फाइनेंस एंड अकाउंट्स में पीएचडी कैसे करें (Career in PHD in Finance & Accounts)

डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन फाइनेंस एंड अकाउंट्स 2 से 5 साल तक की अवधि का फुल टाइम कोर्स है। पीएचडी फाइनेंस एंड अकाउंट्स मूल रूप से एक डॉक्टरेट लेवल की डिग्री है जो कि विश्लेषणात्मक, तार्किक और समय प्रबंधन कौशल के साथ वित्तीय और लेखा क्षेत्र में कुछ शोध कार्य करना चाहते हैं।

चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पीएचडी इन रिन्यूएबल एनर्जी से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर रिन्यूएबल एनर्जी में पीएचडी करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में रिन्यूएबल एनर्जी में पीएचडी करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।

फाइनेंस एंड अकाउंट्स में पीएचडी कैसे करें

• कोर्स का नाम- डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी इन फाइनेंस एंड अकाउंट्स
• कोर्स का प्रकार- डॉक्टरेट डिग्री
• कोर्स की अवधि- 2 से 5 साल तक
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम + इंटरव्यू बेस्ड
• कोर्स फीस- 8,800 से 64,292
• अवरेज सैलरी- 4 से 8 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- शिक्षक / व्याख्याता, बैंकिंग प्रबंधक, शोधकर्ता, अर्थशास्त्री आदि।
• जॉब फिल्ड- भारतीय स्टेट बैंक, एनबीएफसी, बीएम मुंजाल विश्वविद्यालय आदि।

पीएचडी इन फाइनेंस एंड अकाउंट्स: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास फाइनेंस एंड अकाउंट्स से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
• पीएचडी इन फाइनेंस एंड अकाउंट्स में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 60% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंक की छूट मिलती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।

पीएचडी इन फाइनेंस एंड अकाउंट्स: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पीएचडी फाइनेंस एंड अकाउंट्स कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।

पीएचडी इन फाइनेंस एंड अकाउंट्स के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है

चरण 1: रजिस्ट्रेशन

  • उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
  • ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
  • आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
  • मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
  • आवेदन पत्र सबमिट करें।
  • क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।

चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम

  • यदि उम्मीदवार पीएचडी फाइनेंस एंड अकाउंट्स में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
  • बता दें कि पीएचडी इन फाइनेंस एंड अकाउंट्स के लिए एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित एंट्रेंस एग्जाम गेट, सीएसआईआर नेट, एसईटी पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।

चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।

चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट

  • एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
  • इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है, और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें डॉक्टरेट स्तर पर फाइनेंस एंड अकाउंट्स अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।

पीएचडी इन फाइनेंस एंड अकाउंट्स: सिलेबस

  • बिजनेस एनवायरमेंट
  • फाइनेंशियल एंड मैनेजमेंट अकांउटिंग
  • बिजनेस इकॉनोमिक्स
  • बिजनेस स्टेटेटिक्स एंड डाटा प्रोसेसिंग
  • बैंकिंग एंड फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट
  • बिजनेस मैनेजमेंट
  • मार्केटिंग मैनेजमेंट
  • फाइनेंशियल मैनेजमेंट
  • ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट

कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।

पीएचडी इन फाइनेंस एंड अकाउंट्स: टॉप कॉलेज और उनकी फीस

  • राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान - [आरजीआईपीटी], रायबरेली, उत्तर प्रदेश- फीस 8,800
  • प्रबंधन अध्ययन विभाग आईआईटी दिल्ली - [डीएमएस आईआईटीडी], नई दिल्ली
  • प्रबंधन के सामने स्कूल - [एफएसएम], नई दिल्ली- फीस 9,500
  • एनएमआईएमएस विश्वविद्यालय, बिजनेस मैनेजमेंट स्कूल - [एसबीएम], मुंबई, महाराष्ट्र
  • प्रबंधन विभाग - [बिट्स], पिलानी, राजस्थान- फीस 64,292
  • बीएमएल मुंजाल विश्वविद्यालय, मैनेजमेंट स्कूल, गुड़गांव, हरियाणा- फीस 56,500
  • गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश- फीस 36,667

पीएचडी इन फाइनेंस एंड अकाउंट्स: जॉब प्रोफाइल और सैलरी

  • टीचर/लेक्चरर- सैलरी 3,00,000 से 6,00,000
  • बैंकिंग मैनेजर- सैलरी 4,00,000 से 8,00,000
  • इकोनॉमिस्ट- सैलरी 3,00,000 से 7,00,000
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English summary
Doctor of Philosophy in Finance and Accounts is a full time course of duration ranging from 2 to 5 years. PhD Finance and Accounts is basically a doctoral level degree for those who want to do some research work in financial and accounting field along with analytical, logical and time management skills.
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