डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन अकाउंटेंसी 3 साल की अवधि का फुल टाइम कोर्स है। पीएचडी अकाउंटेंसी मूल रूप से एक डॉक्टरेट लेवल की डिग्री है जो छात्रों को लेखा, वित्त, व्यापार और फाइनेंस के अन्य पहलुओं के बारे में गहन ज्ञान प्रदान करता है। यह कोर्स रिसर्च करने के लिए फाइनेंस और अन्य वाणिज्य विषयों को एकीकृत करता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन अकाउंटेंसी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर अकाउंटेंसी में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में अकाउंटेंसी में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन अकाउंटेंसी
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम या मेरिट बेस्ड
• कोर्स फीस- 15,000 से 1.50 लाख
• अवरेज सैलरी- 7 से 14 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- निवेश बैंकर, वित्तीय और कॉर्पोरेट विश्लेषक, प्रबंधक, एसोसिएट प्रोफेसर, शोधकर्ता, अनुसंधान और विकास प्रबंधक आदि।
• जॉब फील्ड- बीमा क्षेत्र, भारतीय आर्थिक सेवाएं, आयात और निर्यात कंपनियां, सीमा शुल्क विभाग, भारतीय सांख्यिकीय सेवाएं, वित्तीय संस्थान, शैक्षिक संस्थान, आर्थिक परामर्श फर्म आदि।
पीएचडी इन अकाउंटेंसी: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास अकाउंटेंसी से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन या एम.फिल की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन अकाउंटेंसी में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
• उम्मीदवार के पास कम से कम 1 साल का काम का अनुभव होना चाहिए।
पीएचडी इन अकाउंटेंसी: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी अकाउंटेंसी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन अकाउंटेंसी के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी अकाउंटेंसी में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन अकाउंटेंसी के लिए एडमिशन प्रोसेस नेट / सेट / पीईटी / डीईटी / सीयूसीईटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर अकाउंटेंसी का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन अकाउंटेंसी: सिलेबस
- फंडामेंटल्स ऑफ अकाउंटेंसी
- अकाउंटेंसी इन ग्लोबल ट्रेड एंड फाइनेंस
- एडवांसड फाइनेंशियल अकाउंटेंसी
- एडवांसड कोस्ट अकाउंटेंसी
- डायरेक्ट एंड इनडायरेक्ट टैक्स
- एडवांस्ड ऑडिटिंग
- रिसर्च मेथेडलॉजी
- डिसर्टेशन/ थिसिस
- सेमिनार
- प्रोजेक्ट
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन अकाउंटेंसी: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- केपीबी हिंदु कॉलेज ऑफ कॉमर्स, मुंबई- फीस 66,000
- गीताम प्रबंधन संस्थान, विशाखापत्तनम- फीस 30,000
- गीताम प्रबंधन संस्थान, बैंगलोर- फीस 30,000
- ग्रामोन्नति मंडल कला, वाणिज्य और विज्ञान कॉलेज - [एसीसी] नारायणगांव
- सीकॉम स्किल्स यूनिवर्सिटी (एसएसयू), बीरभूम- फीस 1,50,000
- शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर- फीस 16,692
- टेक्नो इंडिया यूनिवर्सिटी, कोलकाता
- आईआईएलएम विश्वविद्यालय, गुड़गांव- फीस 1,30,000
- श्याम विश्वविद्यालय, दौसा- फीस 80,000
- हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय , गुजरात
- बीपीएचई सोसायटी का अहमदनगर कॉलेज, गुजरात
- टाइम्स बिजनेस स्कूल (टीबीएस), अहमदाबाद
- बेंगलुरु स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (बीएसएमएस), बेंगलुरु
- विनायक मिशन यूनिवर्सिटी (वीएमयू), तमिलनाडु- फीस 1,50,000
- सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (एसपीपीयू), पुणे- फीस 75,800
पीएचडी इन अकाउंटेंसी: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- असोसिएट प्रोफेसर- सैलरी 7 से 12 लाख तक
- रिस्क एनालिस्ट- सैलरी 5 से 7 लाख तक
- बिजनेस एनालिस्ट- सैलरी 8.5 से 11 लाख तक
- कॉर्पोरेट एनालिस्ट- सैलरी 8.5 से 11 लाख तक
- इंवेस्टमेंट बैंकर- सैलरी 9 से 11 लाख तक
- रिसर्च असोसिएट
- ऑपरेशन मैनेजर- सैलरी 7 से 9 लाख तक
- मनी मैनेजर- सैलरी 12 से 16 लाख तक