डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन एग्रोनॉमी 3 साल की अवधि का फुल टाइम कोर्स है। पीएचडी इन एग्रोनॉमी कोर्स संसाधन संरक्षण, मिट्टी की भौतिक और जैविक विशेषताओं, मिट्टी और ऊतक विश्लेषण और व्याख्या, सिंचाई, पानी की गुणवत्ता, जल निकासी, उर्वरक और अन्य पोषक स्रोत आदि से संबंधित है। इस कोर्स के दौरान पढ़ाए जाने वाले विषयों में कृषि रसायन विज्ञान, आनुवंशिकी, औषधीय पौधे और सुगंधित, जैव रसायन, कीट विज्ञान, खाद्य और पोषण, कृषि मौसम विज्ञान, नेमाटोलॉजी, सार्वजनिक स्वास्थ्य आदि शामिल हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन एग्रोनॉमी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर एग्रोनॉमी में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में एग्रोनॉमी में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन एग्रोनॉमी
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम या मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 10,000 से 2,00,000 तक
• अवरेज सैलरी- 1 लाख से 10 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- एग्रोनॉमी ऑफिसर, राइस ब्रीडर, सॉयल साइंटिस्ट, एरिया सेल्स मैनेजर, एग्रोनोमिस्ट, सब्जेक्ट मैटर स्पेशलिस्ट, कॉरपोरेट एग्रोनोमिस्ट आदि।
• जॉब फील्ड- मित्रा एग्रो इक्विपमेंट, गार्डेनसिटी रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड, परम ग्रीनहाउस, ईपीसी इंडस्ट्रीज, फॉर्च्यून ट्रेडिंग हाउस आदि।
पीएचडी इन एग्रोनॉमी: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास एग्रोनॉमी से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन एग्रोनॉमी में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी इन एग्रोनॉमी: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी एग्रोनॉमी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन एग्रोनॉमी के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी एग्रोनॉमी में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन एग्रोनॉमी के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी नेट, एएयू वीईटी, यूजीसी सीएसआईआर नेट, ओयूएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर एग्रोनॉमी का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन एग्रोनॉमी: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- एग्रीकल्चर मेट्रोलॉजी
- मॉलिक्यूलर बायोलॉजी
- बायोकेमेस्ट्री
सेमेस्टर 2
- एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन
- निमेटोलॉजी
- एंटोमोलॉजी
सेमेस्टर 3
- प्रोसेसिंग एंड फुड टेक्नोलॉजी
- मेडिसिनल प्लांट एंड एरोमेटिक्स
- पब्लिक हेल्थ
सेमेस्टर 4
- एनिमल ब्रीडिंग
- प्लांटेशन टेक्नोलॉजी
- फुड एंड न्यूट्रिशन
सेमेस्टर 5
- एग्रीकल्चरल केमेस्ट्री
- प्लांट फिजियोलॉजी
- एग्रीकल्चरल फिजिक्स
सेमेस्टर 6
- सोइल साइंस
- एग्रोनॉमी
- जेनेटिक्स
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन एग्रोनॉमी: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- एग्रीकल्चर कॉलेज- फीस 10,920
- बिधान चंद्र कृषि विश्व विद्यालय- फीस 8,000
- बिहार कृषि विश्वविद्यालय- फीस 7,488
- रेपसीड-सरसों अनुसंधान निदेशालय- फीस 20,000
- एसवी कृषि कॉलेज- फीस 14,400
- कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय- फीस 13,250
- जीबी पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय- फीस 89,000
- आचार्य एनजी रंगा कृषि विश्वविद्यालय- फीस 32,750
पीएचडी इन एग्रोनॉमी: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- एग्रोनॉमिस्ट- सैलरी 5 से 6 लाख तक
- लेक्चरर- सैलरी 3 से 5 लाख तक
- एग्रीकल्चर इकोनॉमिस्ट- सैलरी 4 से 6 लाख तक
- फार्म मैनेजर- सैलरी 2 से 4 लाख तक
- रिसर्च एसोसिएट- सैलरी 3 से 5 लाख तक