सूचना प्रोद्योगिकी या इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी आज के समय में सबसे महत्वपूर्ण है। इससे सभी प्रकार के डाटा संबंधित सूचना आदि की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। ये मुख्य तौर पर डाटा को स्टोर करना, पुनः प्राप्त करने, निर्माण करने और उसके प्रोसेस के बारे में है। सूचना प्रोद्योगिकी मुख्य रूप से कंप्यूटर प्रणाली का एक हिस्सा है। जिसके माध्यम से ऊपर दिए गए निम्मिलिखत कार्य किए जाते हैं। इसमें सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर आदि की जानकारी भी शामिल है।
समय के साथ-साथ इस क्षेत्र में तेजी से गति आ रही है और इस गति के कारण कोर्स करने वाले छात्रों के लिए रोजगार के अवसर भी और अधिक बढ़ते जा रहे हैं। सूचना प्रोद्योगिकी कोर्स में बीटेक (इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी कोर्स) छात्र कक्षा 12वीं के बाद कर सकते हैं। ये कोर्स मुख्य तौर पर साइंस के छात्रों के लिए है। आइए आपको कोर्स से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दें।
सूचना प्रोद्योगिकि में बीई कोर्स
बीई इन इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी कोर्स 4 साल की अवधि का कोर्स है। इस कोर्स को छात्रों के लिए आसान बनाने के लिए सेमेस्टर सिस्टमे के अनुसार डिजाइन किया गया है और उसके अनुसार ही सिलेबस को भी बांटा गया है। कोर्स पूरा कर छात्रों के पास इस क्षेत्र में कई रोजगार के अवसर होते हैं जिसमें कार्य कर वह सालाना 1.5 लाख रुपये से 6 लाख रुपये तक आराम से कमा सकते हैं। इसके अलावा छात्र कोर्स पूरा कर उच्च शिक्षा के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। करियर ऑप्शन से संबंधित जानकारी छात्रों के लिए लेख में नीचे विस्तार से दी गई है।
सूचना प्रोद्योगिकि में बीई कोर्स योग्यता
- कोर्स के लिए आवेदन केवल कक्षा 12वीं में पढ़ रहा छात्र या 12वीं पास कर चुका छात्र ही आवेदन कर सकता है।
- प्रवेश के लिए छात्रों को कक्षा 12वीं में कम से कम 55 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता है।
- जो छात्र आरक्षित श्रेणी में आते हैं उन्हें उनके सरकारी द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार अंक प्रतिशत में कुछ प्रतिशत अंकों की छूट प्रदान की जाएगी। मुख्य तौर पर 5 प्रतिशत अंकों की छूट दी जाती है।
- प्रवेश के लिए आयु सीमा 17 से 23 वर्ष की तय की गई है।
- डिप्लोमा कोर्स करने वाले छात्र कोर्स में लेटरल एंट्री के माध्यम से प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं।
- जेईई प्रेवश परीक्षा के लिए छात्रों को न केवल अच्छी एआईआर रैंक बल्कि कक्षा 12वीं में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करने भी अनिवार्य है। (एनटीए द्वारा जारी सूचना के अनुसार)
- हर प्रवेश परीक्षा और संस्थान की अपनी योग्यता होती है, जिसके बारे में छात्रों को जानना आवश्यक है।
सूचना प्रोद्योगिकि में बीई कोर्स के प्रकार
इंजीनियरिंग के कुछ कोर्स में प्रवेश मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के आधार पर प्राप्त कियाजा सकता है वहीं कई कोर्स ऐसे हैं जिसमें प्रवेश केवल प्रवेश परीक्षा के माध्यम से लिया जा सकता है। लेकिन जो छात्र सूचना प्रोद्योगिकि में बीटेक करने की इच्छा रखते हैं उनके लिए अच्छी बात ये हैं कि इस कोर्स में प्रवेश मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के आधार पर लिया जा सकता है।
मेरिट के आधार पर प्रवेश छात्रों के 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर दिया जाता है। इसका सीधा अर्थ ये है कि छात्रों को कश्रा 12वीं में अच्छा प्रदर्शन करना होगा, यदि उन्हें मेरिट के आधार पर कोर्स में प्रवेश प्राप्त करना है तो। छात्रों द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर संस्थानों द्वारा मेरिट या कट ऑफ लिस्ट निकाली जाती है जिसके आधार पर प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की जाती है।
प्रवेश परीक्षा के आधार पर प्रवेश लेने वाले छात्रों को बता दें की भारत में तीन स्तरों पर प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
1. राष्ट्रीय स्तर
