डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग 2 से 6 साल तक की अवधि का कोर्स है। पीएचडी कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग एक डॉक्टरेट स्तर का कोर्स है जो कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में गहन ज्ञान, अंतर्दृष्टि, अनुसंधान कार्य को शामिल करता है। बता दें कि कंप्यूटर साइंस स्टडी का एक विस्तृत क्षेत्र है जो नेटवर्किंग, हार्डवेयर, डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स, सॉफ्टवेयर विकास, और इलेक्ट्रॉनिक सर्किटरी, वेब विकास से संबंधित शिक्षाओं पर केंद्रित है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 2 से 6 साल तक
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम/ मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 50 हजार से 3 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 5 से 30 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- सॉफ्टवेयर इंजीनियर, रिसर्च साइंटिस्ट, सॉफ्टवेयर डेवलपर, कंप्यूटर आर्किटेक्ट, कंप्यूटर साइंटिस्ट, हार्डवेयर इंजीनियर, इंफॉर्मेशन साइंटिस्ट आदि।
• जॉब फिल्ड- एमेजन, टीसीएस, फ्लिपकार्ट, डिलोइट, इंफोसिस, विप्रो, एचसीएल, फेसबुक आदि।
पीएचडी इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एम.फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी नेट, सीएसआईआर यूजीसी नेट, गेट, जेएनयूईई, उस्मानिया विश्वविद्यालय पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम, इलाहाबाद विश्वविद्यालय पीएचडी प्रवेश परीक्षा आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग: सिलेबस
पार्ट 1
- कंप्यूटर आर्किटेक्चर/ कंप्यूटर ऑर्गेनाइजेशन
- डेटा एंड फाइल स्ट्रक्चर
- डिजाइन एंड एनालिसिस ऑफ एल्गोरिदम
- डिस्क्रीट मैथ्मेटिक्स
- ऑपरेटिंग सिस्टम
- ऑटोमेटिक, लैंगुएज एंड कंप्युटेशन
पार्ट 2
- ए़डवांस्ड एल्गोरिदम फॉर ग्राफ एंड कॉम्बीनेटरियल ऑप्टिमाइजेशन प्रॉब्लम्स और वेक्टर स्पेस 13. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग
- डॉक्यूमेंट प्रोसेसिंग एंड रिट्रिवियल ऑफ फॉल्ट-टोलरेंट कंप्यूटिंग
- फॉर्मल लॉजिक
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- आईआईटी, बॉम्बे- फीस 2,00,000
- दयानंद सागर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बैंगलोर- फीस 72,000
- आईआईटी मद्रास- फीस 1,50,000 से 2,00,000 तक
- बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग बैंगलोर- फीस 50,000 से 80,000 तक
- आईआईटी दिल्ली- फीस 2,00,000 से 2,50,000 तक
- गुरु जम्भेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय- फीस 50,000 से 80,000 तक
- आर.वी. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी- फीस 50,000 से 80,000 तक
- एनआईटी त्रिची- फीस 50,000 से 1,50,000 तक
पीएचडी इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- इंफोर्मेशन रिसर्च साइंटिस्ट- सैलरी 5 से 8 लाख तक
- कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर- सैलरी 7 से 9 लाख तक
- आईटी स्पोर्ट एनालिस्ट- सैलरी 8 से 11 लाख तक
- आईटी कंस्लटेंट- सैलरी 5 से 8 लाख तक
- कॉलेज प्रोफेसर- सैलरी 9 से 11 लाख तक
- वेब डिजाइनर- सैलरी 6 लाख
- सॉफ्टवेयर डेवलेपर- सैलरी 7 से 9 लाक तक