कुछ ही समय बाद सभी राज्यों में कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन किया जाना शुरु हो जाएगा। परीक्षा के दौरान और परीक्षा के बाद उच्च शिक्षा यानी ग्रेजुएशन की परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। जो छात्र कक्षा 12वीं के बाद इंजीनियरिंग में जाना चाहते हैं, उन्हें जानकारी है कि इंजीनिरिंग में प्रवेश के लिए प्रमुख परीक्षा जेईई मेंस का आयोजन 2 फेस में किया जाएगा जिसमें पहले फेस की परीक्षा 24 जनवरी से शुरु होगी और दूसरे फेस की प्रक्रिया का आयोजन 6 अप्रैल से शुरु होगी। जेईई परीक्षा छात्र कई सारे स्पेशलाइज कोर्स में प्रवेश लेने के लिए देते हैं। इंजीनियरिंग में कई विषय है जिसमें से किसी एक या दो विषयों के मिश्रण वाले कोर्स में छात्र प्रवेश प्राप्त करते हैं। परंपरागत विषयों के अलावा समय के साथ, आवश्यकता और आधुनिकता के अनुसार नए विषय भी इसमें शामिल होते जाते हैं। ऐसा ही एक विषय है बीटेक वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग यानी की जन संसाधन इंजीनियरिंग। वाटर रिसोर्स सिविल इंजीनियरिंग विषय की एक शाखा है जिसे आप ब्रांच भी कह सकते हैं। इस विषय में आपको सिविल इंजीनियरिंग के बारे में भी पढ़ने को मिलता है।
बीटेक इन वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग में आपको जल संसाधन प्रबंधन, नियंत्रण, बाढ़ नियंत्रण, जल संग्रह, सिंचाई जल, निर्माण और विकास का बारे में बहुत कुछ जानने को मिलता है। साथ ही इस विषय में प्रोजेक्ट के माध्यम से भी पढ़ाया जाता है। आइए आपको इस विषय के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जैस कोर्स की योग्यता, कॉलेज और करियर ऑप्शन के बारे में बताएं।
बीटेक इन वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग
बीटेक इन वाटर रिसोर्स 4 साल का कोर्स है। इस कोर्स की अवधि को सेमेस्टर में बांटा गया है। कोर्स में कुल 8 सेमेस्टर है। प्रत्येक सेमेस्टर 6 माह का है। कोर्स के अंतिम वर्ष में छात्रों को इंटर्नशिप करने के मौका भी दिया जाता है। वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग में छात्रों को वाटर रिसोर्स सिस्टम, मैजरमेंट, सतत विकास, वाटर क्वालिटी, प्लानिंग, प्रबंधन और सिस्टम इंजीनयरिंग जैसे कई विभिन्न विषयों की जानकारी दी जाती है।
मुख्य तौर पर बीटेक इन वाटर रिसोर्स कोर्स उन छात्रों के लिए फायदेमंद है जो जन संसाधनों को सुरक्षित करने और उनके प्रबंधन के लिए योजनाओं और समाधानों का निर्माण करने में दिलचस्पी रखते हैं। डैम बनाना आदि भी इस कार्य में शामिल है। जल संसाधनों का नियंत्रित करना और उन्हे सुरक्षित करना बहुत आवश्यक है। यदि आप ऐसा करने में दिलचस्पी रखते हैं तो ये एक अच्छा करियर ऑप्शन है। इस कोर्स को डिसटेंस मोड से भी किया जा सकता है और रेगुलर बेसिस पर भी ये छात्र पर निर्भर करता है कि वह किस प्रक्रार कोर्स पूरा करने की इच्छा रखता है।
बीटेक इन वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग योग्यता
वाटर रिसोर्स में बीटेकी की डिग्री प्राप्त करने के लिए छात्रों को कक्षा 12वीं साइंस स्ट्रीम में मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास करना आवश्यक है। साइंस स्ट्रीम में मुख्य विषयों में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय इंजीनियरिंग में प्रवेस के लिए सबसे महत्वपूर्ण माने जाते हैं, जिसमें पास होना छात्रों के लिए आवश्यक है। साथ ही कक्षा 12वीं में छात्रों को कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए ताकि वह आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकें। इसके साथ आपको बता दें कि जो छात्र इस साल बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले हैं वह भी कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। हाल ही में आई जानकारी के अनुसार जेईई मेंस में शामिल होने वाले छात्रों को ऑल इंडिया रैंक तो चाहिए ही होगी संस्थान में प्रवेश प्राप्त करने के लिए साथ ही उन्हें कक्षा 12वीं में कम से कम 75 प्रतिशत अंकों की भी आवश्यकता होगी। जिन छात्रों ने सिविल इंजीनियरिंग या संबंधित विषय में डिप्लोमा प्रोग्राम किया है वह भी कोर्स में लेटरल एंट्री के लिए आवेदन कर सकते हैं।
वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश लेने के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होगा। जेईई मेंस की परीक्षा के अलावा कई प्रवेश परीक्षाएं है जिसमें छात्र शामिल हो सकते हैं और इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं।
जेईई मेंस और जेईई एडवांस
डब्ल्यूबीजेईई (पश्चिम बंगाल राज्य)
वीआईटीईईई
एसआरएमजेईई
केईएएम
बीटेक वाटर रिसोर्स में दाखिला की प्रक्रिया
कक्षा 12वीं के बाद बीटेक वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग में दाखिला लेने के लिए छात्रों को ऊपर दी गई प्रवेश परीक्षा में शामिल होना, क्योंकि कोर्स में प्रवेश केवल प्रवेश परीक्षा के माध्यम से लिया जा सकता है। छात्रों को इन परीक्षा के लिए आवेदन करना होता है और फिर आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होता है। केवल इग्नू ही है जो इस कोर्स को डिसेंट मोड में करवाता है। अन्य सभी कॉलेज इसे फूल टाइम कोर्स ही ऑफर करते हैं।
आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में शामिल होकर छात्रों को अच्छे स्कोर प्राप्त करने है ताकि वह अपने पसंद के संस्थान में प्रवेश प्राप्त कर सकें। प्रवेश परीक्षा में अच्छे स्कोर के साथ रैंक प्राप्त करने के बाद काउंसलिंग प्रक्रिया का आयोजन किया जाता है, जिसके अनुसार छात्रों को उनके चयनित संस्थान में सीट अलॉट की जाती है। सीट अलॉटमेंट की प्रक्रिया के बाद छात्रों को संस्थान जाकर वैरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी कर फीस का भुगतान करना होता है और इस प्रकार संस्थान में दाखिले की प्रक्रिया पूरी होती है।
बीटेक वाटर रिसोर्से कोर्स का फीस स्ट्रक्चर
भारत के कई बड़े संस्थान जिसमें आईआईटी भी शामिल है इस कोर्स को ऑफर करते हैं। इसके अलावा जो छात्र विदेश के विश्वविद्यालयों से शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं वह छात्र विदेश के कॉलेज के लिए भी आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। क्योंकि इंजीनियरिंग बहुत प्रसिद्ध कोर्सेस में से एक है इस कोर्स की फीस भी अधिक होती है। कोर्स की फीस भारत के संस्थानों में 10 हजार से 1.5 लाख रुपये तक भी जा सकती है और यदि आप किसी प्राइवेट संस्थान से कोर्स करने करने वाले हैं तो कोर्स की फीस 10 लाख तक भी जा सकती है। विदेश के कॉलेज से कोर्स करने वाले छात्रों को बता दें कि वहां की फीस की शुरुआत ही 10 लाख के आस पास से होती है। कॉलेज और फीस की जानकारी नीचे दी गई है।
बीटेक वाटर रिसोर्स सिलेबस
बीटेक वाटर रिसोर्स सिलेबस को सेमेस्टर के अनुसार बांटा गया है। छात्रों की सहायता के लिए यहां हम कोर्स का वार्षिक सिलेबस शेयर कर रहे हैं।
पहले साल का सिलेबस
• वॉटर रिसोर्सेस इंजीनियरिंग
• वॉटर रिसोर्सेस प्लैनिंग एंड मैनेजमेंट
• वॉटर कंट्रोल एंड मेजरमेंट
• इरिगेशन मैनेजमेंट एंड वॉटर क्वालिटी
• सर्फेस इरिगेशन सिस्टम
• मैनेजमेंट ऑफ हाइड्रोलिक सिस्टम
• प्लानिंग एंड डिजाइन ऑफ वाटर रिसोर्सेज सिस्टम
• सस्टेनेबल डेवलपमेंट अप्रोच
दूसरे साल का सिलेबस
• बिहेवियरल ऑफ सॉलिड फ्लूट एंड साइंस
