मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा कोर्स 2 साल का कोर्स है जिसे छात्र कक्षा 12वीं के बाद कर सकते हैं। इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए छात्र का साइंस स्ट्रीम से होना आवश्यक है। डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी को शॉर्ट में डीएमएलटी भी कहा जाता है। आपको बता दें की मेडिकल लेबोरेटरी कोर्स पैरामेडिकल कोर्स में से एक कोर्स है। जो छात्र मेडिकल और हेल्थकेयर सेक्टर में अपना करियर बनाने की इच्छा रखते हैं और टेक्नोलॉजी को भी महत्वपूर्ण मानते हैं उनके लिए डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी कोर्स के अच्छा करियर ऑप्शन है। इसके अलावा छात्र इसी विषय में उच्च शिक्षा के लिए भी जा सकते हैं। आइए आपको कोर्स के बारे में और जानकारी दें।
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी में छात्रों को माइक्रोबायोलॉजी, इम्यूनोलॉजी, क्लिनिकल बायोकेमेस्ट्री, ब्लड बैंकिंग एंड इम्यून हेमटोलॉजी और बेसिक मेट्रोलॉजी जैसे कई विषय पढ़ाए जाते हैं जिसमें कई टॉपिक्स कवर किए जाते हैं। इस कोर्स को सेमेस्टर सिस्टम के तहत 4 सेमेस्टर में बांटा गया है। जिसका सिलेबस छात्रों के लिए लेख में नीचे दिया गया है। इसके साथ आपको बता दें कि छात्र सरकारी और प्राइवेट अस्पतालो के अलावा किसी पैथ लैब में भी नौकरी कर सकते हैं और साल का 2 से 4 लाख कमा सकते हैं।
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी : योग्यता
मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा करने के लिए योग्यता कुछ इस प्रकार है।
- किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से साइंस स्ट्रीम में कक्षा 12वीं पास छात्र या जिसने बोर्ड परीक्षा का दी हो, वह छात्र इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है।
- कक्षा 12वीं साइंस स्ट्रीम में मुख्य विषयों के तौर पर छात्रों का फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ्मेटिक्स या बायोलॉजी पढ़ा हुआ होना आवश्यक है।
- कक्षा 12वीं में छात्र के कम से कम 45 से 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए।
- आरक्षित श्रेणी के छात्रों को सरकार द्वारा दी गाइडलाइनस के अनुसार अंक प्रतिशत में कुछ प्रतिशत की छुट प्राप्त होगी।
- मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा करने की कोई उम्र सीमा नहीं है।
- भारत के कुछ संस्थान इस कोर्स में कक्षा 10वीं के छात्रों को भी प्रवेश देते है।
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी : स्किल्स
1. विश्लेषणात्मक निर्णय
2. तकनीकी/वैज्ञानिक डेटा की व्याख्या करने का धैर्य
3. बुनियादी कंप्यूटर कौशल
4. नुसंधान करने की क्षमता
5. गति, दक्षता और सटीकता के साथ कार्य करने की क्षमता
6. अनुशासन और ध्यान
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी : प्रवेश परीक्षा
- नीट
- मणिपाल विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
- जामिया हमदर्द प्रवेश परीक्षा
- एमिटी विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
- एआईएसईसीटी विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
- असाम पीएटी
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी : कॉलेज और फीस (राज्य आधारित)
दिल्ली
दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड पैरामेडिकल साइंसेज - 80,000 रुपये
दिल्ली पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (DPMI) - 1,00,000 रुपये
