एनेस्थीसिया एक ऐसा विषय है जिसकी जानकारी सर्जरी के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसमें एनेस्थीसिया से पहले की केरय के साथ बाद की केरय भी शामिल है। इसके साथ आपको बता दें की एनेस्थीसिया का एक पूरा प्रोसेस होता है जो कोई डॉक्टर या सर्जन नहीं कर सकता। इसके लिए एक एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट की आवश्यकता होती है। जो मरीज की स्थिति पूराने रिकॉर्ड के आधार पर ये प्रोसेस पूरा करता है और प्रयास करता है कि मरीज को कम दर्द सहना पड़े और इसका कोई नकारात्मक प्रभाव भी न हो। आइए आपको कोर्स के बारे में विस्तार में जानकारी दें।
बीएससी इन एनेस्थीसिया 4 साल का अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है जिसे कक्षा 12वीं के बाद किया जा सकता है। इस कोर्स में छात्रों को बायोकेमेस्ट्री, एनाटॉमी, न्यूट्रिशन, पैथोलॉजी, अप्लाईड और क्लिनिकल एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी, मेडिसिन और सीएसएसडी प्रोसीजर जैसे कई विषयों के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाता है और प्रैक्टिकली भी इसकी जानकारी छात्रों की दी जाती है जो एक प्रोफेशनल के दौरान उनके लिए लाभकारी होती है।
इस कोर्स की फीस की बात करें तो 10 हजार से 2 लाथ तक जा सकती है। कोर्स की फीस इस बात पर निर्भर करती है कि संस्थान का प्रकार क्या है, यदि संस्थान प्राइवेट है तो उसकी पीस सरकारी के मुकाबले अधिक ही होती है साथ ही संस्थान की रैंकिंग का भी कोर्स की फीस पर प्रभाव पड़ता है। बीएससी इन एनेस्थीसिया की डिग्री प्राप्त करने के बाद छात्र उच्च शिक्षा भी प्राप्त कर सकता है और वह चाहे तो नौकरी भी कर सकता है।
बीएससी इन एनेस्थीसिया : योग्यता
- मान्यता प्राप्त संस्थान से कक्षा 12वीं साइंस के पीसीबी विषयों के साथ आवश्यक है।
- कक्षा 12वीं में छात्रों के कम से कम 45 से 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए।
- आरक्षित श्रेणी वाले छात्रों को अंक प्रतिशत में कुछ प्रतिशत की छूट है जिसके अनुसार उन्हें कक्षा 12वीं में क से कम 45 प्रतिशत अंक प्राप्त करने आवश्यक है।
- कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों की न्यूनतम आयु 17 और अधिकतम आयु 23 वर्ष की होनी चाहिए।
- प्रवेश मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के ही आधार पर लिया जा सकता है।
बीएससी इन एनेस्थीसिया : प्रवेश परीक्षा
1. नीट
2. एम्स एंट्रेंस एग्जाम
3. बीवीपी सीईटी
बीएससी इन एनेस्थीसिया : प्रवेश परीक्षा का सिलेबस
हर साल हेल्थ केरय सेक्टर से संबंधित कोर्स के लिए परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है, जिसमें भारत के लाखों छात्र परीक्षा में शामिल होते है। मेडिकल सेक्टर में सबसे महत्वपूर्ण परीक्षा होती है नीट, एम्स और एआईएसीईटी की। इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए छात्रों को बहुत महनत और पढ़ाई करनी पढ़ती है। बोर्ड परीक्षा की तैयारी के साथ छात्र प्रवेश परीक्षा की तैयारी भी शुरु कर देते हैं। उन्हीं छात्रों की सहायता के लिए यहां हम आपके साथ प्रवेश परीक्षा का सिलेबस भी शेयर कर रहे हैं जिसके माध्यम से आप परीक्षा के लिए और अच्छे से तैयारी कर सकते हैं।
आपको बता दें कि आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में उम्मीदवारों के मुख्य तीन विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं जिसमें केमिस्ट्री, बायोलॉजी और फिजिक्स शामिल है। इन्हें पीसीबी विषय भी कहा जाता है। जिसका सिलेबस इस प्रकार है।
फिजिक्स का सिलेबस
फिजिकल वर्ल्ड एंड मेजरमेंट
इलेक्ट्रोस्टेटिक
काइनमैट्रिक्स
करंट इलेक्ट्रिसिटी
लॉ ऑफ मोशन
मैग्नेटिक इफेक्ट आफ करंट एंड मैग्नेटिज्म
ग्रेविटेशन
इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव
एटम एंड नूक्लीअस
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस
केमिस्ट्री
स्ट्रक्चर ऑफ एटम
क्लासिफिकेशन ऑफ एलिमेंट एंड प्रिडिसिटी इन प्रॉपर्टीज
केमिकल बॉन्डिंग एंड मॉलेक्युलर स्ट्रक्चर
स्टेट ऑफ मैटर गैसेस एंड लिक्विड
