Atishi inspects Narela school: दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को नरेला में निर्माणाधीन स्कूल का निरीक्षण किया। स्कूलों के निरीक्षण के दौरान आतिशी ने कहा कि यह शहर की सरकार की गंभीरता और हर बच्चे को "विश्व स्तरीय शिक्षा" प्रदान करने के प्रति समर्पण का प्रमाण है। उन्होंने कहा चाहे बच्चों के परिवारों की आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो शिक्षा पर उनका समान अधिकार है।
आतिशी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सत्ता में आने से पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों की स्थिति दयनीय थी। बच्चे जीर्ण-शीर्ण इमारतों में पढ़ते थे। आतिशी ने कहा, "खेड़ा गांव (नरेला) में यह नया, शानदार स्कूल हर बच्चे को, चाहे उनकी आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो, विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के प्रति हमारी गंभीरता और समर्पण का प्रमाण है।"
एक बयान में उन्होंने कहा गया कि चार मंजिला स्कूल दिल्ली सरकार की एक प्रमुख परियोजना है और इसमें 72 कक्षाएं, स्मार्ट कक्षाएं, 11 उन्नत प्रयोगशालाएं, एक केंद्रीय पुस्तकालय और 250 छात्रों को समायोजित करने में सक्षम एक बहुउद्देशीय हॉल होगा। इसमें आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ एक लिफ्ट भी होगी। सुविधाएं सभी छात्रों के लिए होगी और ये सुनिश्चित किया जायेगा कि मूलभूत सुविधाएं सभी को प्राप्त हो।
आतिशी ने शिक्षा को प्राथमिकता देने के लिए केजरीवाल सरकार की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया। वर्ष 2015 से सरकारी स्कूलों के बदलाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने दावा किया, "आज, अरविंद केजरीवाल के विजन की बदौलत हम गांवों में ऐसे स्कूल बना रहे हैं जो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों के बराबर हैं। खेड़ा गांव में शिक्षा का यह मंदिर आसपास के हजारों बच्चों के लिए उत्कृष्टता का केंद्र बनेगा।"
आतिशी ने मौजूदा राजनीतिक माहौल पर भी बात की और कहा कि केजरीवाल भले ही "झूठे मामले" में जेल में हों, लेकिन शिक्षा के जरिए भारत को बदलने का उनका सपना अजेय है। उन्होंने जोर देकर कहा, "हम हर बच्चे, खासकर सबसे गरीब परिवारों के बच्चों को बेहतरीन शिक्षा प्रदान करके उनके विजन को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"