राजीव गांधी पैरामेडिकल संस्थान - 90,000 रुपये
पैरा मेडिकल टेक्नोलॉजी संस्थान (IPMT) - 67,000 रुपये
डॉ जाकिर हुसैन संस्थान - 90,000 रुपये
मुंबई
मुंबई विश्वविद्यालय INR 60,000- 90,000
आईटीएम - स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान - 60,000 रुपये
प्रेमलीला विठ्ठलदास पॉलिटेक्निक (पीवीपी) - 34,550 रुपये
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज- स्कूल ऑफ वोकेशनल एजुकेशन - 1,08,000 रुपये
सेठ गोर्धनदास सुंदरदास मेडिकल कॉलेज और केईएम अस्पताल - 1,22,000 रुपये
पुणे
केपी पैरामेडिकल संस्थान - 42,000 रुपये
बीजे गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज - 47,500 रुपये
बीवीडीयू- भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी - 21,00,000 रुपये
महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च - 2,00,00 से 3,00,000 रुपये
कोलकाता
दीनबंधु एंड्रयूज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट - 2,49,000 रुपये
इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च - 30,000 रुपये
जेआईएस यूनिवर्सिटी - 2,47,000 रुपये
गुरु नानक इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी - 2,40,000 रुपये
ब्रेनवेयर यूनिवर्सिटी - 3,17,000 रुपये
बैंगलोर
सेंट जॉन्स मेडिकल कॉलेज - 9,60,000 रुपये
बैंगलोर मेडिकल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट - 34,270 रुपये
क्राइस्ट यूनिवर्सिटी - 2,55,00 रुपये
बैंगलोर मेडिकल कॉलेज और अनुसंधान संस्थान - 40,000 रुपये
राजाराजेश्वरी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (आरआरएमसीएच) - 1,20,000 रुपये
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी : विषय
बेसिक मेट्रोलॉजी - ओरिजन डेवलपमेंट एंड मोरफोलॉजी ऑफ ब्लड सेल
कंपोजीशन ऑफ ब्लड एंड इट्स फंक्शंस
बेसिक कांसेप्ट ऑफ एनीमिया, लुकेमिया एंड हेमोरहेगिक डिसऑर्डर
क्लीनिकल पैथोलॉजी एंड पैरस्टिलॉजिकल - रिसेप्शन ऑफिस ऑफ पेशंट
द माइक्रोसॉफ्ट - टाइप, पार्ट, क्लीनिंग एंड केयर
एग्जामिन ऑफ यूरिन
एग्जामिन ऑफ बॉडी फ्लूएड
ब्लड बैंकिंग एंड इम्यून हेमटोलॉजी - मेथड ऑफ एस्टिमेशन ऑफ हीमोग्लोबिन
मेथड ऑफ डिटरमिनेशन ऑफ पीसीवी
ब्लड ग्रुप - मेथड ऑफ ग्रुपिंग और अनग्रुपिंग
ब्लड ट्रांसफॉरमेशन एंड हजर्ड्स
द्वितीय वर्ष
क्लिनिकल बायोकेमेस्ट्री - डेफिनेशन ऑफ एंटीजन एंटीबॉडी
क्लिनिकल एंजीमेलॉजी
डिसऑर्डर ऑफ कार्बोहाइड्रेट
न्यूट्रीशनल डिसऑर्डर्स
लिवर फंक्शन टेस्ट
माइक्रोबायोलॉजी - लैबोरेट्री डायग्नोसिस
बायोसेफ्टी मेजर
एग्जामिनेशन ऑफ स्टूल
क्वालिटी कंट्रोल
इम्यूनोलॉजी - एंटीजेन एंड एंटीबॉडी
टाइप ऑफ एंटीजन
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी : सिलेबस
मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा कोर्स 2 साल की अवधि का कोर्स है जिसे सेमेस्टर सिस्टमें में बांटा गया है। इस कोर्स में कुल 4 सेमेस्टर है हर सेमेस्टर 6 महीने की अवधि का है। सेमेस्टर पूरा होने के बाद सेमेस्टर परीक्षा का आयोजन किया जाता है। सेमेस्टर सिस्टम के माध्यम से इस कोर्स को छात्रों की सहायता और उनके लिए थोड़ा आसान बनाने कि लिए बनाया गया है।
सेमेस्टर 1
ह्यूमन ऑटोनोमी
फंडामेंटल ऑफ एमएलटी
बेसिक ऑफ क्लिनिकल बायोकेमेस्ट्री
बेसिक हुमन साइंस
इंग्लिश कम्युनिकेशन
प्रोफेशनल एक्टिविटीज
सेमेस्टर 2
ह्यूमन फिजियोलॉजी
बेसिक पैथोलॉजी
फंडामेंटल बायोकेमिस्ट्री
माइक्रोबॉयल इंस्ट्रूमेंटेशन
इनफॉरमेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी
कम्युनिटी डेवलपमेंट
सेमेस्टर 3
ह्यूमन फिजियोलॉजी 2
क्लिनिकल हेमेटोलॉजी
मेटाबॉलिक एंड टेक्निकल बायोकेमेस्ट्री
टेक्निकल माइक्रोबायोलॉजी
कम्युनिटी डेवलपमेंट एक्टिविटीज 2
सेमेस्टर 4
हिस्टोलॉजिकल टेक्निक्स
क्लिनिकल बायोकेमेस्ट्री
क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी
क्लिनिकल पैथोलॉजी लैब
पैथोलॉजी लैब
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी : स्पेशलाइजेशन
माइक्रोबायोलॉजी
क्लिनिकल केमेस्ट्री
क्लिनिकल बायोकेमेस्ट्री
बॉयोस्टैटिसटिक्स
मॉलिक्यूलर बायोलॉजी एंड अप्लाइड जेनेटिक्स
क्लीनिकल पैथोलॉजी
हेमेटोलॉजी
इम्यूनोलॉजी एंड इम्यूनोलॉजीकल टेक्निक्स
रेडियोलॉजी
इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप
ईकॉग्निशन
पैरासाइटोलॉजी
बायोमेडिकल टेक्निक
साइटोटेक्नोलॉजी
अल्ट्रासोनोग्राफी
बेक्ट्रीयोलॉजी
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी : स्कोप
मेजिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा करने की इच्छा रखने वाले छात्रों के पास कई अच्छे ऑप्शन होते हैं। छात्र कोर्स करने के बाद किसी भी सरकारी और प्राइवेट अस्पताल और पैथ लब में नौकरी कर सकते हैं और साल का 2 से 4 लाख रुपये तक आराम से कमा सकते हैं। इसके अलावा यदि छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं तो वह छात्र नीचे दिए कोर्स के लिए आवेदन कर सकते है। उच्च शिक्षा प्राप्त करने से छात्रों के पास और बेहतर करियर ऑप्शन के रास्ते खुलते हैं।
- बीएससी इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी
- बैचलर ऑफ मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी
- बीएससी इन मेडिकल इमेज टेक्नोलॉजी
- बीएससी इन क्लिनिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी
ऊपर दिए कोर्स के अलावा यदि छात्र संबंधित विषय में सर्टिफिकेट कोर्स कर अपनी स्किल्स को और डेवलप करने की इच्छ रखते हैं तो वह छात्र नीचे दिए सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं। जिनकी सूची इस प्रकार है-
1. सर्टिफिकेट इन एनएसथीसिया टेक्निशियन
2. सर्टिफिकेट इन ब्लड बैंक टेक्निशियन
3. सर्टिफिकेट इन डार्क रूम असिस्टेंट
4. सर्टिफिकेट इन रेडियोग्राफी एंड इमेज टेक्निक
5. सर्टिफिकेट इन ट्रेनिंग ऑफ लेबोरेटरी असिस्टेंट
6. सर्टिफिकेट इन कैथ लैब टेक्नीशियन
7. सर्टिफिकेट इन मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी
8. सर्टिफिकेट इन क्लिनिकल डायग्नोसिस टेक्नोलॉजी
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी : जॉब प्रोफाइल और वेतन
मेडिकल टेक्निशियन - 2 से 3 लाख सालाना
मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट - 2.5 से 3 लाख सालाना
कोओर्डिनेटर - 2.5 लाख सालाना
हेल्थकेयर एडमिनेस्ट्रेशन - 3 से 4 लाख सालाना
मेडिकल ऑफिसर- 4 से 5 लाख सालाना
लैबोरेट्री टेस्टिंग मैनेजर - 4 से 5 लाख सालाना
लैबोरेट्री एनालिस्ट - 1.5 से 2.5 लाख सालाना
टेक्नोलॉजीस्ट - 2.5 लाख सालाना
रिसर्च असिस्टेंट - 2.5 से 3 लाख सालाना
रिर्सच टेक्निशियन - 2 से 3 लाख सालाना
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी : भर्तीकर्ता
1. सरकारी और प्राइवेट अस्पताल
2. पैथोलॉजी लैब
3. ब्लड बैंक
4. क्लिनिक्स
5. रिसर्च लैब
6. माइनर इंमरजेंसी सेंटर
7. मेडिकल राइटर
8. विश्वविद्यालय
9. शैक्षिक संस्थान
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