एमबीए इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट के क्षेत्र में 2 साल का पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स है, जो इंफ्रास्ट्रक्चरल एसेट्स के प्रबंधन और विकास के अध्ययन से संबंधित है। इस पाठ्यक्रम का मुख्य फोकस आधारभूत संरचना उत्पाद और प्रबंधन के बीच बातचीत के प्रबंधन के बारे में है। बता दें कि एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट कोर्स को 6 महीने की अवधि के साथ 4 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट में एमबीए करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- स्नातक
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 1 से 10 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 2 से 15 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट एनालिस्ट, इंफ्रास्ट्रक्चर स्पेशलिस्ट, इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट लीडर, लेक्चरर और प्रोफेसर, एप्लीकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर आर्किटेक्ट आदि।
• जॉब फील्ड- विप्रो, कॉग्निजेंट, टेक महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो आदि।
एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के स्नातक डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए एमबीए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे कैट, मैट, एक्सएटी और एटीएमए में से किसी एक को उत्तीर्ण करना होगा।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट के लिए एडमिशन प्रोसेस कैट, मैट, एक्सएटी और एटीएमए आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट में एमबीए का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- अर्थशास्त्र और प्रबंधन निर्णय
- मात्रात्मक तकनीक
- व्यापार संचार और बातचीत कौशल
- संगठनात्मक व्यवहार
- बुनियादी ढांचे का विकास
- इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर अर्थव्यवस्था और योजना
सेमेस्टर 2
- इंफ्रास्ट्रक्चर में आईटी एप्लीकेशन
- बुनियादी ढांचा क्षेत्र में लेखा
- संचालन और सामग्री प्रबंधन
- विपणन प्रबंधन
- अनुसंधान पद्धति और अनुप्रयुक्त सांख्यिकी
- मानव संसाधन प्रबंधन
सेमेस्टर 3
- इंफ्रास्ट्रक्चर क्रिएशन में रणनीतिक मुद्दे
- अवसंरचना प्रबंधन
- इंफ्रास्ट्रक्चर कानून और नीति
- औद्योगिक दौरे
- इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में एफडीआई
सेमेस्टर 4
- व्यापार नीति और रणनीति
- अर्थमिति
- अवसंरचना निर्माण के गैर-पारंपरिक तरीके
- शहरी अवसंरचना प्रबंधन और विनियमन
- ग्रामीण और सामाजिक क्षेत्र के लिए बुनियादी ढांचा
एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद- फीस 21 लाख
- जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, जमशेदपुर- फीस 18.1 लाख
- इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, बैंगलोर- फीस 4.7 लाख
- एल एम थापर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, चंडीगढ़- फीस 5 लाख
- लोयोला इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, चेन्नई- फीस 9 लाख
- पैसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, उदयपुर- फीस 75,000
- अदानी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट, अहमदाबाद- फीस 5 लाख
एमबीए इन इंफास्ट्रक्चर मैनेजमेंट: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- इंफास्ट्रक्चर मैनेजर- सैलरी 1 से 3 लाख तक
- इंफास्ट्रक्चर टीम लीडर- सैलरी 8 से 12 लाख तक
- फाइनेंस एंड अकाउंटिंग मैनेजर- सैलरी 6 से 9 लाख तक
- कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट मैनेजर- सैलरी 5 से 9 लाख तक
- इंफास्ट्रक्चर इंजीनियर- सैलरी 5 से 10 लाख तक
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