बीई बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कैसे करें, जानिए कोर्स, फीस, टॉप कॉलेज और करियर स्कोप के बारे में

बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग जिसे बीई कहा जाता है इसमें छात्रों को कई तरह की स्पेशलाइज्ड कोर्स शामिल है। जो छात्र कक्षा 12वीं के बाद इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश लेने की इच्छा रखते हैं और हेल्थकेयर सेक्ट से भी जुड़ना चाहते हैं या बायोमेडिकल की पढ़ाई भी करना चाहते हैं वह छात्र बीई बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कोर्स कर सकते हैं। इस विषय में छात्र डिप्लोमा कोर्स करने के बाद लेटरल एंट्री के माध्यम से सीधा दूसरे वर्ष में प्रवेश भी ले सकते हैं। आइए आपको कोर्स के बारे में और जानाकरी दें।

बीई इन बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कोर्स 4 साल की अवधि का कोर्स है। इस कोर्स में प्रवेश के लिए छात्र का साइंस स्ट्रीम से पढ़ा होना आवश्यक है। कोर्स में छात्रों को सर्किट एनालिसिस, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, ह्यूमन एनाटॉमी, इंटीग्रेटेड सर्किट्स, मेटेरियल साइंस, एनवायरनमेंट साइंस, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग और मेडिकल इंस्ट्रूमेंटेशन जैसे कई विषयों की जानकारी प्राप्त होती है। इस कोर्स में छात्रों को थ्योरी के माध्यम से जानकारी दी जाती है लेकिन प्रैक्टिकल को भी उतना ही महत्व दिया जाता है। हर सेमेस्टर में प्रैक्टिकल लैब सेशन का आयोजन किया जाएगा ताकि छात्रों को विस्तार में कोर्स के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। कोर्स के सिलेबस की पूरी जानकारी लेख में नीचे दी गई है।

बीई बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कैसे करें, जानिए कोर्स, फीस, टॉप कॉलेज और करियर स्कोप के बारे में

बीई इन बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कोर्स पूरा कर छात्र भारत की बड़ी कंपनियों में कार्य कर साल का 3 से 7 लाख रुपये आरम से कमा सकते हैं। साथ ही आपको बता दें कि भारत की टॉप संस्थान छात्रों को प्लेसमेंट भी ऑफर करते हैं जिसमें छात्रों के पास कोर्स पूरा होने से पहले नौकरी होती है। आइए आपको इस लेख के माध्यम से कोर्स की योग्यता,कॉलेज, फीस, जॉब से संबंधित अन्य जानकारी दें।

बीई इन बायोमेडिकल इंजीनियरिंग : योग्यता

- बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कोर्स में बीई करने के लिए कक्षा 12वीं साइंस स्ट्रीम से पास होना अनिवार्य है।
- साइंस में छात्रों के पास पीसीएम के साथ बायोलॉजी होना आवश्यक है।
- कोर्स में प्रवेश की न्यूनतम आयु 17 वर्ष और अधिकतम आयु 23 वर्ष है।
- कोर्स में प्रवेश छात्रों को मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के आधार पर किया जा सकता है।
- इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने की वाले छात्र इस कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। (लेटरल एंट्री)
- कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को कम से कम 50 से 60 प्रतिशत अंक प्राप्त होने आवश्यक है।
- इस कोर्स में जेईई के माध्यम से प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश लेने के लिए छात्रों को कक्षा 12वीं में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करना आवश्यक है। (हाल ही में एनटीए द्वारा जारी सूचना के अनुसार जेईई पात्रता मापदंड में बदलाव किए गए है)

बीई इन बायोमेडिकल इंजीनियरिंग : प्रवेश परीक्षा

1. जईई मेंस (JEE Mains)
2. जेईई एडवांस (JEE Advance)
3. डब्ल्यूबीजेईई (WBJEE)
4. एमएचटी सीईटी (MHT CET)
5. बीआईटीएसएटी (BITSAT)

बीई इन बायोमेडिकल इंजीनियरिंग : कॉलेज और फीस

1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास - 75,116 रुपये
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान नई दिल्ली - 224,900 रुपये
3. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे - 211,400 रुपये
4. राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान कर्नाटक - 72,000 रुपये
5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर - 82,070 रुपये
6. गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पुणे - 22,171 रुपये
7. भारती विद्यापीठ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पुणे - 45,500 रुपये
8. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय चंडीगढ़ - 1,59,000 रुपये
9. एसीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग बैंगलोर - 50,000 रुपये
10. अन्ना विश्वविद्यालय मदुरै - 30,095 रुपये

बीई इन बायोमेडिकल इंजीनियरिंग : सिलेबस

बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कोर्स कि 4 साल की अवधि को सेमेस्टर सिस्टम में बांटा गया है। इस कोर्स का सिलेबस कुछ इस प्रकार है।

