डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन अर्बन प्लेनिंग 3 साल तक की अवधि का फुल टाइम कोर्स है। पीएचडी अर्बन प्लेनिंग कोर्स आर्किटेक्चर कॉलेजों में पेश किया जाने वाला डॉक्टरेट स्तर का कार्यक्रम है। इस कोर्स में उम्मीदवार विभिन्न शहरी नियोजन विषयों जैसे शहरी विकास, परिवहन योजना, सतत विकास, बुनियादी ढांचा विकास आदि पर शोध करते हैं।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन अर्बन प्लेनिंग से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर अर्बन प्लेनिंग में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में अर्बन प्लेनिंग में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन अर्बन प्लेनिंग
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 3 साल
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम + इंटरव्यू
• कोर्स फीस- 60,000 से 1,50,000 तक
• अवरेज सैलरी- 5 लाख से 10 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- अर्बन प्लानर, अर्बन डिज़ाइनर, सिटी प्लानर, प्लानिंग मैनेजर, आर्किटेक्ट्स, सर्वे रिसर्चर, ट्रांसपोर्ट प्लानर आदि।
पीएचडी इन अर्बन प्लेनिंग: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास एम.आर्क या एम.प्लेन की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन प्लेनिंग में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
पीएचडी इन अर्बन प्लेनिंग: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी अर्बन प्लेनिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
पीएचडी इन अर्बन प्लेनिंग के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार पीएचडी अर्बन प्लेनिंग में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि पीएचडी इन अर्बन प्लेनिंग के लिए एडमिशन प्रोसेस यूजीसी सीएसआईआर नेट, यूजीसी नेट, गेट, बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसर एंट्रेंस एग्जाम आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर अर्बन प्लेनिंग का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
पीएचडी इन अर्बन प्लेनिंग: सिलेबस
- रिसर्च प्रॉबलम
- बेसिक इंस्ट्रयूमेंटेशन
- अपलाइड स्टैटेटिक्स
- मॉडलिंग एंड प्रेडिकशन ऑफ प्रफॉरमेंस
- डेवलेपिंग ए रिसर्च प्रपोसल
- फॉरम्यूलेटिंग प्रोबलम स्टेटमेंट
- लिट्रेचर सर्वे
- साइंटिफिक पेपर को कैसे पढ़े
- पब्लिशिंग ए पेपर
- साइंटिफिक पेपर को कैसे प्रसेंट करें
- जेनेसिस ऑफ आर्टिटेक्चरल रिसर्च
- रिसर्च टॉपोलॉजी इन आर्टिटेक्चरल रिसर्च
- टूल्स फॉर डेटा क्लेकशन
- सेम्पलिंग
- प्रोबेबलिटी एंड सेम्पलिंग
- संघ और परिकल्पना परीक्षण के उपाय
- सहसंबंध और प्रतिगमन
- ग्राफ सिद्धांत
- सामाजिक और दृश्य अनुसंधान के तरीके
- मात्रात्मक, गुणात्मक और स्थानिक विश्लेषण
- घटना विज्ञान, व्यवहार विज्ञान और पर्यावरण मनोवैज्ञानिक अध्ययन
- मनोविज्ञान में अवधारणाएं और अनुसंधान के तरीके
- निर्णय लेने के मॉडल
- अर्बन प्लेनिंग एंड डिजाइन
- रूरल प्लेनिंग
- इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ट्रांसपोर्टेशन प्लेनिंग
- पार्टिसिपेटरी प्लेनिंग
- एनवायरमेंटल मैनेजमेंट एंड इंपेक्ट असिसमेंट
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
पीएचडी इन अर्बन प्लेनिंग: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर- फीस 5,000
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की- फीस 37,500
- सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल प्लानिंग एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद- फीस 1.9 लाख
- योजना और वास्तुकला स्कूल, नई दिल्ली- फीस 81,600
- भारतीय इंजीनियरिंग विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, शिबपुर- फीस 28,000
- योजना और वास्तुकला स्कूल, भोपाल- फीस 80,000
- योजना और वास्तुकला स्कूल, विजयवाड़ा- फीस 53,500
- बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा- फीस 20,000
- बीएमएस कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर, बेंगलुरु- फीस 25,000
- मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भोपाल- फीस 13,907
पीएचडी इन अर्बन प्लेनिंग: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- अर्बन प्लेनर- सैलरी 5,50,000
- अर्बन डिजाइनर- सैलरी 6,00,000
- आर्किटेक- सैलरी 5,00,000
- सस्टेंबिलिटी कंस्लटेंट- सैलरी 4,50,000
- ट्रांसपोर्ट प्लेनर- सैलरी 3,50,000