवस्था के खिलाफ गतिविधियों के लिए गिरफ्तार कर लिया गया और उन्होंने 14 साल जेल में बिताए। जेल में रहते हुए भी, उन्होंने पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाई और अपने विचारों को मजबूती से व्यक्त किया।
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) और यूएमएल का उदय
जेल से रिहा होने के बाद, ओली ने नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1991 में, उन्होंने और उनके सहयोगियों ने नेकपा (एमएल) और नेकपा (मार्क्सवादी) के विलय से नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी), जिसे नेकपा (यूएमएल) भी कहा जाता है, का गठन किया। इस नई पार्टी ने नेपाली राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और ओली इसके प्रमुख नेताओं में से एक बने।
सांसद और मंत्री के रूप में कार्यकाल
ओली ने 1991 में झापा जिले से प्रतिनिधि सभा के सदस्य के रूप में चुनाव जीता। इसके बाद वे 1999 और 2008 में भी इसी क्षेत्र से चुने गए। 1994 में, वे गृह मंत्री बने और अपने कार्यकाल में उन्होंने विभिन्न प्रशासनिक सुधार किए। 2006 में, ओली विदेश मंत्री बने और नेपाल के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल
ओली पहली बार 11 अक्टूबर 2015 को नेपाल के प्रधानमंत्री बने। उनका यह कार्यकाल नेपाल के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि इसी दौरान नेपाल ने नया संविधान अपनाया। ओली ने संविधान के सफल कार्यान्वयन के लिए काम किया और देश में राजनीतिक स्थिरता लाने की कोशिश की। हालांकि, विभिन्न विवादों और राजनीतिक दबावों के कारण, उन्हें 2016 में इस्तीफा देना पड़ा।
दूसरी बार, ओली 15 फरवरी 2018 को प्रधानमंत्री बने। इस बार, वे नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के समर्थन से प्रधानमंत्री बने, जो नेकपा (यूएमएल) और नेकपा (माओवादी केंद्र) के विलय से बनी थी। उनके नेतृत्व में सरकार ने विभिन्न विकास परियोजनाओं और आर्थिक सुधारों को प्राथमिकता दी।
प्रमुख नीतियां और उपलब्धियां
ओली की नीतियां मुख्य रूप से विकास और आर्थिक सुधारों पर केंद्रित रहीं। उन्होंने देश की बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य, शिक्षा, और सामाजिक सुधारों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी प्रमुख उपलब्धियाँ निम्नलिखित हैं:
- बुनियादी ढांचा विकास: ओली की सरकार ने विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को प्राथमिकता दी, जिनमें सड़कों, पुलों, और जल परियोजनाओं का विकास शामिल है। उन्होंने 'मेगा प्रोजेक्ट' योजना के तहत विभिन्न बड़ी परियोजनाओं की शुरुआत की।
- विद्युत उत्पादन: ओली सरकार ने विद्युत उत्पादन को बढ़ाने के लिए विभिन्न हाइड्रोपावर परियोजनाओं को प्रोत्साहित किया। उन्होंने नेपाल को बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा।
- विदेश नीति: ओली ने नेपाल की विदेश नीति में महत्वपूर्ण बदलाव किए और भारत तथा चीन के साथ संबंधों को संतुलित करने की कोशिश की। उन्होंने चीन के साथ कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) शामिल है।
- स्वास्थ्य और शिक्षा: ओली सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्रों में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू कीं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता बढ़ाने और शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए काम किया।
चुनौतियां और विवाद
ओली के कार्यकाल में कई चुनौतियाँ और विवाद भी सामने आए। उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और उन्होंने राजनीतिक विरोधियों के साथ विवादों का सामना किया। 2020 में, ओली ने संसद को भंग कर दिया, जिससे देश में राजनीतिक अस्थिरता उत्पन्न हुई। इसके बाद, नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने संसद को बहाल करने का आदेश दिया, जिससे ओली की सरकार को संकट का सामना करना पड़ा।
व्यक्तिगत जीवन
के. पी. शर्मा ओली का व्यक्तिगत जीवन सरल और सादगीपूर्ण है। उनका विवाह राधिका शाक्य से हुआ है और उनके कोई संतान नहीं है। ओली को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने इन कठिनाइयों का डटकर मुकाबला किया और अपने कर्तव्यों को निभाया।
के. पी. शर्मा ओली का राजनीतिक करियर दृढ़ता, साहस, और नेतृत्व का प्रतीक है। उन्होंने कठिनाइयों के बावजूद नेपाल की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके नेतृत्व में, नेपाल ने विकास और आर्थिक सुधारों की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। ओली का राजनीतिक सफर उनकी संघर्षशीलता और देशभक्ति का प्रतीक है। उनके योगदान को नेपाल के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।
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