डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट 3 से 6 साल तक की अवधि का फुल टाइम कोर्स है। पीएचडी कॉमर्स एंड मैनेजमेंट मूल रूप से एक डॉक्टरेट लेवल की डिग्री है जो छात्रों को व्यवसाय और प्रबंधन की बुनियादी बातों का गहन ज्ञान प्रदान करती है। इस कोर्स का उद्देश्य रिसर्च के माध्यम से वाणिज्य, प्रबंधन और संबंधित विषयों को विकास की ओर बढ़ावा देना है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर कॉमर्स एंड मैनेजमेंट में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में कॉमर्स एंड मैनेजमेंट में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 से 6 साल तक
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम या मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 30,000 से 3 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 6 लाख से 40 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- बिजनेस एनालिस्ट, सीएफओ, सीईओ, फाइनेंस मैनेजर आदि।
पीएचडी इन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास कॉमर्स एंड मैनेजमेंट से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एम.फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंक की छूट मिलती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
• उम्मीदवार के पास कम से कम संबंधित क्षेत्र में 4 साल का कार्य अनुभव होना चाहिए।
पीएचडी इन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी कॉमर्स एंड मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी कॉमर्स एंड मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस नेट/ डीईटी बीएचयू एंट्रेंस एग्जाम आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर कॉमर्स एंड मैनेजमेंट का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट: सिलेबस
- रिसर्च मेथेडलॉजी
- क्रीएटिव थिंकिंग एंड डिजाइन इनोवेशन
- फंडामेंटल्स ऑफ मैनेजमेंट इन बिजनेस
- प्रिंसिप्लस ऑफ मैनेजमेंट
- ऑर्गेनाइजेशनल बिहैवियर
- मार्केटिंग एंड ऑपरेशन मैनेजमेंट
- ह्यूमन रिसोर्स एंड बिजनेस एथिक्स
- प्रोजेक्ट वर्क
- डिसर्टेशन/ सेमिनार/ रिसर्च थिसिस
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी प्रति वर्ष फीस
- कालीकट विश्वविद्यालय- फीस 7,730
- करियर प्वाइंट यूनिवर्सिटी- फीस 1,22,000
- मंगलायतन विश्वविद्यालय, आईबीएम- फीस 90,000
- अमृता कला और विज्ञान स्कूल- फीस 31,000
- मणिपाल विश्वविद्यालय- फीस 36,000
- एपेक्स यूनिवर्सिटी- फीस 1,02,000
- एसआरएम विश्वविद्यालय- फीस 16,000
- प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय- फीस 1,01,600
- अल-फलाह विश्वविद्यालय- फीस 1,50,000
- पश्चिम बंगाल राज्य विश्वविद्यालय- फीस 12,500
- कलिंग विश्वविद्यालय- फीस 3,52,000
पीएचडी इन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर- सैलरी 29 से 30 लाख तक
- बिजनेस एनालिस्ट- सैलरी 5 से 6 लाख तक
- फाइनेंस मैनेजर- सैलरी 9 से 10 लाख तक
- बिजनेस डेवलेपमेंट मैनेजर- सैलरी 5 से 6 लाख तक
- चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर- सैलरी 30 से 40 लाख तक
- अकाउंट एग्जीक्यूटिव- सैलरी 3 से 4 लाख तक
- कंपनी सेक्रेटरी- सैलरी 4 से 12 लाख तक