डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन हिस्ट्री 3 साल की अवधि का कोर्स है। पीएचडी इन हिस्ट्री एक शोध आधारित डॉक्टरेट स्तर का कोर्स है जिसमें की छात्रों को इतिहास से संबंधित किसी एक विषय में रिसर्च करनी होती है। यह कोर्स छात्रों के लिए मूल रूप से शोध कार्य करने में कौशल विकसित करने और उन्हें विभिन्न पद्धतियों से लैस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन हिस्ट्री से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर हिस्ट्री में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में हिस्ट्री में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन हिस्ट्री
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 5 हजार से 1 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 2 से 12 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- ट्यूटर, शोधकर्ता, इतिहास शिक्षक, कॉर्पोरेट इतिहासकार, ऐतिहासिक लेखक, आदि।
• जॉब फिल्ड- संग्रहालय, आर्ट गेलरी, ऐतिहासिक स्थल, राष्ट्रीय उद्यान, भारत का पुरातत्व सर्वेक्षण आदि।
पीएचडी इन हिस्ट्री: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास हिस्ट्री से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एम.फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन हिस्ट्री में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी इन हिस्ट्री: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी इन हिस्ट्री कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन हिस्ट्री के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी इन हिस्ट्री में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन हिस्ट्री के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी नेट, सीएसआईआर यूजीसी नेट, जेएमआई आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर हिस्ट्री का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन हिस्ट्री: सिलेबस
फर्स्ट ईयर
- रीडिंग ट्रेंड्स इन हिस्टोग्राफी I
- रिसर्च मेथोडोलॉजी I
- थीम्स इन अर्ली इंडियन हिस्ट्री I
- आस्पेक्ट ऑफ सोशल- इकोनॉमिक हिस्टोरिकल ऑफ़ मेडिएवल इंडिया I
- डिबेट इन इंडियन मॉडर्न हिस्ट्री I
- लैंगुएज I
सेकेंड ईयर
- रीडिंग ट्रेंड्स इन हिस्टोग्राफी II
- रिसर्च मेथोडोलॉजी II
- थीम्स इन अर्ली इंडियन हिस्ट्री II
- आस्पेक्ट ऑफ सोशल- इकोनॉमिक हिस्टोरिकल ऑफ़ मेडिएवल इंडिया II
- डिबेट इन इंडियन मॉडर्न हिस्ट्री II
- लैंगुएज II
थर्ड ईयर
- रीडिंग ट्रेंड्स इन हिस्टोग्राफी III
- रिसर्च मेथोडोलॉजी III
- थीम्स इन अर्ली इंडियन हिस्ट्री III
- आस्पेक्ट ऑफ सोशल- इकोनॉमिक हिस्टोरिकल ऑफ़ मेडिएवल इंडिया III
- डिबेट इन इंडियन मॉडर्न हिस्ट्री III
- लैंगुएज III
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन हिस्ट्री: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी- फीस 8,368
- हैदराबाद विश्वविद्यालय- फीस 9,940
- कलकत्ता विश्वविद्यालय- फीस 4,400
- जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली- फीस 20,000
- लोयोला कॉलेज, चेन्नई- फीस 9,285
- मैसूर विश्वविद्यालय- फीस 11,000
- मद्रास विश्वविद्यालय, चेन्नई- फीस 10,970
- वनस्थली विद्यापीठ, जयपुर- फीस 1,44,000
- आईआईटी बीएचयू, वाराणसी- फीस 46,815
- उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर- फीस 9,500
पीएचडी इन हिस्ट्री: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- हिस्ट्री टीचर- सैलरी 5 लाख
- रिसर्चर- सैलरी 5.45 लाख
- हिस्टोरिक्ल राइटर- सैलरी 7.5 लाख
- कॉर्पोरेट हिस्टोरियन- सैलरी 6.25 लाख
- ट्यूटर- सैलरी 3 लाख