डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन हॉर्टिकल्चर 3 साल की अवधि का फुल टाइम कोर्स है। पीएचडी हॉर्टिकल्चर कोर्स में बागवानी के विभिन्न पहलुओं से संबंधित विस्तृत अध्ययन शामिल है। जिनमें से कुछ जैविक खाद, डिजाइनिंग, शारीरिक, पौधों और फसलों की वंशावली हैं। इस कोर्स के माध्यम से छात्र बागवानी के अनुसंधान कार्य को आगे बढ़ाने के लिए तकनीकी क्षमता और नेतृत्व के शिल्प में महारत हासिल करते हैं जैसे कि अंगूर के बागों की सजावट कैसे की जाती है आदि।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन हॉर्टिकल्चर से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर हॉर्टिकल्चर में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में हॉर्टिकल्चर में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन हॉर्टिकल्चर
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम या मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 25,000 से 3,00,000 तक
• अवरेज सैलरी- 2 लाख से 8 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- हॉर्टिकल्चर प्रोडक्शन मैनेजर, हॉर्टिकल्चर इंस्पेक्टर, रिसर्चर, फ्रूट एंड वेजीटेबल्स इंस्पेक्टर, साइंटिस्ट, हॉर्टिकल्चर मैनेजर, थेरेपिस्ट, डिस्ट्रिक्ट हॉर्टिकल्चरिस्ट आदि।
पीएचडी इन हॉर्टिकल्चर: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास हॉर्टिकल्चर से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एम. फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन हॉर्टिकल्चर में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी इन हॉर्टिकल्चर: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी हॉर्टिकल्चर कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन हॉर्टिकल्चर के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी हॉर्टिकल्चर में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन हॉर्टिकल्चर के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी नेट, एमपीयूएटी प्रवेश परीक्षा, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय कॉमन एंट्रेंस टेस्ट, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय एंट्रेंस टेस्ट आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर हॉर्टिकल्चर का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन हॉर्टिकल्चर: सिलेबस
- बायोडाइवर्सिटी एंड कंसर्वेशन ऑफ क्रॉप्स
- एडवांस इन ब्रिडिंग ऑफ फ्रूट क्रॉप
- एडवांस इन प्रोडक्शन ऑफ फ्रूट क्रॉप
- एडवांस इन ग्रोथ रेग्युलेशन ऑफ फ्रूट क्रॉप
- बायोटिक एंड एबायोटिक स्ट्रेस मैनेजमेंट इन हॉरटिक्लचर क्रॉप्स
- जिनोमिक्स एंड बायोइंफोर्मेटिक्स इन हॉरटिक्लचर
- सिस्टमेटिक्स ऑफ फ्रूट क्रॉप
- सेमिनार I
- सेमिनार II
- रिसर्च
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन हॉर्टिकल्चर: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- महाराणा प्रताप कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय - (एमपीयूएटी)- फीस 36,180
- पंजाब कृषि विश्वविद्यालय- फीस 43,680
- कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय (धारवाड़)
- बिरसा कृषि विश्वविद्यालय
- आचार्य एन.जी. रंगा कृषि विश्वविद्यालय- फीस 32,760
- चंद्रशेखर आजाद कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय- फीस 2,95,000
- बिहार कृषि विश्वविद्यालय- फीस 24,610
- चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय- फीस 1,62,000
- डॉ वाईएसआर बागवानी विश्वविद्यालय- फीस 57,610
पीएचडी इन हॉर्टिकल्चर: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- हॉर्टिकल्चर प्रोडक्शन मैनेजर- सैलरी 7 से 8 लाख तक
- हॉर्टिकल्चर इंस्पेक्टर- सैलरी 2 से 3 लाख तक
- रिसर्चर- सैलरी 5 से 6 लाख तक
- फ्रूट एंड वेजीटेबल्स इंस्पेक्टर- सैलरी 6 से 7 लाख तक
- साइंटिस्ट- सैलरी 5 से 6 लाख तक
- हॉर्टिकल्चर मैनेजर- सैलरी 3 से 4 लाख तक
- थेरेपिस्ट- सैलरी 6 से 7 लाख तक
- डिस्ट्रीक्ट हॉर्टिकल्चरिस्ट- सैलरी 2 से 3 लाख तक