डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन क्रिमिनोलॉजी 2 से 5 साल तक की अवधि का एक शोध आधारित डॉक्टरेट स्तर का कोर्स है। क्रिमिनोलॉजी मूल रूप से एक सामाजिक दृष्टिकोण से अपराध का अध्ययन है और इन अध्ययन का फोकस यह निर्धारित करना है कि कोई व्यक्ति अपराध करता है या आपराधिक तरीके से कार्य करता है। पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी कोर्स में कैपिटल पनिशमेंट, क्राइम एंड ड्रग्स, क्राइम प्रिवेंशन, सजा आदि जैसे विषय शामिल हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर क्रिमिनोलॉजी में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में क्रिमिनोलॉजी में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन क्रिमिनोलॉजी
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 2 से 5 साल तक
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 25,000 से 50,000 तक
• अवरेज सैलरी- 4 से 8 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- कानूनी सलाहकार, वकील, फोरेंसिक, क्रिमिनोलॉजिस्ट, अन्वेषक आदि।
• जॉब फिल्ड- कानून न्यायालय, और अनुसंधान विकास फर्म, कानून और प्रवर्तन संगठन और विश्वविद्यालय आदि।
पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास क्रिमिनोलॉजी से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एम.फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी के लिए एडमिशन प्रोसेस सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट, बीएचयू पीईटी, डीयूईटी, सीएसआईआर यूजीसी नेट आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर क्रिमिनोलॉजी का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी: सिलेबस
- यूनिट 1- कैपिटल पनिशमेंट
- यूनिट 2- करेक्शन
- यूनिट 3- क्राइम एंड ड्रग्स
- यूनिट 4- क्राइम प्रिवेंशन
- यूनिट 5- जूवेनाइल जस्टिस
- यूनिट 6- सेंटेंसिंग
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- मद्रास विश्वविद्यालय- फीस 10,970
- मैसूर विश्वविद्यालय- फीस 11,000
- प्रौद्योगिकी और विज्ञान के करुणा संस्थान- फीस 76,000
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय- फीस 70,000
- केआईआईटी स्कूल ऑफ लॉ
- डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय- फीस 12,500
- निम्स विश्वविद्यालय- फीस 60,000
- श्री कृष्णा विश्वविद्यालय- फीस 92,333
- रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय- फीस 58,000
पीएचडी इन क्रिमिनोलॉजी: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- क्रिमिनल इंवेस्टिगेटर- सैलरी 9.4 लाख
- सोशियोलॉजिस्ट- सैलरी 7.8 लाख
- क्रिमिनल जस्टिस प्रोफेसर- सैलरी 6.5 लाख
- लीगल एडवाइजर- सैलरी 5.9 लाख
- क्रिमिनोलॉजिस्ट- सैलरी 4.1 लाख