सेमेस्टर 1
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 1
इंजीनियरिंग फिजिक्स
इंजीनियरिंग केमेस्ट्री
फंडामेंटल ऑफ सिविल एंड मैकेनिकल इंजीनियरिंग
मैन्युफैक्चरिंग मैकेनिक्स
इंग्लिश
प्रैक्टिकल लैब सेशन

सेमेस्टर 2
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 2
फंडामेंटल ऑफ मेटेरियल साइंस
एनवायरनमेंट साइंस एंड सराउंडिंग
फंडामेंटल ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
बेसिक थर्मोडायनेमिक्स
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज
प्रैक्टिकल लैब सेशन

सेमेस्टर 3
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 3
फंडामेंटल ऑफ इलेक्ट्रिक सर्किट एनालिसिस
बेसिक ऑफ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस एंड सर्किट
इंट्रोडक्शन टू स्विचिंग एंड लॉजिकल डिजाइन
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग
स्ट्रेंथ ऑफ मटेरियल
प्रैक्टिकल लैब सेशन

सेमेस्टर 4
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 4
प्रैक्टिकल इन इलेक्ट्रॉनिक सर्किट एंड एनालिसिस
इंट्रोडक्शन टू ह्यूमन एनाटॉमी एंड फिजियोलॉजी
फंडामेंटल्स टू इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इंस्ट्रूमेंटेशन
डायनमिक्स बायोफ्यूल
इंजीनियरिंग एंड मेडिकल इंस्ट्रूमेंटेशन 1
प्रैक्टिकल लैब सेशन

सेमेस्टर 5
कंट्रोल सिस्टम एंड इंजीनियरिंग
इंट्रोडक्शन टू माइक्रोप्रोसेसर एंड एप्लीकेशन
फंडामेंटल्स टू इंटीग्रेटेड सर्किट्स
सिगनल एंड सिस्टम इंजीनियरिंग
इंट्रोडक्शन टू बायोमैकेनिक्स
इंजीनियरिंग एंड मेडिकल इंस्ट्रूमेंटेशन 2
प्रैक्टिकल लैब सेशन

सेमेस्टर 6
एंबेडेड सिस्टम इन मेडिसिन
प्रिंसिपल ऑफ डायग्नोस्टिक एंड थैरेपीयूटिक इक्विपमेंट्स
मेडिकल इनफॉर्मेटिक एंड एक्सपोर्ट सिस्टम्स
बेसिक ऑफ डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग
इंट्रोडक्शन टू बायोमेडिकल सिगनल प्रोसेसिंग
ऑप्शनल सब्जेक्ट 1
प्रैक्टिकल लैब सेशन

सेमेस्टर 7
इंट्रोडक्शन टू रेडियोलॉजिकल इक्विपमेंट्स
इंजीनियरिंग एंड बायोमैटेरियल्स
हॉस्पिटल सेफ्टी, गाइडलाइंस एंड मैनेजमेंट
ऑप्शनल सब्जेक्ट 2
ऑप्शनल सब्जेक्ट 3
प्रैक्टिकल लैब सेशन

सेमेस्टर 8
एडवांस बायोमेडिकल इंजीनियरिंग एंड इंस्ट्रूमेंटेशन
इंजीनियरिंग इकोनॉमिक्स एंड सोशियोलॉजी
इंट्रोडक्शन टू टेलिमेटरी एंड एनालिसिस
ऑप्शनल सब्जेक्ट 4
ऑप्शनल सब्जेक्ट 5
पैक्टिकल लैब सेशन

बीई इन बायोमेडिकल इंजीनियरिंग : जॉब प्रोफाइल और सालाना वेतन

इंस्ट्रूमेंट इंजीनियर - 2.5 से 4 लाख रुपये
बायोमेडिकल इंजीनियर - 3 से 5 लाख रुपये
इंस्टॉलेशन इंजीनियर - 3 से 5 लाख रुपये
मेंटेनेंस इंजीनियर - 3 से 7 लाख रुपये
रिसर्चर - 4 से 9 लाख रुपये

बीई इन बायोमेडिकल इंजीनियरिंग : स्कोप

बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कोर्स करने के बाद छात्र ऊपर दिए गए पदों पर बड़े संस्थानों में नौकरी के लिए जा सकते हैं। इसके अलावा जो छात्र उच्च शिक्षा की इच्छा रखते हैं वह छात्र कोर्स पूरा करने के बाद एमटेक कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं और बाद में पीएचडी के शिक्षा प्राप्त कर विश्वविद्यालयों में पढ़ा सकते हैं।

यह खबर पढ़ने के लिए धन्यवाद, आप हमसे हमारे टेलीग्राम चैनल पर भी जुड़ सकते हैं।

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English summary
BE in Biomedical Engineering course is a 4 years duration course. For admission in this course, it is necessary for the student to have studied in 12th science stream. The course exposes students to a wide range of topics such as circuit analysis, electronic devices, human anatomy, integrated circuits, materials science, environmental science, computer programming, and medical instrumentation. After completing BE in Biomedical Engineering course, students can easily earn 3 to 7 lakh rupees a year by working in big companies of India.
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