थर्मोडायनेमिक्स
एक्वेरियम
रिडॉक्स रिएक्शन
सम एस-पी ब्लॉक
बायोमॉलिक्यूल, पॉलीमर्सैंड, केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ
इन्वायरमेंटस केमिस्ट्री
बायोलॉजी
डायवर्सिटी इन लिविंग वर्ल्ड
रीप्रोडक्शन स्ट्रक्चर ऑर्गेनाइजेशन इन एनिमल एंड प्लांट
सैल स्ट्रक्चर एंड फंक्शन
प्लांट फिजियोलॉजी
ह्यूमन फिजियोलॉजी
जेनेटिक एंड इवेल्यूएशन
बायोलॉजी एंड ह्यूमन वेलफेयर
बायो टेक्नोलॉजी एंड इट्स एप्लीकेशन
इकोलॉजी एंड एनवायरमेंट
बीएससी इन एनेस्थीसिया : सिलेबस
एनेस्थीसिया में बीएससी प्रोग्राम 3 साल की अवधि का प्रोग्राम है। जिसे छात्रों के लिए आसान और सहायक बनाने के लिए सेमेस्टर सिस्टम के तहत 6 सेमेस्टर में बांटा गया है। कोर्स का सिलेबस इस प्रकार है-
सेमेस्टर 1
जनरल साइकोलॉजी
ऑप्शनल सब्जेक्ट
एनाटॉमी
फिजियोलॉजी
बायोकेमेस्ट्री
सेमेस्टर 2
बेसिक फूड एंड न्यूट्रिशन
ऑप्शनल सब्जेक्ट
माइक्रोबायोलॉजी
पैथोलॉजी
फार्मोकोलॉजी
सेमेस्टर 3
एनवायरमेंटल साइंस
ऑप्शनल सब्जेक्ट
अप्लाइड पैथोलॉजी/ माइक्रोबायोलॉजी
मेडिसिन रिलेवेंट टू एनेस्थीसिया
टेक्नोलॉजी
इंट्रोडक्शन टू एनेस्थीसिया
टेक्नोलॉजी
सेमेस्टर 4
ऑप्शनल सब्जेक्ट
सीएसएसडी प्रोसीजर
एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी - क्लीनिकल
एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी - अप्लाइड
क्लीनिकल ट्रेनिंग
सेमेस्टर 5
ऑप्शनल सब्जेक्ट
पोस्ट एनेस्थीसिया केयर यूनिट
एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी - क्लिनिकल 2
एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी - अप्लाई 2 क्लीनिकल ट्रेनिंग
सेमेस्टर 6
ऑप्शनल सब्जेक्ट
एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी - एडवांस
एनेस्थीसिया फॉर सुपर स्पेशलिटी सर्जरीज,
रीजनल एनेस्थीसिया टेक्निशियन
क्लिनिकल ट्रेनिंग
बीएससी इन एनेस्थीसिया : कॉलेज और फीस
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली - 99,000 रुपये
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) अलीगढ़ - 23,000 रुपये
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC) शिमला - 18,000 रुपये
महात्मा गांधी मिशन स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान (MGMIHS) मुंबई - 33,000 रुपये
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH) चंडीगढ़ - 25,000 रुपये
श्री वेंकटेश्वर आयुर्विज्ञान संस्थान तिरुपति - 23,000रुपये
केएस हेगड़े मेडिकल अकादमी मैंगलोर - 50,000 रुपये
बीएससी इन एनेस्थीसिया : जॉब प्रोफाइल और सैलरी
एनेस्थिसियोलॉजिस्ट - 12 लाख रुपये सालाना वेतन
एनेस्थीसिया टेक्निशियन - 2 से 3 लाख रुपये सालाना वेतन
सर्जन - 10 से 12 लाख रुपये सालाना वेतन
क्लिनिकल एसोसिएट - 3.5 लाख रुपये सालाना वेतन
एसोसिएट कंसलटेंट - 6 से 8 लाख रुपये सालाना वेतन
एनेस्थेटिस्ट/ पीडिअट्रिशन - 7 से 8 लाख रुपये सालाना वेतन
बीएससी इन एनेस्थीसिया : भर्तीकर्ता
1. सरकारी अस्पताल
2. प्राइवेट अस्पताल
3. क्लिनिक
बीएससी इन एनेस्थीसिया : स्कोप
एनेस्थीसिया में अंडरग्रेजुएट डिग्री प्राप्त करने के बाद छात्र किसी भी सरकारी प्राइवेट अस्पताल में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। सर्जरी के समय एक एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट की हमेशा ही आवश्यकता पड़ती है। इस लिए हेल्थ केयर सेक्ट में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है और आपको रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी कर आप इस क्षेत्र मे सालाना 3 से 10 लाख रुपये तक कमा सकते है।
इसके अलावा यदि आप उच्च शिक्षा ग्रहण करने की इच्छा रखते है। तो आप कोर्स पूरा कर एमएससी इन एनेस्थीसिया कर सकते हैं और मास्टर की डिग्री प्राप्त कर पीएचडी के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक बार पीएचडी की डिग्री पूरी होने के बाद उम्मीदाव किसी भी मेडिकल संस्थान में आने वाले बच्चों को एक प्रोफेसर के रूप में पढ़ा सकते हैं।
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