• कंप्यूटेशनल हाइड्रॉलिक्स
• चैनल एंड हाइड्रॉलिक
• अप्लाइड हाइड्रोलॉजी
• ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग
• हाइड्रोलिक स्ट्रक्चर एंड वॉटर क्वालिटी मॉडलिंग
• प्लैनिंग, मैनेजमेंट, इकनोमिक ऑफ वाटर रिसोर्सेज प्रोजेक्ट
• वॉटरशेड बिहेवियर एंड इट्स कन्वर्सेशन मटिरियल्स
तीसरे साल का सिलेबस
• ग्राउंड टेक्नोलॉजी
• एनवायरमेंटल इंपैक्ट एसेसमेंट ऑफ वॉटर रिसोर्सेस
• प्रोजेक्ट प्रोजेक्ट प्लैनिंग
• कंप्यूटेशनल फ्लुएड मैकेनिक्स
• हाइड्रॉलिक एंड एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग
• सिस्टम इंजीनियरिंग
चौथे साल का सिलेबस
• लीनियर प्रोग्रामिंग
• डायनेमिक प्रोग्रामिंग
• अर्बन स्ट्रोम वॉटर ड्रेनेज
• इंटर्नशिप
• इंडस्ट्रियल विजिट
• एलिमेंट ऑफ वॉटर रिसोर्सेस डेवलपमेंट
• इरिगेटेड रिवर बेसिन डेवलपमेंट
बीटेक वाटर रिसोर्स के लिए टॉप कॉलेज और उनकी फीस
IIT खड़गपुर - भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान - 90,092 रुपये
IIT रुड़की - भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान - [IIITR], रुड़की - 23,000 रुपये
आईआईटी बीएचयू - भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, वाराणसी - 36,000 रुपये
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) - 10,660 रुपये
सैम हिग्नबॉटम इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज (SHIATS) - 60,000 रुपये
अन्ना यूनिवर्सिटी - 30,095 रुपये
हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस - 156,625 रुपये
जवाहरलाल नेहरू प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय - 1,20,00 रुपये
बीटेक वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग के लिए विदेश के टॉप कॉलेज
ऑकलैंड विश्वविद्यालय, न्यूजीलैंड
अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ बेरूत, लेबनान
एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी, फीनिक्स, यूएसए
कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी, लॉन्ग बीच, यूएसए
ओल्ड्स कॉलेज, कनाडा
एप्लाइड साइंसेज के लिए यूरोप विश्वविद्यालय, बर्लिन, जर्मनी
व्रीजे यूनिवर्सिटीइट ब्रसेल्स, बेल्जियम
क्रैनफील्ड यूनिवर्सिटी, बेडफोर्ड, यूके
स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड
वुहान विश्वविद्यालय, चीन
बीटेक वॉटर रिसोर्स इंजीनियरिंग के स्कोप
वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री प्राप्त करने के बाद छात्र वाटर रिसोर्स इंजीनियर, वाटर रिसोर्स स्पेशलिस्ट, हाईड्रॉलिक्स मैनेजर, एनवायरमेंट मैनेजर, वॉटर रिसोर्स मैनेज आदि जैसे पदों पर कार्य कर सकता है और सालाना 3 से 8 लाख रुपेय कमा सकता है।
यदि छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहता है तो वह कोर्स पूरा करने के बाद वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग में एमटेक कर सकता है और बाद में पीएचडी। लेकिन यदि छात्र शिक्षा का क्षेत्र बदलना चाहता है तो वह एमबीए भी कर सकता है।
बीटेक वॉटर रिसोर्स इंजीनियरिंग के रोजगार क्षेत्र
- एग्रीकल्चर सेक्टर
- हाईड्रोलॉजी और हाईड्रॉलिक्स
- पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग विभाग
- पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट यानी पीडब्ल्यूडी
- कॉलेज और विश्वविद्याल्य
बीटेक वॉटर रिसोर्स इंजीनियरिंग जॉब प्रोफाइल और वेतन
वाटर रिसोर्स स्पेशलिस्ट - 5 लाख रुपये
हाईड्रॉलिक्स मैनेजर - 4 लाख रुपये
एनवायरमेंट मैनेजर - 4.5 लाख रुपये
वॉटर रिसोर्स मैनेज -6 लाख रुपये
एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन स्पेशलिस्ट - 4 से 5 लाख रुपये