मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन मैथमेटिक्स 1 से 2 साल तक की अवधि का पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च स्तर का कोर्स है। ये कोर्स छात्रों को विभिन्न गणितीय, लेखा परीक्षा, व्यापार और शिक्षण से संबंधित व्यवसायों जैसे बैंकिंग लेखांकन और वित्तीय सेवाओं, सरकारी निवेश और बीमा, और सार्वजनिक प्रशासन में जाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एम.फिल मैथमेटिक्स से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर मैथमेटिक्स में एम.फिल में करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में मैथमेटिक्स में एम.फिल करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- मास्टर ऑफ फिलॉसफी इन मैथमेटिक्स
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च
• कोर्स की अवधि- 1 से 2 साल तक
• एलिजिबिलिटी- मास्टर डिग्री
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 5,000 से 1,00,000 तक
• अवरेज सैलरी- 6 से 10 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- टीचर, इकोनॉमिस्ट, मैनेजर, लोन ऑफिसर आदि।
एम.फिल मैथमेटिक्स: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• इच्छुक उम्मीदवार के पास मैथमेटिक्स से संबंधित विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
• मैथमेटिक्स में एम.फिल में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर डिग्री में न्यूनतम 55% अंक होना आवश्यक है।
• आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% अंकों की अतिरिक्त छूट दी जाती है।
• इसके साथ ही, उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम में भी विश्वविद्यालय के मानकों तक स्कोर करना होता है, जो या तो विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं या यूजीसी-नेट जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं द्वारा आयोजित की जाती हैं।
एम.फिल मैथमेटिक्स: एडमिशन प्रोसेस
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एम.फिल मैथमेटिक्स कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एम.फिल मैथमेटिक्स के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार एम.फिल मैथमेटिक्स में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि एम.फिल मैथमेटिक्स के लिए एडमिशन प्रोसेस पटना महिला कॉलेज प्रवेश परीक्षा, TISS राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा, दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें एम.फिल मैथमेटिक्स का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एम.फिल मैथमेटिक्स: सिलेबस
- हाइड्रोडायनामिक और हाइड्रोमैग्नेटिक स्थिरता I
- हाइड्रोडायनामिक और हाइड्रोमैग्नेटिक स्थिरता II
- मैग्नेटो संवहन की शुरुआत
- सरल बेनार्ड और थर्मोहेलिन अस्थिरता समस्या का सुधार
- विषम अपरूपण की अस्थिरता समस्या में जटिल तरंग वेग की 5 सीमाएं
- द्रव प्रवाह अस्थिरता, एमएचडी, प्लाज्मा और भूभौतिकीय द्रव गतिशीलता
- समूह, अंगूठियां और मॉड्यूल
- समूह और आदर्श: ए जैकबसन रेडिकल; बी सेमीसिंपल रिंग्स
- मैट्रिक्स विश्लेषण
- सीमा-परत सिद्धांत
कॉलेज फक्लटी आमतौर पर छात्रों को उनके स्वतंत्र शोध कार्य में सहायता करते हैं, जबकि अधिक अनुभव प्राप्त करने के लिए छात्र सहायक के रूप में अपने प्रोफेसरों के अधीन काम करना चुन सकते हैं। ऐसा करने से उन्हें इस बात की बेहतर समझ होगी कि पीएचडी पूरी करने के बाद अगर वे प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उन्हें किस तरह का काम करना होगा।
एम.फिल मैथमेटिक्स: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- स्टेला मैरिस कॉलेज- फीस 7,500
- बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय- फीस 21,000
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी- फीस 60,000
- प्रेसीडेंसी कॉलेज, चेन्नई- फीस 2,300
- रामकृष्ण मिशन विवेकानंद कॉलेज, चेन्नई- फीस 1,000
- सीएसजेएम कानपुर विश्वविद्यालय- फीस 53,000
- पेरियार मनियाम्मई विश्वविद्यालय- फीस 22,500
- क्वीन मैरी कॉलेज, चेन्नई- फीस 1,200
- उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता संस्थान- फीस 17,000
- आईआईएस विश्वविद्यालय- फीस 86,800
एम.फिल मैथमेटिक्स: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- ट्रेजरी मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट- सैलरी 6 से 9 लाख तक
- रिसर्चर- सैलरी 3 से 5 लाख तक
- लोन ऑफिसर- सैलरी 2.55 से 4 लाख तक
- इकोनॉमिस्ट- सैलरी 7.80 लाख
- डेमोग्राफर- सैलरी 5 से 8.75 लाख तक
- एरोडाइनेमिक्स स्पेशलिस्ट- सैलरी 7 से 12 लाख तक
- इंश्योरेंस मैनेजर- सैलरी 6,70,000
- टीचर, लेक्चरर, ट्यूटर- सैलरी 3 से 8 लाख तक
एम.फिल मैथमेटिक्स: टॉप रिक्रूटर्स
- एल एंड टी फाइनेंस
- आदित्य बिड़ला ग्रुप
- आईआरसीटीसी
- एससेंट कैपिटल
- बजाज कैपिटल
- बीएसई [बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज]
- एनएसई [नेशनल स्टॉक एक्सचेंज]
- एसबीआई [भारतीय स्टेट बैंक]
- एसबीआई कैपिटल मार्केट लिमिटेड
- मैट्रिक्स पार्टनर
- वित्त मत्रांलय
- पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन
- इसरो
- डीआरडीओ