Speech on Gandhi Jayanti 2024: देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्म जयंती के उपलक्ष्य पर हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है। 2 अक्टूबर गांधी जयंती को पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश होता है। इस दिन स्कूल, कॉलेज, संस्थान और कार्यालयों में भी हॉलिडे होता है। सभी संस्थानों में गांधी जयंती के अवसर पर विभिन्न प्रकार की गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
हमारे देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर हमें स्वतंत्रता दिलाई। उन्होंने हर कीमत पर सत्य, अहिंसा और त्याग का रास्ता अपनाए रखा। बच्चों के लिए गांधी जी का जीवन बहुत प्रेरणादायक है, क्योंकि उन्होंने अपने कार्यों और आदर्शों से हमें सच्चाई और ईमानदारी की राह पर चलने के संदेश दिये हैं।
आमतौर पर महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर स्कूलों, कॉलेजों समेत अन्य शिक्षण संस्थानों में कई प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। खासतौर पर स्कूलों एवं विद्यालयों में छात्र-छात्राओं द्वारा गांधी जयंती पर भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। गांधी जयंती पर भाषण प्रतियोगिताओं की बेहतर तैयारी के लिए यहां हम कक्षा 2 और कक्षा 4 के बच्चों के लिए तीन अलग-अलग भाषण प्रस्तुत कर रहे हैं। यदि आप भी गांधी जयंती पर भाषण (gandhi jayanti speech in hindi language) प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने जा रहे हैं या हिस्सा लेने का सोच रहे हैं तो घबराइए नहीं, यहां दिये गये गांधी जयंती पर भाषण प्रारूपों में मदद ले सकते हैं और अपने गांधी जयंती पर स्पीच को और अच्छा बना सकते हैं।
गांधी जयंती पर भाषण कैसे तैयार करें? Speech on Gandhi Jayanti in Hindi
छात्रों की सहायता के लिए यहां तीन भाषण प्रारूपों के माध्यम से गांधी जयंती पर भाषण प्रस्तुत किये जा रहे हैं। यहां दिए गए गांधी जयंती पर भाषण के माध्यम से छात्र उनके जीवन, उनके विचारों और आजादी के लिए उनके योगदान के बारे में आसानी से समझ सकते हैं। यहां दिये गये गांधी जयंती पर भाषण प्रारूप से संदर्भ लेकर अपने भाषण के बिंदुओं के साथ जोड़ सकते हैं।
100 शब्दों में गांधी जयंती पर भाषण
नमस्ते,
मेरे नाम उज्ज्वल है। आज मैं महात्मा गांधी जी के बारे में कुछ बोलने के लिए यहां उपस्थित हुआ हूं। गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उन्हें प्यार से "बापू" भी कहा जाता है। राष्ट्र के प्रति और देश को आजादी दिलाने के लिए उन्होंने अहिंसा के पथ को चुना था। उन्हें "राष्ट्रपिता" भी कहा जाता है। वे सत्य और अहिंसा के समर्थक थे। उन्होंने भारत को स्वतंत्र कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गांधी जी ने हमें सिखाया कि हमें हमेशा सच्चाई का साथ देना चाहिये। वे सादगी से जीवन जीने में विश्वास करते थे। हमें उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिये और अपने जीवन में सच्चाई और ईमानदारी को अपनाना चाहिये।
धन्यवाद!
200 शब्दों में गांधी जयंती पर भाषण
नमस्ते,
यहां उपस्थित सभी को मेरा नमस्कार। मेरा नाम अनुप्रिया है और आज मैं महात्मा गांधी जी के बारे में कुछ शब्द बोलना चाहती हूं। महात्मा गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। गांधी जी को लोग 'बापू' और 'राष्ट्रपिता' के नाम से भी पुकारते हैं। गांधी जी ने हमें सत्य और अहिंसा का महत्व सिखाया। वे हमेशा सत्य के मार्ग पर चलते रहें और दूसरों को भी यही सिखाया।
गांधी जी का जीवन बहुत सरल और प्रेरणादायक था। उन्होंने भारत को अंग्रेजों से आज़ादी दिलाने के लिए कई आंदोलन किए। इनमें असहयोग आंदोलन और नमक सत्याग्रह शामिल हैं। वे कभी हिंसा का समर्थन नहीं करते थे और हमेशा शांति से अपनी बात मनवाते थे।
गांधी जी ने हमें सिखाया कि हमें अपने जीवन में सच्चाई का पालन करना चाहिये और कभी झूठ नहीं बोलना चाहिये। हमें उनके आदर्शों का पालन करना चाहिये और अपने देश को महान बनाना चाहिये। आइए हम सब गांधी जी के विचारों को अपने जीवन में अपनाएं और एक अच्छे नागरिक बनें।
धन्यवाद!
300 शब्दों में गांधी जयंती पर भाषण
सभी आदरणीय अध्यापकगण और मेरे प्यारे मित्रों को मेरा नमस्कार।
मेरा नाम अंकुश है और आज मैं महात्मा गांधी जी के बारे में अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए उपस्थित हुआ हूं। महात्मा गांधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था और उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। गांधी जी को लोग प्यार से बापू कह कर बुलाते थे।
गांधी जी ने अपना जीवन सादगी से बिताया और हमेशा सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलें। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए अनेक आंदोलनों का नेतृत्व किया। उनके प्रमुख आंदोलनों में असहयोग आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन और नमक सत्याग्रह शामिल हैं। गांधी जी का मानना था कि अहिंसा से बड़ी कोई ताकत नहीं होती। उन्होंने हर किसी को सिखाया कि हमें बिना हिंसा के भी अपनी लड़ाई लड़ सकते हैं और जीत सकते हैं।
गांधी जी का जीवन हम सभी के लिए एक आदर्श है। उन्होंने न केवल स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई, बल्कि समाज में व्याप्त बुराइयों के खिलाफ भी आवाज उठाई। वे हमेशा गरीबों और असहायों की मदद के लिए तत्पर रहते थे।
गांधी जी का सपना था कि हर भारतीय स्वतंत्रता का आनंद ले और समानता का अधिकार पाए। हमें उनके दिखाए रास्ते पर चलना चाहिये और अपने जीवन में सच्चाई, ईमानदारी और अहिंसा को अपनाना चाहिये। उनके विचार आज भी हमें प्रेरित करते हैं। आइए, इस गांधी जयंती पर हम संकल्प लें कि हम उनके आदर्शों का पालन करेंगे और अपने देश को शांति और सद्भाव का प्रतीक बनायेंगे।
धन्यवाद!