पीएचडी इन फिलॉसफी एक शोध आधारित 3 से 6 साल तक की अवधि का डॉक्टरेट स्तर का कोर्स है जो कि केवल फुल टाइम मोड़ से ही किया जा सकता है। इस कोर्स में विशिष्ट अनुसंधान विकास, सांख्यिकीय, डेटा विश्लेषण, समस्या-समाधान, आदि के बारे में छात्रों को ज्ञान प्रदान किया जाता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन फिलॉसफी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर फिलॉसफी में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में फिलॉसफी में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन फिलॉसफी
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 से 6 साल तक
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 50,000 से 5,00,000 तक
• अवरेज सैलरी- 10 से 20 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- वरिष्ठ अनुसंधान एवं विकास प्रबंधक, सहायक प्रोफेसर, शैक्षिक विभाग के प्रमुख, दार्शनिक / साहित्य शोधकर्ता, राजनीतिक सलाहकार, आदि।
• जॉब फील्ड- अनुसंधान, शिक्षा, साहित्य, कानून, बैंकिंग, सिविल सेवा, व्यवसाय और विज्ञान, विश्लेषक, पीआर या राजनीति। संचार, प्रकाशन, मानव संसाधन, और विज्ञापन, आदि।
पीएचडी इन फिलॉसफी: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास फिलॉसफी से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एम.फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन फिलॉसफी में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 50% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी इन फिलॉसफी: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी इन फिलॉसफी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन फिलॉसफी के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी इन फिलॉसफी में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन फिलॉसफी के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी नेट, सीएसआईआर नेट, जेएनयूईई जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर फिलॉसफी का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन फिलॉसफी: सिलेबस
पेपर I (अनुसंधान)
- अनुसंधान पद्धति का परिचय
- साहित्य सर्वेक्षण
- डेटा संग्रह और संगठन
- थीसिस तैयारी के सिद्धांत
- अनुसंधान उपकरण और अध्ययन
पेपर II (वैकल्पिक)
- ज्ञान का सिद्धांत
- विज्ञान के दर्शन में एडवांस कोर्स
- औपचारिक तरीकों में एडवांस कोर्स
- सांख्यिकी का दर्शन
- कंप्यूटर का दर्शन और सूचना विज्ञान
- निर्णय सिद्धांत
- गणित का दर्शन
- मूल्य सिद्धांत
- भाषा का दर्शन
- दार्शनिक सौंदर्यशास्त्र
- कला प्रौद्योगिकी
- दार्शनिक ग्रंथों में महत्वपूर्ण पठन
- राजनीति मीमांसा
- पर्यावरण दर्शन
- भाषा का दर्शन
- सामाजिक विज्ञान का दर्शन
पेपर III वैकल्पिक (भारतीय दार्शनिक अध्ययन)
- नागार्जुन- मुलमाध्यामिककारिका
- पहले चार सूत्रों पर शंकर की टीका
- ईश्वर कृष्ण- सांख्य कारिका
- कार्वाक- लोकायत,
- जैन- पंचस्तिकासर
- प्रारंभिक बौद्ध धर्म
- ज्ञान का न्याय सिद्धांत
- वैसिका सूत्र:
- पहली और आखिरी आज़ादी
- भारतीय चिंतन में कारण और परंपरा
- भारतीय दर्शनशास्त्र अध्यायों में नए परिप्रेक्ष्य
पेपर IV वैकल्पिक (पश्चिमी दार्शनिक अध्ययन)
- कांट- शुद्ध कारण की आलोचना
- प्लेटो
- विट्गेन्स्टाइन- दार्शनिक अन्वेषण
- मानव प्रकृति पुस्तक का एक ग्रंथ
- तार्किक परमाणुवाद
- दर्शनशास्त्र की कुछ मुख्य समस्याएं
- शब्दों के उपयोग का तरीका
- मन की अवधारणा
- 'स्वतंत्रता और आक्रोश' और अन्य निबंध
- अस्तित्व और शून्यता
- अस्तित्व और समय
पेपर V (अनिवार्य)
- थीसिस प्रस्तुति
- वाइवा-वोक
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन फिलॉसफी: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर- फीस 64,050
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली- फीस 1,381
- जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता- फीस 30,000
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इंदौर- फीस 70,900
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बीएचयू, वाराणसी- फीस 46,815
- कलकत्ता विश्वविद्यालय कोलकाता- फीस 4,400
- दिल्ली विश्वविद्यालय- फीस 24,000
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गांधीनगर- फीस 48,500
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़- फीस 9,285
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़- फीस 85,000
पीएचडी इन फिलॉसफी: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- असिस्टेंट प्रोफेसर- सैलरी 4 लाख
- लिटरेचर रिसर्चर- सैलरी 5 लाख
- ह्यूमन सर्विस वर्कर- सैलरी 4 लाख
- नोवलिस्ट/राइटर- सैलरी 6 लाख
- जर्नलिस्ट एडिटर- सैलरी 12 लाख
- क्रिटिक- सैलरी 7 लाख