डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन डिजाइन 3 साल की अवधि का डेक्टरेट लेवल का फुल टाइम कोर्स है। ये कोर्स छात्रों को अपनी रचनात्मक प्रवृत्ति का उपयोग करने और कपड़े, फर्नीचर और प्रकाश व्यवस्था के साथ विश्वसनीय और व्यवहार्य डिजाइन तैयार करने के योग्य बनाता है। पीएचडी इन डिजाइन कोर्स में उद्यमिता, परियोजना प्रबंधन, अनुभव डिजाइन, सिस्टम डिजाइन आदि विषय शामिल हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी डिजाइन से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर डिजाइन में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में डिजाइन में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन डिजाइन
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- मेरिट/एंट्रेंस एग्जाम + इंटरव्यू
• कोर्स फीस- 10,000 से 2,00,000 तक
• अवरेज सैलरी- 2 लाख से 20 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- कॉस्ट्यूम डिजाइनर, फैब्रिक डिजाइनर, तकनीकी डिजाइनर, फैशन समन्वयक, इंटीरियर डिजाइनर कार्यकारी, इंटीरियर डिजाइनर, सहायक प्रबंधक, लेखा कार्यकारी, वास्तुकार, आदि।
• टॉप रिक्रूटर्स- कपड़ा उद्योग, पर्यावरण डिजाइन, कार्यक्रम प्रबंधन कंपनियां, फैशन डिजाइन, टीवी, थिएटर, फिल्म कंपनियां आदि।
पीएचडी डिजाइन: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास डिजाइन या उससे संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी डिजाइन में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 50% अंक होना आवश्यक है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी डिजाइन: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी डिजाइन कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी डिजाइन के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी डिजाइन में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन डिजाइन के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी सीएसआईआर नेट, यूजीसी नेट आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
पीएचडी इन वेटरनरी सर्जरी एंड रेडियोलॉजी प्रवेश परीक्षा की सूची निम्नलिखित है
- ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम फॉर डिजाइन
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फेशन टेक्नोलॉजी एंट्रेंस एग्जाम
- कॉमन एंट्रेंस एग्जाम फॉर डिजाइन
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर डिजाइन का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी डिजाइन: सिलेबस
पेपर 1
- मैनेजमेंट ऑर्गेनाइजेशनल बिहैवियर
- मैनेजिरियल इकॉनोमिक्स
- कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट
- कम्युनिकेशन स्किल्स एंड रिपोर्ट राइटिंग
- फाउंडेशन टू डिजाइन बेसिक ड्रॉइंग
पेपर 2
- अकाउंटिंग फॉर मैनेजर्स
- कम्युटर एप्लीकेशन इन मैनेजमेंट
- रिसर्च मैथेडलॉजी
- बिल्डिंग मेटेरियल्स एंड एलिमेंटस
- सीएडी
पेपर 3
- एचआरएम
- एंटरप्रन्योरशिप डेवलेपमेंट
- बिजनेस लॉ
- इंटिरियर स्पेस प्लेनिंग सर्विस
- एसटिमेशन कोस्टिंग
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी डिजाइन: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई- फीस 67,900
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर- फीस 57,000
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी- फीस12,200
- एमिटी स्कूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, नोएडा- फीस 1,16,000
- सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी- फीस 3,00,000
- राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, गांधीनगर- फीस 2,12,000
- बनस्थली विद्यापीठ, जयपुर- फीस 1,07,000
- निफ्ट टी कॉलेज ऑफ निटवेअर फैशन, तिरुप्पुर- फीस 18,200
- पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर - फीस 8,900
पीएचडी डिजाइन: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- कॉस्टयूम डिजाइन- सैलरी 5,40,000
- आर्किटेक्ट इंटीरियर- सैलरी 3,74,900
- ग्राफिक डिजाइनर- सैलरी 2,74,000
- फेब्रिक बॉयर- सैलरी 5,21,000
- टेक्नीकल डिजाइनर- सैलरी 9,00,000