संवैधानिक कानून में एलएलएम एक स्नातकोत्तर डिग्री है जो भारतीय संविधान में शामिल भारतीय संवैधानिक कानूनों और सिद्धांतों पर केंद्रित है। एलएलएम कॉन्स्टिट्यूशनल लॉ कोर्स में छात्रों को न्यायशास्त्र और मानवाधिकार संबंधी कानूनों के साथ-साथ पर्यावरण और भूमि अधिग्रहण संबंधी कानूनों का भी थोड़ा विस्तार से प्रशिक्षण दिया जाता है। इस पाठ्यक्रम को पूरा करने के बाद, उम्मीदवार हमारे संविधान के विभिन्न भागों का विश्लेषण करने, उन्हें वास्तविक जीवन परिदृश्यों में लागू करने और उसी से निष्कर्ष निकालने में सक्षम होंगे।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको इन एलएलएम इन कॉन्स्टिट्युशनल लॉ से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर संवैधानिक कानून में एलएलएमकरने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में एलएलएम इन कॉन्स्टिट्युशनल लॉ कोर्स करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एलएलएम इन कॉन्स्टिट्युशनल लॉ
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएशन
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- ग्रेजुएशन+एलएलबी, बीएएलएलबी
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 20,000 से 75,000 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 3 से 5 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- वकील, कानूनी अधिकारी, कानूनी लेखक, लेखक आदि।
संवैधानिक कानून में एलएलएम: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन+एलएलबी या बीएएलएलबी में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के एलएलबी डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे क्लैट-पीजी/एआईएलईटी/डीयू एलएलएम/एमएचसीईटी कानून/एलएसएटी में किसी एक को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
संवैधानिक कानून में एलएलएम: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में संवैधानिक कानून में एलएलएम कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
संवैधानिक कानून में एलएलएम के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
- यदि उम्मीदवार संवैधानिक कानून में एलएलएम में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
- बता दें कि संवैधानिक कानून में एलएलएम के लिए एडमिशन प्रोसेस क्लैट-पीजी/एआईएलईटी/डीयू एलएलएम/एमएचसीईटी कानून/एलएसएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें संवैधानिक कानून में एलएलएम का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
संवैधानिक कानून में एलएलएम: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- न्यायशास्त्र I
- संवैधानिक व्याख्या के सिद्धांत और सिद्धांत
- तुलनात्मक संवैधानिक कानून I
- कानूनी लेखन
- शासन प्रणाली
- वैश्वीकरण की दुनिया में कानून और न्याय
- भारतीय संवैधानिक कानून के क्षितिज का विस्तार
- भारत में सीमित शासन और सुरक्षा कानून
सेमेस्टर 2
- अनुसंधान क्रियाविधि
- तुलनात्मक संवैधानिक कानून II
- संघवाद
- भारतीय संवैधानिक कानून I
- भारत में केंद्र राज्य संबंध
- न्यायपालिका की स्वतंत्रता
- भारतीय संविधान और सकारात्मक कार्रवाई
- भूमि अधिग्रहण और सामुदायिक संसाधन
सेमेस्टर 3
- मानवाधिकार और कर्तव्य
- न्यायशास्त्र द्वितीय
- तुलनात्मक संवैधानिक कानून II
- भारतीय संवैधानिक कानून II
सेमेस्टर 4
- डिसर्टेशन
- पर्यावरण कानून
- रिट और सेवा मामलों का कानून
- तुलनात्मक प्रशासनिक कानून
संवैधानिक कानून में एलएलएम: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय और न्यायिक अकादमी, गुवाहाटी- फीस 1,04,500
- तमिलनाडु डॉ अंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी, चेन्नई- फीस 38,200
- महात्मा गांधी लॉ कॉलेज, हैदराबाद- फीस 24,100
- माणिकचंद पहाड़े लॉ कॉलेज, औरंगाबाद- फीस 13,046
- सिद्धार्थ लॉ कॉलेज, देहरादून- फीस 1,21,500
- पेंडेकांति लॉ कॉलेज, हैदराबाद- फीस 25,050
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कोचीन- फीस 7,555
- केएलई सोसाइटी लॉ कॉलेज, बैंगलोर- फीस 75,000
- उस्मानिया कॉलेज ऑफ लॉ, हैदराबाद- फीस 3,000
- सुशांत यूनिवर्सिटी, गुड़गांव- फीस 1,83,120
संवैधानिक कानून में एलएलएम: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- सरकारी वकील- सैलरी 4.50 लाख
- कॉर्पोरेट वकील- सैलरी 4.78 लाख
- लीगल एडवाइजर- सैलरी 5.50 लाख
- लीगल ऑफिसर- सैलरी 5.80 लाख
- लीगल राइटर- सैलरी 3.50 लाख
- लीगल एडिटर- सैलरी 6.50 लाख
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पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिजनेस लॉ में करियर (Career in PG Diploma in Business Law)
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ह्यूमन राइट्स लॉ में करियर (Career in PG Diploma in Human Rights Law)