डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन हिंदी 3 साल की अवधि का एक शोध आधारित डॉक्टरेट स्तर का कोर्स है। पीएचडी इन हिंदी कोर्स हिंदी भाषा के अध्ययन से संबंधित है कि इसकी उत्पत्ति, फिलॉसफी, भाषा विज्ञान और साहित्य कैसे विकसित हुआ। यह कोर्स पाठ्यक्रम समकालीन दुनिया में हिंदी भाषा की भागीदारी और विकास की पड़ताल करता है और साहित्यिक रूपों का आवश्यक ज्ञान प्रदान करता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन हिंदी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर हिंदी में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में सोशियोलॉजी में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन हिंदी
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 2 हजार से 2 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 2 से 10 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- कंटेंट राइटर, हिंदी ट्रांसलेटर, कस्टमर सपोर्ट ऑफिसर, सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट, टीचर आदि।
• जॉब फिल्ड- सामाजिक कल्याण योजनाएं, शैक्षिक संस्थान, सरकारी कार्यालय, डाटा एंट्री कार्यालय, दूतावास, आदि।
पीएचडी इन हिंदी: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास हिंदी से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एम.फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन हिंदी में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी इन हिंदी: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी इन हिंदी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन हिंदी के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
आवेदन पत्र सबमिट करें।
क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
यदि उम्मीदवार पीएचडी इन हिंदी में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
बता दें कि पीएचडी इन हिंदी के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी नेट, यूजीसी सीएसआईआर नेट, जेएनयू पीएचडी एंट्रेंस आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर हिंदी का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन हिंदी: सिलेबस
सेमेस्टर 1
संभाषण कौशल्य
क्रिटिकल रीजनिंग, राइटिंग और प्रेजेंटेशन
अन्य भाषाओं में संचार कौशल
गद्य और एकांकी नाटक
हिंदी साहित्य का इतिहास
हिंदी साहित्य
सेमेस्टर 2
साहित्य पढ़ना
भारतीय संविधान पर पठन
हिंदी में अनुवाद और संचार
अनुवाद-सिद्धांत और अभ्यास
हिंदी साहित्य का इतिहास
-
सेमेस्टर 3
साहित्य और समसामयिक मुद्दे
अन्य भाषाओं में साहित्य
सामान्य सूचना विज्ञान और कंप्यूटर अनुप्रयोग हिंदी में
अनुप्रयुक्त व्याकरण
हिंदी साहित्य का इतिहास
तुलनात्मक साहित्य
सेमेस्टर 4
हिंदी का इतिहास और दर्शन
संस्कृति और सभ्यता
नाटक और रंगमंच हिंदी में
मानविकी और भाषा और कार्यप्रणाली के परिप्रेक्ष्य
हिंदी में पत्राचार और सचिवीय अभ्यास
वातावरण का अध्ययन
सेमेस्टर 5
भाषा विज्ञान
समकालीन हिंदी साहित्य
भारतीय साहित्यिक विचार
शायरी
ओपन कोर्स में बोली जाने वाली हिंदी
परियोजना - साहित्यिक तकनीशियन
सेमेस्टर 6
हिंदी में आधुनिक कविता
उपन्यास और लघु कथाएँ हिंदी में
हिंदी भाषा का इतिहास
पश्चिमी साहित्यिक विचार
परियोजना - साहित्यिक तकनीशियन
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन हिंदी: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली- फीस 2,000
दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली- फीस 10,000
अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई- फीस 13,600
अलगप्पा विश्वविद्यालय, तमिलनाडु- फीस 11,500
गुजरात विश्वविद्यालय, गुजरात- फीस 24,000
गुवाहाटी विश्वविद्यालय, गुवाहाटी- फीस 38,390
बनस्थली विद्यापीठ विश्वविद्यालय, जयपुर- फीस 26,000
मुंबई विश्वविद्यालय, मुंबई- फीस 30,000
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, हरियाणा- फीस 5,600
पीएचडी इन हिंदी: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
हिंदी ट्रांसलेटर- सैलरी 3.5 लाख
कंटेंट राइटर- सैलरी 3 लाख
कस्टमर स्पोर्ट ऑफिसर- सैलरी 3 लाख
टीचर- सैलरी 4 लाख
सबजेक्ट मेटर एक्सपर्ट- सैलरी 5 लाख
प्रोफेसर- सैलरी 5 लाख