मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कैसे करें, जानिए कोर्स, फीस, टॉप कॉलेज और करियर स्कोप के बारे में

इंजीनियरिंग में कई तरह के विषय हैं जिसमें संस्थान कोर्स ऑफर करती है। इसी में से एक विषय है
मरीन इंजीनियरिंग का, जिसमें डिग्री और डिप्लोमा दोनों कोर्स शामिल है। चलिए आज आपको मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स के बारे में बताएं। मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्रग्राम कक्षा 12वीं के बाद ही किया जा सकता है। इस कोर्स की अवधि 1 से 3 साल होती है। आपको बता दें कि कोर्स की अवधि कोर्स ऑफर करने वाले संस्थान पर निर्भर करती है। कोर्स की फीस की बात करें तो कोर्स की फीस 20 हजार से 2 लाख तक जा सकती है। इस विषय में डिप्लोमा प्रोग्राम पूरा कर उम्मीदवार नौकरी भी कर सकते हैं और संबंधित विषय में उच्च शिक्षा भी प्राप्त कर सकते हैं।

डिप्लोमा इन मरीन इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश मेरिट के साथ प्रवेश परीक्षा के माध्यम से भी लिया जाता है। मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्रोग्राम एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है। इस कोर्स को पूरा कर उम्मीदवार कई अच्छी बड़ी कंपनियों में कार्य कर सालाना 3 से 7 लाख रुपये का वेतन प्राप्त कर सकते हैं। इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स करने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों के लिए एक बेहतरीन करियर ऑप्शन हो सकता है। आइए आपकों कोर्स से संबंधित अन्य बाते विस्तार में बताएं।

मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कैसे करें, जानिए कोर्स, फीस, टॉप कॉलेज और करियर स्कोप के बारे में

डिप्लोमा इन मरीन इंजीनियरिंग : योग्यता

- डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों का मान्यता प्राप्त संस्थान से साइंस में कक्षा 12वीं पास होना अनिवार्य है।
- कक्षा 12वीं की अंतिम परीक्षा देने वाला या रिजल्ट का इंतजार कर रहा उम्मीदवार कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है।
- कक्षा 12वीं में उम्मीदवार के कम से कम 55 प्रतिशत अंक होने अनिवार्य है।
- साइंस में मुख्य विषय में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स विषय की जानकारी अनिवार्य है।

डिप्लोमा इन मरीन इंजीनियरिंग : प्रवेश प्रक्रिया
मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने वाले उम्मीदवार कोर्स में मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के आधार पर प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। भारत के कुछ संस्थआन कोर्स में प्रवेश मेरिट के आधार पर यानी कक्षा 12वीं में प्राप्त अंकों को आधार बना कर उम्मीदवारों को प्रवेश प्रदान करते हैं तो वहीं कुछ संस्थान कोर्स में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन करते हैं और परीक्षा में पास उम्मीदवारों को इंटरव्यू राउंड से गुजरना होता है जो उम्मीदवार की प्रवेश प्रक्रिया को सुनिश्चित करता है। कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया इस प्रकार है -

- कोर्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को कॉलेज और विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर खुद को रजिस्टर करना है।
- एक बार रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी हो जाए तो उम्मीदवार आवेदन कि प्रक्रिया शुरु कर सकते हैं।
- रजिस्ट्रेशन के दौरान क्रिएट किए लॉगिन आईडी और पासवर्ड के माध्यम से लॉगिन कर आवेदन फॉर्म में मांगी आवश्यक जानकारी को भरना है।
- जानकारी भरने के बाद उम्मीदवार को एजुकेशनल डॉक्युमेंट्स, हस्ताक्षर और फोटो अपलोड करनी है।
- डॉक्यूमेंट अपलोड करने की प्रक्रिया के बाद उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क का भुगतान कर आवेदन फॉर्म का प्रिंट लेना है।

डिप्लोमा इन मरीन इंजीनियरिंग : प्रवेश परीक्षा

1. आईएमयू- सीईटी
2. बीआईटीएसएटी
3. वीआईटीईईई

डिप्लोमा इन मरीन इंजीनियरिंग : कॉलेज और फीस

1. सदर्न एकेडमी ऑफ मैरीटाइम स्टडीज - 50,000 से 1 लाख रुपये
2. कोयम्बटूर मरीन कॉलेज - 3 लाख रुपये
3. श्री चक्र मैरीटाइम कॉलेज - उपलब्ध नहीं है
4. अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संस्थान - 2.2 लाख रुपये
5. एसकेयू छतरपुर - 24,500 रुपये
6. गुरुकुल विद्यापीठ, पटियाला - 47,500 रुपये

