देश की राजधानी में एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में अचानक आये जलसैलाब में तीन छात्रों की मौत के बाद दिल्ली के आईएएस कोचिंग संस्थान चर्चा में हैं। देश भर से जो सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है वो यह कि यहां आने वाले छात्रों पर किस प्रकार का मानसिक दवाब है। यह बात तो तय है कि यह मानसिक दबाव केवल पढ़ाई की वजह से नहीं हो सकता, या फिर केवल कोचिंग में आपकी परफॉर्मेंस की वजह से नहीं हो सकता। इस दबाव के तमाम कारण हो सकते हैं और उनमें भी सबसे बड़ा कारण है पैसे का दबाव।
यह सब जानते हैं कि देश के छोटे-बड़े शहरों से घर से बड़ी रकम लेकर छात्र इस उम्मीद से दिल्ली आते हैं कि वो आगे चलकर आईएएस-पीसीसीएस बनेंगे और अपने साथ साथ देश को आगे बढ़ायेंगे। लेकिन एक प्रतिशत से कम छात्रों का सपना ही पूरा हो पाता है। आर्थिक दबाव की बात चली है तो आइये आपको बताते हैं कि दिल्ली में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में कितना खर्च आता है।
IAS कोचिंग सेंटरों की फीस
दिल्ली में IAS की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए कई प्रतिष्ठित कोचिंग सेंटर मौजूद हैं। इन कोचिंग सेंटरों की फीस विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि कोर्स की अवधि, अध्ययन सामग्री, और शिक्षकों की गुणवत्ता। यहां कुछ प्रमुख कोचिंग सेंटरों की फीस का विवरण इस प्रकार है:
विज़न आईएएस : 1.5 से 1.6 लाख रुपये प्रति वर्ष
एएलएस आईएएस : 1.5 से 2 लाख रुपये प्रति वर्ष
दृष्टि आईएएस : 1.5 से 1.8 लाख रुपये प्रति वर्ष
वाजीराव एंड एंड रेड्डी आईएएस इंस्टिट्यूट : 1.5 से 2.5 लाख रुपये प्रति वर्ष
वाजीराव एंड रवि : 1.5 से 1.7 लाख रुपये प्रति वर्ष
सिविल सेवा अभ्यर्थियों के वार्षिक खर्च
IAS की तैयारी के लिए केवल कोचिंग फीस ही नहीं, बल्कि अन्य कई खर्चे भी होते हैं। दिल्ली में रहकर तैयारी करने के दौरान एक अभ्यर्थी को निम्नलिखित खर्चों का सामना करना पड़ता है:
रहने का खर्च: दिल्ली में रहने का खर्च 8,000 से 20,000 रुपये प्रति माह हो सकता है, जो स्थान और सुविधाओं पर निर्भर करता है।
खाने का खर्च: खाने-पीने का मासिक खर्च लगभग 5,000 से 10,000 रुपये हो सकता है।
अध्ययन सामग्री: पुस्तकें, नोट्स, और ऑनलाइन सामग्री के लिए लगभग 10,000 से 20,000 रुपये प्रति वर्ष का खर्च हो सकता है।
मॉक टेस्ट:
प्रारंभिक परीक्षा मॉक टेस्ट : 5,000 से 10,000 रुपये प्रति वर्ष
मुख्य परीक्षा मॉक टेस्ट : 10,000 से 15,000 रुपये प्रति वर्ष
व्यक्तिगत मेंटरशिप : 20,000 से 30,000 रुपये प्रति वर्ष
नोट्स और अध्ययन सामग्री : 10,000 से 20,000 रुपये प्रति वर्ष
परीक्षा शुल्क : UPSC परीक्षा की फीस लगभग 100 से 200 रुपये होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार की तैयारी के लिए अतिरिक्त खर्च भी होते हैं
वैकिल्पक विषय की कोचिंग : 50,000 से 60,000 रुपए प्रति वर्ष
अन्य खर्चे: परिवहन, इंटरनेट, और अन्य व्यक्तिगत खर्चों को मिलाकर लगभग 5,000 से 10,000 रुपये प्रति माह हो सकते हैं
अभ्यर्थियों पर दबाव
IAS की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को विभिन्न प्रकार के दबाव का सामना करना पड़ता है:
पढ़ाई का दबाव: UPSC की परीक्षा बेहद प्रतिस्पर्धी होती है। अभ्यर्थियों को व्यापक और गहन अध्ययन करने की आवश्यकता होती है, जो मानसिक तनाव का कारण बनता है।
समय प्रबंधन: परीक्षा की तैयारी के दौरान समय का सही प्रबंधन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। कोचिंग क्लासेस, स्व-अध्ययन, और अभ्यास परीक्षाओं के बीच संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
आर्थिक दबाव: उच्च कोचिंग फीस और दिल्ली में रहने के खर्च के कारण कई अभ्यर्थियों को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
पारिवारिक और सामाजिक दबाव: तमाम अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनको परिवार और समाज की अपेक्षाओं के कारण दबाव सहना पड़ता है। असफलता की स्थिति में लोगों के तानों और आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है।
मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य: लगातार अध्ययन और तनाव के कारण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। नींद की कमी, चिंता, और अवसाद जैसी समस्याएँ आम होती हैं।
कुल मिलाकर दिल्ली में IAS की तैयारी करना आर्थिक, मानसिक, और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कोचिंग फीस, रहने-खाने का खर्च, और अध्ययन सामग्री के खर्च को मिलाकर एक अभ्यर्थी को प्रतिवर्ष 4 से 6 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं। इस दौरान उन्हें विभिन्न प्रकार के दबावों का सामना भी करना पड़ता है, जिसके लिए धैर्य, समर्पण, और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।