Narendra Modi Education: नरेंद्र मोदी भारत के मौजूदा प्रधानमंत्री है। भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय नेता के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करने के वर्षों बाद नरेंद्र मोदी आज केवल भारत की जनता के ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में लोकप्रिय नेता बन कर ऊभरे हैं।
2024 में हुए लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर नरेंद्र मोदी हमारे देश के प्रधानमंत्री बने। इसके साथ ही वे भारत के 15वें प्रधानमंत्री बनें। उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ वर्ष 2014 में ली थी। इस वर्ष 29 मई को कांग्रेस के मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ते हुए भारत के तीसरे सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री बन गए।
नरेंद्र मोदी का पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी है। उनका जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में हुआ। वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े हुए हैं। मोदी का बचपन संघर्षों से भरा रहा। एक साधारण परिवार में जन्मे नरेंद्र मोदी ने अपने परिवार के साथ चाय बेचने का काम भी किया। राजनीति में कदम रखने से पहले उन्होंने आरएसएस से जुड़कर समाजसेवा की। वे 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। गुजरात में प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए उनके नेतृत्व में राज्य ने आर्थिक और औद्योगिक विकास के कई मील के पत्थर छुए।
आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 74वां जन्मदिन मना रहे हैं। आज उनके जन्म दिवस के अवसर पर आइए जानते हैं नरेंद्र मोदी के बारे में विस्तार से। इसके साथ ही हम पीएम नरेंद्र मोदी की शिक्षा और राजनीतिक सफर के बारे में भी जानेंगे।
मध्यम वर्गीय परिवार से नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी का जन्म वर्तमान गुजरात के प्राचीन शहर वडनगर में एक मध्यम वर्गीय हिंदू परिवार में हुआ था। आपको यह जानकर आश्चर्य अवश्य होगी कि भारत की राजनीति में प्रबल दावेदारी से जनता के बीच एक लोकप्रिय नेता बन कर उभरें नरेंद्र मोदी की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं थी। नरेंद्र मोदी पिता दामोदरदास मूलचंद मोदी और माता हीराबेन मोदी के छह संतानों में तीसरे संतान हैं।
स्नातक की डिग्री के बाद किया थिएटर
रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने कभी-कभी अपने पिता के चाय के व्यवसाय में वडनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म पर एक लड़के के रूप में काम किया था। वर्ष 1967 में नरेंद्र मोदी ने वडनगर में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से अपनी प्रारंभिक शिक्षा हासिल की। अपने स्कूल के दिनों में नरेंद्र मोदी की रुचि थिएटर और वाद-विवाद कौशल में बढ़ी। नाटकों में बड़े-से-बड़े चरित्रों को चित्रित करने की उनकी प्राथमिकता से यह अंदाज लगाया गया कि उन्हें भविष्य में राजनीति में रुचि भी हो सकती है।
नरेंद्र मोदी ने राजनीति विज्ञान में किया स्नातकोत्तर
गुजरात के वडनगर से अपनी उच्चतर माध्यमिक शिक्षा पूरी करने के बाद मोदी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की। 1978 में मोदी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से राजनीति विज्ञान में बीए की डिग्री प्राप्त की। इसमें उन्होंने तृतीय श्रेणी में स्नातक रकी डिग्री हासिल की।
पांच साल बाद 1983 में उन्होंने डिस्टेंट एजुकेशन में गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त की। अपने कॉलेज शिक्षा के दौरान उन्होंने छात्र राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लिया और एक छात्र नेता के रूप में लोकप्रिय हुए। कॉलेज के दिनों से ही राष्ट्र की सेवा करने की उनकी महत्वाकांक्षा को बढ़ावा मिया।
आरएसएस से कब जुड़े नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी ने पहली बार आठ साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बारे में जाना और वे इसकी स्थानीय शाखाओं (प्रशिक्षण सत्रों) में जाने लगे। वहां उनकी मुलाकात लक्ष्मणराव इनामदार से हुई। वे मोदी के राजनीतिक गुरु बन गए और उन्हें आरएसएस में बाल स्वयंसेवक अर्थात जूनियर कैडेट के रूप में भर्ती कराया।
मोदी की राजनीति में शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से हुई। उन्होंने खुद को आरएसएस के लिए समर्पित कर दिया और जल्दी ही इसके रैंकों में ऊपर उठ गए। उन्होंने अपने नेतृत्व कौशल को निखारा और जमीनी स्तर की राजनीति की गहरी समझ हासिल की। 2001 में मोदी पश्चिमी भारत के राज्य गुजरात के मुख्यमंत्री बने। मुख्यमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल विकास और कुशल शासन पर उनके जोर के लिए जाना जाता है। उनके नेतृत्व में, गुजरात में महत्वपूर्ण आर्थिक विकास, बुनियादी ढांचे के विकास और विभिन्न सामाजिक संकेतकों में सुधार देखा गया।