केंद्र सरकार ने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित वर्गों को सशक्त बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके अंतर्गत, DNT (De-Notified, Nomadic and Semi-Nomadic Tribes) यानी विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के छात्रों को SEED (Scheme for Economic Empowerment of DNTs) योजना के तहत मुफ्त कोचिंग की सुविधा प्रदान की जा रही है।
यह योजना उन छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है जो अपनी शिक्षा और करियर में आगे बढ़ने की इच्छा रखते हैं लेकिन आर्थिक चुनौतियों के कारण पीछे रह जाते हैं।
SEED Scheme क्या है?
SEED (डीएनटी समुदायों के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना) योजना का उद्देश्य विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों के सामाजिक-आर्थिक पिछड़ेपन को दूर करना है। यह योजना शिक्षा, कौशल विकास, और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है ताकि DNT समुदायों के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।
इस योजना के तहत, DNT छात्रों को प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अंतर्गत सरकारी और निजी संस्थानों में प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षाओं जैसे सिविल सेवा, मेडिकल, इंजीनियरिंग, बैंकिंग, रेलवे, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है।
फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर एसईईडी (SEED) स्कीम के बारे में अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए टेबल पर नजर डालें-
छात्रवृत्ति 1: | फ्री कोचिंग फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स अंडर एसईईडी (SEED) स्कीम |
विवरण: | यह योजना भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की एक पहल है, जिसका उद्देश्य विमुक्त (डीएनटी), घुमंतू (एनटी) और अर्ध-घुमंतू जनजातियों (एसएनटी) से संबंधित छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली कोचिंग हेतु सहायता प्रदान करना है। |
मानदंड: | विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू जनजातियों से संबंधित छात्र आवेदन के पात्र हैं। छात्र को 12वीं कक्षा के बाद जेईई, नीट, सीएलएटी, एनडीए, गैर-कमीशंड सैन्य रैंक, सीए-सीपीटी, बैंकिंग, बीमा, पीएसयू, एसएससी, आरआरबी, राज्य और केंद्रीय पुलिस आदि जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग करने के लिए इच्छुक होना चाहिए। वार्षिक पारिवारिक आय ₹2,50,000 या उससे कम होनी चाहिए। छात्र 12वीं कक्षा में अध्ययनरत हो या प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवश्यक न्यूनतम अंकों के साथ 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की हो (जिस प्रतियोगी परीक्षा के लिए उम्मीदवार उपस्थित होना चाहता है, उसके आधार पर), जबकि वर्तमान में 12वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्र को 10वीं कक्षा में न्यूनतम 50% अंक प्राप्त हुए हों। किसी भी अन्य केंद्रीय या राज्य सरकार की योजना से कोचिंग के लिए छूट का लाभ नहीं ले रहे हों। |
इनाम/लाभ: | ₹1,20,000 तक की कोचिंग शुल्क राशि एवं अन्य लाभ |
अंतिम तिथि: | 13-10-2024 |
आवेदन कैसे करें: | इसके लिए ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। |
आवेदन लिंक: | www.b4s.in/gsye/FCDNT1 |
मुफ्त कोचिंग के लाभ
शिक्षा के नए अवसर: SEED योजना के तहत DNT छात्रों को उच्च-गुणवत्ता वाली कोचिंग प्रदान की जा रही है, जो उन्हें देश की प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने में मदद करेगी। इससे इन छात्रों को सरकारी नौकरी पाने और अपने करियर को मजबूत बनाने का अवसर मिलेगा।
आर्थिक सहायता: DNT समुदाय के छात्रों को आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण कोचिंग कक्षाओं की ऊंची फीस देना मुश्किल होता है। SEED योजना के तहत दी जाने वाली मुफ्त कोचिंग से उन पर वित्तीय बोझ कम होगा और वे शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
व्यक्तिगत विकास: यह योजना न केवल शैक्षिक बल्कि व्यक्तिगत विकास पर भी ध्यान देती है। छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने, आत्मविश्वास बढ़ाने और समाज के मुख्यधारा में लाने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।
समावेशी शिक्षा: यह योजना उन छात्रों को शैक्षिक और करियर के अवसरों तक पहुंच प्रदान करती है, जो सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग से आते हैं। इससे उन्हें समाज में अपनी पहचान बनाने और सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिलेगा।