भारत को स्वतंत्र हुए 75 साल पूरे हो चुकें है। भारत इस स्वतंत्रता दिवस को अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। जिसकी तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है और दिल्ली पुलिस भी सुरक्षा के सभी पैमानों को चेक करने में जुटी हुई है और इसी के साथ राष्ट्रीय राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था भी और कड़ी कर दी गई है ताकी की किसी भी प्रकार अव्यवस्था की स्थिति न उतपन हो इसी के साथ इस बात का ध्यान बी रखा गया है कि लोगों को भी किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। हर साल की तरह स्वतंत्रता दिवस से कई दिन पहले ही सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया जाता है। इस साल इस हफ्ते की शुरूआत से पहले ही दिल्ली की पुलिस को आकलन और सतर्कता के लिए सेंटरल डिस्ट्रिक्ट में मॉक एक्सरसाइज की करवाई गई थी। भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर खास नजर रखी गई। इस तरह से इलाकों में शाम में 3 घंटों के लिए रेड अलर्ट योजला लागू की है। हर साल की तरह भारत के प्रधानमंत्री लाल किले से राष्ट्रय को संबोधित करेंगे और राष्ट्रीय ध्वज भी फहराएंगे। इस स्मारक के आस पात 15 अगस्त को 10 हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा। इसकी जानाकरी पुलिस ने सोमवारी को दी।
स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले और आयोजन स्थल की ओर जाने वाले मार्गों पर 10,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को विभिन्न भूमिकाओं में तैनात किया जाएगा। हमने पूरे दिन के लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
इस वर्ष उप-पारंपरिक हवाई वस्तुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा इसी के साथ इंटर स्टेट कोआडिर्नेशन, इंटेलिजेंस और सेंट्रल एजेंसियों के साथ रियल-टाइम कोआडिर्नेशन बनाके रखा जा रहा है।
दिल्ली पुलिस आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) की मौजूदगी का पता लगाने के लिए बड़े पैमाने पर जांच कर रही है।
कर्मचारियों को योजना के अनुसार पर्याप्त सुरक्षा, प्रशिक्षण और तैनाती के बारे में जानकारी दी जा रही है।
गुब्बारों और पतंगबाजी को रोकने के लिए लाल किले और आसपास के इलाकों में 400 से अधिक पतंग उड़ाने वालों को तैनात किया गया है।
आवासीय कल्याण संघों और बाजार कल्याण संघों के माध्यम से भी जागरूकता फैलाई जा रही है। इसी के साथ हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि 15 अगस्त को स्मारक के आसपास पतंग, गुब्बारे या किसी भी तरह की उड़ने वाली वस्तु न दिख इसके लिए जारी की गई एडवाइजरी का पालन करें।
पुलिस ने पूरी राजधानी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पैट्रोलिंग तेज कर दी है और तोड़फोड़ विरोधी जांच की जा रही है।
होटल, गेस्ट हाउस, पार्किंग स्थल और रेस्तरां की जांच भी की जा रही है और किरायेदारों और नौकरों का वैरिफिकेशन अभियान चलाया जा रहा है।
हवाई वस्तुओं को रखने के लिए लगभग 1,000 उच्च-विशिष्टता वाले कैमरों का उपयोग किया जाएगा। इसी के साथ आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि ये कैमरे शहर की पुलिस की उत्तर, मध्य और नई दिल्ली जिला यूनिटों द्वारा स्थापित किए जाएंगे। ये हाई क्वालिटि कैमरे लाल किले तक जाने वाले वीवीआईपी रूट पर नजर रखने में भी सहायक साबित होंगे।
स्पेशल पुलिस कमिश्नर (कानून-व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने एक प्रेस कॉनफ्रेंस में कहा कि- "हम जनता से अपील करना चाहते हैं कि पुलिस की ओर से कोई भी सुझाव और निर्देश आ रहे हों, चाहे वह किरायेदारों, नौकरों के वैरिफिकेशन या होटल वैरिफिकेशन या किसी भी तरह का स्थान जहां तोड़फोड़ की संभावना हो वहां सतर्क रहें और पुलिस को इसकी सूचना दें। हम पिछले कुछ महीनों से लगातार वैरिफिकेशन अभियान चला रहे हैं।"
शहर की पुलिस विभिन्न एजेंसियों के साथ संपर्क में है और सभी इनपुटों पर कार्रवाई कर रही है। पुलिस ऑफिसर से इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के बारे में पूछे गया कि क्या जहां रोहिंग्या रहते है इन क्षेत्रों की निगरानी की जानी चाहिए तो अधिकारी ने कहा कि एक इंस्टिट्यूशनल मेकैनिज्म है जो रोहिंग्याओं पर नजर रखे हुए है और इसी से साथ एक स्पेशल ब्रांच पहले से ही इस पर काम कर रही है।
पुलिस द्वारा 22 जुलाई को एक आदेश जारी किया गया। इस आदेश में स्वतंत्रता दिवस से पहले पैराग्लाइडर, हैंडग्लाइडर और गर्म हवा के गुब्बारे जैसी हवाई वस्तुओं को उड़ाने पर रोक लगा दी गई है। यह आदेश राष्ट्रीय राजधानी में 16 अगस्त तक लागू रहेगा।