Success Story of Bihar Boy Abhishek Kumar: महात्वाकांक्षी होना और सपने देखना तो हर कोई चाहता है, लेकिन उस सपने को पूरा करने की दिशा में उचित मेहनत कुछ ही लोग कर पाते हैं। आज हम आपको दृढ़ संकल्प और महत्वाकांक्षा की एक उल्लेखनीय कहानी बता रहे हैं। कैसे बिहार के एक छोटे से शहर के एक युवा ने कुछ करने का सोचा और कड़ी मेहनत के दम पर अपने सपनों का पीछा कभी नहीं छोड़ा।
सोशल मीडिया पर युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर अभिषेक कुमार ट्रेंड कर रहे हैं। कारण स्पष्ट है, बिहार के जमुई जिले के छोटे से शहर झाझा के युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर अभिषेक कुमार ने गूगल में नौकरी पा ली है। सॉफ्टवेयर इंजीनियर अभिषेक कुमार ने 2.07 करोड़ रुपये के प्रभावशाली वार्षिक पैकेज के साथ गूगल के लंदन कार्यालय में एक प्रतिष्ठित पद हासिल किया है। अभिषेक ने उन लाखों भावी पीढ़ी के युवाओं को प्रेरित किया है, जो गूगल जैसे बड़े ब्रांड में काम करने का सपना लिए इंजीनियरिंग कर रहे हैं।
एक साधारण परिवार से आने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर अभिषेक कुमार ने दुनिया की शीर्ष तकनीकी कंपनियों में से एक अर्थात गूगल तक का सफर पूरा किया। यह एकमात्र उनकी कड़ी मेहनत, फोकस और सफल होने के लिए दृढ़ संकल्प का प्रमाण है। आइए जानते हैं सॉफ्टवेयर इंजीनियर अभिषेक कुमार ने बिहार से लंदन स्थित गूगल कार्यालय तक का सफर कैसे पूरा किया।
छोटे शहर से वैश्विक सफलता तक का सफर
जमुई सिविल कोर्ट के वकील इंद्रदेव यादव और गृहिणी मंजू देवी के बेटे अभिषेक कुमार एक साधारण पारिवारिक से हैं। अभिषेक एक छोटे से शहर में पले-बढ़े और उन्हें बचपन से ही कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा। लेकिन शिक्षा के प्रति उनका समर्पण दृढ़ था। पढ़ाई को लेकर कड़ी मेहनत और दृढ़ता के कारण ही अभिषेक को जीवन की कई बाधाओं को दूर करने में मदद मिली। उनकी कहानी अब न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि उनके पूरे समुदाय और देश को करोड़ों युवाओं के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
शैक्षणिक उपलब्धियां और करियर में सफलता कैसे मिली
अभिषेक ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूल से ही प्राप्त की। इसके बाद एनआईटी पटना से कंप्यूटर साइंस में बीटेक पूरा करने के बाद अभिषेक को कहीं करियर में ग्रोथ नजर आया। अभिषेक के सफल करियर की शुरुआत तब हुई जब उन्हें अपना पहली जॉब मिली। वर्ष 2022 में उन्हें बर्लिन में अमेज़न में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की भूमिका की पेशकश की गई। अमेज़न की ओर से अभिषेक की प्रतिभा को आंकते हुए उन्हें 1.08 करोड़ रुपये का प्रभावशाली वार्षिक पैकेज तक ऑफर किया गया। अमेज़न में अपने कार्यकाल के दौरान अभिषेक ने कई अनुभव प्राप्त किये और बाद में बर्लिन में एक जर्मन टेक कंपनी में चले गए। हालांकि अभिषेक का अंतिम लक्ष्य हमेशा विश्व की सर्वश्रेष्ठ कंपनी Google में काम करना था।
अभिषेक का सपना था Google में ड्रीम जॉब
गूगल में काम करने का सपना लगभग हर भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर एक ना एक बार अवश्य देखता है। अभिषेक का भी यही सपना था कि उन्हें काबिलियत के दम पर गूगल में नौकरी मिले। कई अथक प्रयासों के बाद उन्होंने आखिरकार Google की कठोर पांच लेवल के चयन प्रक्रिया को पास कर लिया और लंदन में अपने सपनों की नौकरी हासिल कर ली।
इस उपलब्द्धि पर अपने विचार साझा करते हुए अभिषेक ने कहा, "Google में काम करना हमेशा से मेरा सपना रहा है। यहां का माहौल नए विचारों को प्रोत्साहित करता है और मैं इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए बेहद उत्साहित हूं।" उन्होंने कड़ी मेहनत और समर्पण के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "सफलता उन लोगों को मिलती है जो लगातार प्रयास करते हैं। मैं टेक इंडस्ट्री और पूरे समाज में अपना योगदान देना जारी रखना चाहता हूं।"
रोजाना 8-9 घंटे की तैयारी
गूगल के इंटरव्यू में सफलता हासिल करने की अपनी रणनीति के बारे में बात करते हुए अभिषेक ने बताया कि इंटरव्यू के दौरान वे एक कंपनी में काम कर रहे थे और नौकरी के लिए इंटरव्यू की तैयारी कर रहे थे। अभिषेक बताते हैं कि 8-9 घंटे की नौकरी के बाद इंटरव्यू की तैयारी के लिए समय निकालना थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहा है।
गूगल में इंटरव्यू के लिए उचित रणनीति बनाना बहुत महत्वपूर्ण
उन्होंने कहा, "मुझे अपने काम के बीच से ही इंटरव्यू की तैयारी के लिए समय निकालना पड़ता था। मैंने हमेशा निरंतरता बनाए रखना और सफल होने के लिए उचित रणनीति बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। कोडिंग और प्रैक्टिकल संबंधी सवालों के लिए अच्छी तैयारी करने से मुझे Google की इंटरव्यू में सफल होने में मदद मिली।"
परिवार का सहयोग और मिली प्रेरणा
अभिषेक अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हैं। अभिषेक बताते हैं कि जीवन के हर मोड़ पर माता-पिता ने हमेशा अपना समर्थन और विश्वास मुझ पर बनाए रखा। उन्होंने कहा, मेरे माता-पिता हमेशा मेरी ताकत रहे हैं। अभिषेक ने अपने माता-पिता को उन्हें हर पल प्रोत्साहित करने के लिए धन्यवाद दिया। अभिषेक ने अपने बड़े भाई के सहयोग और प्रेरणा के लिए उन्हें भी धन्यवाद कहा है। बता दें कि अभिषेक के बड़े भाई वर्तमान में दिल्ली में सरकारी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।
अभिषेक की मां मंजू देवी ने मीडिया में दिए एक साक्षात्कार में कहा, "मुझे अपने बेटे पर बहुत गर्व है। उसने वह हासिल किया है, जिसका कई लोग केवल सपना देखते हैं।" उनके पिता इंद्रदेव यादव ने कहा, "मैंने हमेशा अपने बेटे को ध्यान केंद्रित करने और कड़ी मेहनत करने के लिए कहा था, और आज उसकी लगन ने उसका फल दिया है।"