2. राज्य स्तर
3. संस्थान स्तर
इन तीनों स्तर पर आयोजित होने वाली परीक्षा में शामिल होकर छात्रों को अच्छा स्कोर प्राप्त करना होता है उसके बाद काउंसलिंग/इंटरव्यू के आदार पर छात्रों को सीट अलॉट की जाती है। जिसके अनुसार उन्हें प्रवेश प्रक्रिया पूरी करनी होती है।
टॉप प्रवेश परीक्षा की लिस्ट
1. जेईई मेंस और जेईई एडवांस
2. डब्ल्यूबीजेईई
3. बीआईटीएस
4. एआईईईई
5. केआईटीईई
6. एमएचटी सीईटी
सूचना प्रोद्योगिकि में बीई कोर्स के लिए टॉप कॉलेज की सूची और फीस
चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी चंडीगढ़ - 55,850/-
एडीआईटी विद्यानगर - 76,500/-
बिट्स रांची - 1,80,095/-
आदित्य इंजीनियरिंग कॉलेज बीड - 55,500/-
नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली - 61,750/-
आईआईटी हावड़ा - 70,000/-
जादवपुर विश्वविद्यालय जादवपुर - 2,7450/-
आरवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग बैंगलोर - 76,750/-
बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग बैंगलोर - 85,000/-
पीईएस यूनिवर्सिटी बैंगलोर - 2,80,000/-
टॉप आईआईटी और एनआईटी कॉलेज
आईआईटी रुड़की
आईआईटी कानपुर
आईआईटी त्रिची
आईआईटी बॉम्बे
एनआईटी सुरथकल
सूचना प्रोद्योगिति में बीई कोर्स का सिलेबस
छात्रों की सहायता के लिए 4 साल की अवधि के इस कोर्स का वार्षिक सिलेबस कुछ इस प्रकार है-
प्रथम वर्ष का सिलेबस
फिजिक्स 1
मैथमेटिक्स 1
इंजीनियरिंग मैकेनिक्स
इलेक्ट्रिकल सर्किट
बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स
इंट्रोडक्शन टू प्रोग्रामिंग
डाटा स्ट्रक्चर्स एंड एल्गोरिथम्स
मैथमेटिक्स 2
फिजिक्स 2
डिजिटल लॉजिक एंड सर्किट
इलेक्ट्रिकल मेजरमेंट
कम्युनिकेटिव इंग्लिश
प्रैक्टिकल
द्वितीय वर्ष का सिलेबस
मैथमेटिक्स 3
डीबीएमएस
ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्राम
कंप्यूटर ग्राफिक
प्रिंसिपल ऑफ कम्युनिकेशन
कंप्यूटर आर्किटेक्चर
ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड सिस्टम
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
कंप्यूटर नेटवर्क्स
माइक्रोप्रोसेसर
मैथमेटिक्स 4
न्यूमेरिकल मैथर्ड एंड ऑप्टिमाइजेशन टेक्निक
प्रैक्टिकल
तृतीय वर्ष का सिलेबस
वायरलेस नेटवर्क
ग्राफ थ्योरी
वेब टेक्नोलॉजी 1
प्रिंसिपल ऑफ कंप्यूटर डिजाइन
मल्टीमीडिया कोडिंग एंड कम्युनिकेशन
ऑपरेटिंग सिस्टम
क्रिप्टोग्राफी एंड नेटवर्क सिक्योरिटी
वेब टेक्नोलॉजी 2
डिसटीब्युटेड सिस्टम एल्गोरिदम
डिजाइन एंड एनालिसिस एल्गोरिदम
इलेक्टिव 1
प्रैक्टिकल
फॉर्मल लैंग्वेज एंड ऑटोमेटा
चौथे वर्ष का सिलेबस
इलेक्ट्रिक 2
इलेक्ट्रिक 3
इमेज प्रोसेसिंग
माइनर प्रोजेक्ट
मैनेजमेंट
इलेक्टिव 4
डिजिटल सिगनल प्रोसेसिंग
डिस्ट्रीब्यूटर सिस्टम एंड एप्लीकेशन
प्रोजेक्ट
वाइवा -वोस
प्रैक्टिकल
सेमिनार
सूचना प्रोद्योगिति में बीई कोर्स के बाद जॉब प्रोफाइल
एसोसिएट सॉफ्टवेयर इंजीनियर
कंप्यूटर प्रोग्रामर
डेटाबेस व्यवस्थापक
सूचना प्रणाली प्रबंधक
कंप्यूटर सहायता विशेषज्ञ
कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर इंजीनियर
प्रणाली विश्लेषक
सिस्टम डिजाइनर
तकनीकी प्रशिक्षक
वेब डेवलपर
जावा डेवलपर
नेटवर्किंग इंजीनियर
परियोजना का मुखिया
प्रोग्रामर विश्लेषक
सिस्टम अभियन्ता
सॉफ्टवेयर डेवलपर
कार्यकारी प्रबंधक
ट्रेनर
ऊपर दी गई जॉब प्रोफाइल पर नौकरी कर छात्र सालाना 2 से 7 लाख रुपये तक कमा सकती है। अनुभव के साथ सैलरी में बढौतरी होती रहती है।
सूचना प्रोद्योगिति में बीई कोर्स के बाद रोजगार के क्षेत्र
सरकारी सेक्टर
अकादमी सस्थान (कॉलेज और विश्वविद्यालय)
आईटी सेक्टर
हार्डवेयर / सॉफ्टवेयर कंपनियां
फेसबुक
गूगल
एप्पल
अमज़न
सूचना प्रोद्योगिति में बीई कोर्स के बाद उच्च शिक्षा के ऑप्शन
कोर्स पूरा करने के बाद छात्र उच्च शिक्षा के लिए भी जा सकते हैं। जिसमें वह एमई यानी मास्टर लेवल की पढ़ाई कर सकते हैं और उसके बाद एमफिल या पीएचडी के लिए आवेदन कर सकते हैं। पीएचडी की डिग्री पूरी करने के बाद छात्र किसी भी विश्वविद्यालय या संस्थान में प्रोफेसर के तौर पर कार्य कर सालाना 5 से 10 लाख रुपये तक आराम से कमा सकते हैं।
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