इंजीनियर बनने का सपना लेकर लाखों उम्मीदवार हर साल इंजीनियरिंग में प्रवेश लेने के लिए प्रमुख प्रवेश परीक्षा के जेईई में शामिल होते हैं। इंजीनियरिंग हमेशा से ही सबसे अधिक पसंद किया जाने वाला कोर्स है। ये हॉट जॉब कोर्स की लिस्ट में आता है। इंजीनियरिंग में भी अब कई तरह की डिग्री आती है एक बीई यानी और एक बीटेक यानी बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी। उम्मीदवार अपनी पसंद के अनुसार कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। जिन छात्रों को स्पेस में रूची है और भारत के स्पेस अनुसंधान के साथ काम करने की इच्छा रखते हैं वह छात्र बीटेक इन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स कर सकते हैं। इंजीनियरिंग के क्षेत्र का एक बेहतरीन कोर्स है।
बीटेक इन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स 4 साल की अवधि का अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है जिसे कक्षा 12वीं के बाद ही किया जा सकता है। आपको बता दें कि कोर्स में प्रवेश केवल परीक्षा के माध्यम से लिया जा सकता है, मेरिट बेस पर प्रवेश नहीं दिया जाता है। बीटेक इन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स में छात्रों को फ्लाइट डायनामिक्स, एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी एंड मशीन, एयरक्राफ्ट स्ट्रक्चर , एयरक्राफ्ट डिजाइन, रॉकेट मिसाइल, स्पेस टेक्नोलॉजी, एयर ट्रांसपोर्टेशन एंड एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस जैसे कई विषयों की जानकारी विस्तार में दी जाती है।
इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र 3 से 7 लाख रुपये का वेतन प्राप्त कर सकता है साथ ही भारत की बड़ी कंपनियों में कार्य कर सकता है। आइए आपको कोर्स से संबंधित अन्य बातें जैसे टॉप कॉलेज, प्रवेश परीक्षा, याग्यता, जॉब और सैलरी के साथ फ्यूचर स्कोप के बारे में बताएं।
बीटेक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग: योग्यता
- बीटक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश लेने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवार का साइंस स्ट्रीम से कक्षा 12वीं पास होना अनिवार्य है।
- कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा का छात्र भी कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकता है।
- कक्षा 12वीं साइंस स्ट्रीम में उम्मीदवार का फिजिक्स, केमस्ट्री और मैथमेटिक्स यानी पीसीएम विषय पढ़ा होना आवश्यक है।
- अंग्रेजी का ज्ञान भी उम्मीदवारों के लिए आवश्यक है।
- कक्षा 12वीं में उम्मीदवारों के कम से कम 50 से 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने आवश्यक है।
- आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइंस के अनुसार अंक प्रतिशत में कुछ प्रतिशत की छूट प्राप्त होती है।
बीटेक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग: प्रवेश परीक्षा
जेईई मेंस
जेईई एडवांस
डब्ल्यूबीजेईई
एमएचटी सीईटी
बीआईटीएसएटी
ऊपर दी गई प्रवेश परीक्षा में किए गए प्रदर्शन के अनुसार छात्रों को रैंक प्राप्त होती है। उसी रैंक के अनुसार काउंसलिंग प्रक्रिया का आयोजन किया जाता है और छात्रों को कॉलेजों में सीटे अलॉट की जाती है।
अपने पसंद के संस्थान को प्राप्त करने के लिए छात्रों को महेनत भी अधिक करनी पड़ेगी तभी वह भारत के टॉप संस्थान में पढ़ पाएंगे। बीटेक इन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के टॉप संस्थानों की सूची लेख में नीचे दी गई है।
बीटेक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग: स्किल्स
1. मजबूत विश्लेषणात्मक और समस्या सुलझाने के कौशल।
2. रचनात्मक और चीजों के 3. वैकल्पिक तरीके देखने में सक्षम।
4. संचार कौशल।
5. गति और सटीकता।
6. मजबूत गणित और यांत्रिकी।
7. तकनीकी विशेषज्ञता।
8. सुरक्षा की चिंता
9. विमानन और विज्ञान में रुचि।
बीटेक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग: कॉलेज और फीस
आईआईटी बॉम्बे - 2,28,000 रुपये
आईआईटी मद्रास - 75,116 रुपये
आईआईटी खड़गपुर - 82,070 रुपये
आईआईटी कानपुर - 2,15,600 रुपये
मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान (एमआईटी), मणिपाल - 3,35,000 रुपये
केआईआईटी भुवनेश्वर - 4,29,000 रुपये
हिट्स चेन्नई - 2,29,500 रुपये
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर - 1,68,000 रुपये
यूपीईएस, देहरादून - 16,04,500 रुपये
एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा - 3,11,000 रुपये
बीटेक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग: सिलेबस
प्रथम वर्ष सिलेबस
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 1
इंजीनियरिंग फिजिक्स
इंजीनियरिंग केमेस्ट्री एंड एनवायरमेंटल स्टडीज
इंजीनियरिंग मैकेनिकल
इंजीनियरिंग ग्राफिक
बेसिक सिविल इंजीनियरिंग
बेसिक मैकेनिकल इंजीनियरिंग
बेसिक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग
बेसिक इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी
मैकेनिकल वर्कशॉप
एयरोस्पेस एंड सिविल वर्कशॉप
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 2
इंजीनियरिंग एंड कम्युनिकेशन स्किल्स
फ्लुएड मैकेनिक्स
बेसिक थर्मोडायनेमिक्स
एलिमेंट्स आफ एयरोनॉटिक्स
बेसिक स्ट्रैंथ आफ मैटेरियल्स
बेसिक स्ट्रैंथ आफ मैटेरियल्स लैब
फ्लूड मैकेनिक
द्वितीय वर्ष सिलेबस
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 2
इकनोमिक एंड कम्युनिकेशन स्किल
फ्लूड मैकेनिक
बेसिक थर्मोडायनेमिक्स
एलिमेंट ऑफ एयरोनॉटिक्स
बेसिक स्ट्रैंथ आफ मैटेरियल्स
बेसिक स्ट्रैंथ आफ मैटेरियल लैब
फ्लुएड मैकेनिक्स लैब
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 3
गैस डायनेमिक
प्रोपल्शन 1
एयरोडायनेमिक्स 1
एयरक्राफ्ट स्ट्रक्चर 1
एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी एंड मशीन
स्ट्रक्चर लैब
प्रोपल्शन लैब
तृतीय वर्ष सिलेबस
इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 4
प्रिंसिपल ऑफ मैनेजमेंट
कंप्यूटर ऑफ प्रोग्रामिंग
फ्लाइट डायनामिक्स
एयरोडायनामिक्स 2
प्रोपल्शन 2
विंड टनल लैब
प्रोपल्शन लैब 2
इवोनिक्स
एक्सपेरिमेंटल एयरोडायनेमिक्स
एयरक्राफ्ट स्ट्रक्चर 2
हीट ट्रांसफर
थ्योरी ऑफ वाइब्रेशन
इलेक्टिव 1
हीट इंजन लैब
एयरो इंजन लैब
चौथे वर्ष का सिलेबस
कंप्यूटेशनल फ्लुएड डायनॉमिक्स
एक्सपेरिमेंटल स्ट्रेस एनालिसिस
एयरक्राफ्ट डिजाइन
फ्लाइट डायनेमिक्स 2
एयरक्राफ्ट सिस्टम एंड इंस्ट्रूमेंटेशन
इलेक्टिव 2
एक्सपेरिमेंटल स्ट्रेस एनालिसिस लैब
वाइब्रेशन लैब
सेमिनार
प्रोजेक्ट
रॉकेट मिसाइल
इंट्रोडक्शन टू स्पेस टेक्नोलॉजी
एयर ट्रांसपोर्टेशन एंड एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस
इलेक्ट्रिक 3
इलेक्टिव 4
एयरडायनेमिक लैब
प्रोजेक्ट
वाइवा-वोस
बीटेक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग: स्पेशलाइजेशन
1. एयरोडायनेमिक्स
2. थर्मोडायनेमिक्स
3. कंट्रोल सिस्टम
4. सेलीस्टियल मकैनिक
5. प्रोपल्शन
6. इलेक्ट्रॉनिक्स
बीटेक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
असिस्टेंट टेक्निकल ऑफिसर - 2.80 लाख सालाना
मैकेनिकल डिजाइन इंजीनियर - 3.40 लाख
एयरक्राफ्ट प्रोडक्शन मैनेजर - 4.20 लाख सालाना
एयरोस्पेस इंजीनियर - 7 लाख सालाना
एयरोस्पेस डिजाइनर - 7 लाख सालाना
बीटेक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग: भर्तीकर्ता
- इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो)
- नेशनल एरोनॉटिकल लेबोरेटरी
- टाटा एडवांस सिस्टम
- महिंद्र एयरोस्पेस
- एयर इंडिया
- लार्सन एंड टुब्रो
- सिविल एविएशन डिपार्टमेंट
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड
- डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लेबोरेटरी
बीटेक एयरोस्पेस इंजीनियरिंग: स्कोप
बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग करने के बाद छात्र चाहें तो नौकरी कर सकते हैं और चाहें तो उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। नौकरी करने की इच्छा रखने वाले छात्र इस कोर्स को पूरा करने के बाद ऊपर दीए गए संस्थानों में अच्छे पदों पर कार्य कर 3 से 7 लाख रुपये कमा सकते हैं।
उच्च शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले बीटेक के बाद एमटेक और एमबीए की शिक्षा ले सकते हैं। जो छात्र एयरोस्पेस में ही शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं वह इस कोर्स में एमटेक कर पीएचडी भी कर सकते हैं।
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