डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन इंटरनेशनल स्टडीज एक शोध आधारित डॉक्टरेट स्तर का कोर्स है। पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज 3 से 5 साल तक की अवधि का कोर्स है जो कि पूर्णकालिक या दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। बता दें कि इंटरनेशनल स्टडीज एक ऐसा क्षेत्र है जो दुनिया भर के देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय संबंधों को आकार देने वाले आयामों, कारकों और पहलुओं के अध्ययन और विश्लेषण पर केंद्रित है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर इंटरनेशनल स्टडीज में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में इंटरनेशनल स्टडीज में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन इंटरनेशनल स्टडीज
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 से 5 साल तक
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 9,250 से 2,00,000 तक
• अवरेज सैलरी- 2 लाख से 4 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- लेखक और प्रोफेसर, समाचार संपादक, ब्लॉगर अंतर्राष्ट्रीय संबंध विशेषज्ञ, व्याख्याता, शोधकर्ता, विदेश सेवा अधिकारी आदि।
• जॉब फिल्ड- समाचार चैनल, कूटनीति, अनुसंधान प्रयोगशालाएं, लेखन, कॉलेज और विश्वविद्यालय, आदि।
पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास इंटरनेशनल स्टडीज से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एम.फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज के लिए एडमिशन प्रोसेस सीएसआईआर यूजीसी नेट, एसआईयू पीईटी, एमिटी यूनिवर्सिटी पीईटी, माहे पीएचडी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर इंटरनेशनल स्टडीज का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज: सिलेबस
- फेमिनिस्ट इंटरनेशनल रिलेशन
- शांति और संघर्ष अध्ययन
- ग्लोबल सिक्योरिटी गवर्नेंस
- एडवांस्ड रिसर्च मेथेड
- एडवांस्ड थ्योरी ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन
- थिसिस
- वाइवा- वोक
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- जिंदल स्कूल ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी- फीस 3,35,000
- एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा- फीस 1,80,000
- जामिया मिलिया इस्लामिया- फीस 14,400
- एडमास विश्वविद्यालय- फीस 3,00,000
- कलिंग विश्वविद्यालय- फीस 3,67,000
- पंजाब विश्वविद्यालय- फीस 1,760
- पी.पी. सवानी विश्वविद्यालय- फीस 5,40,000
- यूएनओएम, मद्रास विश्वविद्यालय- फीस 10,100
- गुरु नानक देव विश्वविद्यालय- फीस 47,550
- पांडिचेरी विश्वविद्यालय- फीस 32,120
- मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी- फीस 2,52,000
- केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय- फीस 11,710
- झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय- फीस 30,600
- सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, पुणे- फीस 18,18,000
- लाजपत राय लॉ कॉलेज- फीस 25,000
- शिव नादर विश्वविद्यालय- फीस 6,75,000
- गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय- फीस 1,03,000
- रॉयल ग्लोबल यूनिवर्सिटी- फीस 1,74,000
पीएचडी इन इंटरनेशनल स्टडीज: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- प्रोफेसर- सैलरी 3 से 6 लाख तक
- फॉरेन सर्विस ऑफिसर- सैलरी 7 से 9 लाख तक
- न्यूज एडिटर- सैलरी 3 से 4 लाख तक
- इंटरनेशनल रिलेशन एक्सपर्ट- सैलरी 3.14 से 3.46 लाख तक
- रिसर्च- सैलरी 2.96 से 3.2 लाख तक
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