डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन इंग्लिश 2 से 6 साल तक की अवधि का कोर्स है। पीएचडी इन इंग्लिश एक शोध आधारित डॉक्टरेट स्तर का कोर्स है जो कि छात्रों को अंग्रेजी से संबंधित विषयों का ज्ञान प्रदान करता है। इस कोर्स को पूरा करने वाले उम्मीदवारों को संपादकीय पदों, लेखकत्व, प्रतिलिपि संपादकों और उच्च पदों पर काम करने का मौका मिलता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन इंग्लिश से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर इंग्लिश में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में इंग्लिश में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन इंग्लिश
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 से 5 साल तक
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम + इंट्रव्यू
• कोर्स फीस- 2 हजार से 1.25 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 4 से 8 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- बड़े प्रकाशन गृहों के लिए संपादकीय सहायक, विज्ञापन एजेंसी कॉपीराइटर, जनसंपर्क अधिकारी, लेखक आदि।
• जॉब फिल्ड- एचसीएल, आईबीएम, टाटा कंसल्टेंसी, एडोब, केपीएमजी कंपनियां, एचपी, लेनोवो, इंडियाटाइम्स, हिंदुस्तान टाइम्स, ज़ी न्यूज, सीएनएन, आईबीएन 7, दिल्ली विश्वविद्यालय आदि।
पीएचडी इन इंग्लिश: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास इंग्लिश से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एम.फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन इंग्लिश में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 60% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी इन इंग्लिश: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी इन इंग्लिश कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन इंग्लिश के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी इन इंग्लिश में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन इंग्लिश के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी नेट, सीएसआईआर यूजीसी नेट, गेट, सेट, आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर इंग्लिश का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन इंग्लिश: सिलेबस
पेपर 1: रिसर्च मैथेडलॉजी
- रिसर्च: नेचर एंड फंक्शन
- एरर, एविडेंस एंड ट्रुथ
- प्रॉब्लम्स ऑफ ऑथरशिप
- लिटरेचर रिव्यू: नेसेसिटी, मेथड्स एंड यूटिलाइजेशन
- सिलेक्टिंग एंड लिमिटिंग द टॉपिक
- डेवलेपमेंट ऑफ गोल्स एंड थ्योरी (मिनिंग, इम्पोर्टेंश- टाइप- सोर्स- केरेक्टरस्टिक्स- फॉर्म- डिफिक्लटी इन फॉरम्यूलेशन- टेस्टिंग)
- डेटा: क्लासिफिकेशन, टेबुलेशन, प्रेजेंटेशन एंड एनालिसिस
- डिसर्टेशन/ थिसिस
- ए स्कॉलर एंड ए क्रिटिक: वोकेशन
- टाइप ऑफ लिटरेरी रिसर्च
- टेक्सचुएल स्टडी एंड द रिसर्च फॉर ऑथरनेटिव टेक्ट
- सर्च ऑफ ऑरिजिन
- रिसर्च डिजाइन
- मेकिंग नोट्स
- डाटा कलेक्शन: प्रोसेस, सोर्स, टाइप एंड टूल्स
- ऑफरिंग सजेशन एंड रिकमेंडेशन
पेपर 2 इंग्लिश लैंगुएज एंड लिटरेचर
पेपर 3 ट्रांसलेशन
पेपर 4 डिसर्टेशन
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन इंग्लिश: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- लोयोला कॉलेज चेन्नई- फीस 6,000
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी कॉलेज बैंगलोर- फीस 35,000
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कॉलेज- फीस 85,000
- प्रेसीडेंसी कॉलेज चेन्नई- फीस 5,000
- निम्स यूनिवर्सिटी कॉलेज जयपुर- फीस 1,41,000
- वनस्थली विद्यापीठ जयपुर- फीस 1,44,500
- प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी कॉलेज कोलकाता- फीस 14,500
- कलिंग औद्योगिक प्रौद्योगिकी संस्थान (केआईआईटी) भुवनेश्वर- फीस 75,000
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर- फीस 64,050
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भुवनेश्वर- फीस 31,568
पीएचडी इन इंग्लिश: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- हेड ऑफ डिपार्टमेंट इंग्लिश- सैलरी 13 लाख
- मूवी क्रीटिक- सैलरी 5 लाख
- कंटेंट राइटर- सैलरी 6 लाख
- कॉपी एडिटर- सैलरी 7 लाख
- टेक्नीकल राइटर- सैलरी 9 लाख