डिप्लोमा इन मरीन इंजीनियरिंग : सिलेबस
मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्रोग्राम 3 साल का प्रोग्राम है जिसका सिलेबस आपकी सहायता के लिए नीचे दिया गया है।

• जनरल फिजियोलॉजी विद एल्कोहल एंड ड्रग प्रिवेंशन
• एनालिटिकल ज्योमेट्री एंड सॉलिड ज्योमेट्री
• शिप कंस्ट्रक्शन एंड शिफ्ट स्टेबिलिटी
• इंजन वॉच कीपिंग, इंजन ऑफिसर
• मरीन पॉल्यूशन एंड प्रिवेंशन
• मैकेनिक एंड हाइड्रोमैकेनिक
• मरीन वोकैबलरी एंड टर्म्स
• मरीन पावर प्लांट एंड डीजल
• फ्यूल ऑयल लुब्रिकेंट्स
• कॉलेज अलजेब्रा
• मशीन शॉप
• हिट बैलेंस
• स्फेरिकल ट्रिग्नोमेट्री
• शिप एंड शिप्स रूटीन
• एप्टिट्यूड फॉर द सर्विस इंजीनियरिंग ड्राइंग
• ऑक्सीलिरी मशीनरी
• प्लेन टेक्नोमेट्री
• मरीन पावर प्लांट
• इंजीनियरिंग फिजिक्स
• इलेक्ट्रो टेक्नोलॉजी
• जनरल केमेस्ट्री
• इंटीग्रेटेड कैलकुलस
• बेसिक सेफ्टी

डिप्लोमा इन मरीन इंजीनियरिंग : जॉब और सैलरी
• मरीन इंजीनियर - 6 से 8 लाख रुपये सालाना
• मरीन सर्वेयर - 3 से 5 लाख रुपये सालना
• चीफ मरीन इंजीयर - 8 से 10 लाख रुपये सालाना

अन्य प्रोफाइल
1. मरीन एजुकेटर
2. पोर्ट मैनेजर
3. सेकेंड मरीन इंजीनियर
4. ओआईसी ऑफ इंजीनियरिंग वॉच
5. शिप ऑपरेटर
6. टेक्निकल सुपरिटेंडेंट

डिप्लोमा इन मरीन इंजीनियरिंग : भर्तीकर्ता

1. एसएमईसी स्वचालन
2. क्रूज लाइन्स
3. जीई शिपिंग कंपनी लिमिटेड
4. मार्टिनेक डिजाइन
5. इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड
6. जीएमएमसीओ लिमिटेड
7. कार्निवल क्रूज लाइन
8. टीएमसी शिपिंग
9. आईटीटी शिपिंग
10. वर्ली पार्सन्स
11. भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण
12. ग्लोबल मैरिटेक- बोकारो स्टील लिमिटेड
13. तटीय समुद्री निर्माण इंजीनियरिंग लिमिटेड

डिप्लोमा इन मरीन इंजीनियरिंग : स्कोप

मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्रोग्राम करने के बाद उम्मीदवार भारत के साथ-साथ विदेशी कंपनियों में भी निम्नलिखित पदों पर कार्य कर अच्छा पैसा कमा सकते हैं। भर्तीकर्ता और जॉब प्रोफाइल से संबंधित जानकारी ऊपर दी गई है।

मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्रोग्राम पूरा कर उम्मीदवार उच्च शिक्षा की प्राप्त कर सकते हैं। उच्च शिक्षा की इच्छा रखने वाले उम्मीदवार बीई इन मरीन इंजीनियरिं कर सकते हैं या फिर वह पोस्टग्रेजुएशन डिप्लोमा प्रोग्राम भी कर सकते हैं।

यह खबर पढ़ने के लिए धन्यवाद, आप हमसे हमारे टेलीग्राम चैनल पर भी जुड़ सकते हैं।

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English summary
Diploma program in Marine Engineering can be done only after class 12th. The duration of this course is 1 to 3 years. Let us tell you that the duration of the course depends on the institute offering the course. Talking about the course fees, the course fees can go from 20 thousand to 2 lakhs. After completing diploma program in this subject, candidates can also do job and can also get higher education in related subject.
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