हमारी जीवन शैली और खान-पान में लगातार आते बदलाव के कारण हृदय संबंधि कई परेशानियों को झेलना पड़ता है। हृदय की सही केयर के लिए कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर होते हैं, जो स्थिति का जांच कर सही उपचार प्रदान करते हैं। हृदय रोगों को जानने के लिए कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी आवश्यक है जो रोगों की जानकारी देने में सहायता प्रदान करती है। एक कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजिस्ट डॉक्टर को मरीजकी स्थिति का जानकारी देता है। हेल्थ सेक्टर में अपना करियर बनने की इच्छा रखने वाले छात्र जो मुख्य रूप से कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कार्य करना चाहते हैं वह बीएससी इन कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी कोर्स कर सकते हैं आइए आपको इस कोर्स के बारे में जानकारी दें।
कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी में बीएससी डिग्री 3 साल की अवधि का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसे सेमेस्टर सिस्टम के माध्यम से 6 सेमेस्टर में बांटा गया है। प्रत्येक सेमेस्टर 6 माह का है और हर सेमेस्टर के बाद परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस कोर्स को कक्षा 12वीं के बाद किया जा सकता है। कोर्स करने के लिए छात्र का साइंस स्ट्रीम से होना आवश्यक है। बीएससी इन कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी कोर्स में छात्रों को पैथॉफिजियोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी, इकोकार्डियोग्राफी, कार्डियक कैथेटेराइजेशन, इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राफी, कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम और हुमन एनाटॉमी जैसे निम्नलिखित विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। कोर्स पूरा कर छात्र एमएससी कर उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं और यदि वह चाहें तो पीएचडी कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं और विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर के तौर पर कार्य कर सालाना 5 से 10 लाख रुपये तक कमा सकते हैं।
बीएससी कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी : योग्यता
- मान्यता प्राप्त संस्थान से कक्षा 12वीं साइंस विषय के छात्र कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- कक्षा 12वीं में छात्रों को कम से कम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करने आवश्यक है।
- साइंस में छात्रों को मुख्य विषय के तौर पर पीसीबी विषयों का ज्ञान अनिवार्य है।
- कक्षा 12वीं की परीक्षा देने वाले छात्र या परीक्षा का इंतजार कर रहे छात्र कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- आरक्षित श्रेणी वाले छात्रों को अंक प्रतिशत में कुछ प्रतिशत की छूट प्राप्त होगी।
- कोर्स में प्रवेश के लिए न्यूनतम 17 वर्ष होनी चाहिए।
- कार्डियक केयर टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा कोर्स करने वाले छात्र इस कोर्स में लेटरल एंट्री के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- कोर्स में प्रवेश मेरिट और प्रवेश परीक्षा दोनों के आधार पर भी लिया जा सकता है।
बीएससी कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी : प्रवेश परीक्षा
1. जेईटी (JET)
2. एनपीएटी (NPAT)
3. बीएचयू यूईटी (BHU UET)
4. एसयूएटी (SUAT)
5. सीयूईटी (CUET)
6. एपीईएएमसीईटी (AP EAMCET)
बीएससी कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी : कॉलेज और फीस
1. माहे, मणिपाल - 2,30,000 रुपये
2. केएमसी, मैंगलोर - 2,30,000 रुपये
3. सिमाट्स, चेन्नई - 1,45,000 रुपये
4. एमएमयू, अंबाला - 83,500 रुपये
5. एसवीआईएमएस, तिरुपति - 27,700 रुपये
6. हिट्स, चेन्नई - 57,500 रुपये
7. एसयू, ग्रेटर नोएडा - 1,26,000 रुपये
8. गलगोटिया विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा - 60,000 रुपये
9. सुशांत यूनिवर्सिटी, गुड़गांव - 1,28,120 रुपये
10. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, कोझिकोड - 19,960 रुपये
बीएससी कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी : सिलेबस
प्रथम वर्ष
• हुमन एनाटॉमी
• एनाटॉमी एंड कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम
• फिजियोलॉजी
• पैथोलॉजी एंड पैथॉफिजियोलॉजी
• माइक्रोबायोलॉजी
• फार्मोकोलॉजी एंड थैरेपीयूटिक्स
• फाउंडेशन इंग्लिश
• फंडामेंटल ऑफ कंप्यूटर
द्वितीय वर्ष
• एडवांस इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राफी
• एक्सरसाइज ईसीजी
• इकोकार्डियोग्राफी
• हॉल्टर रिकॉर्डिंग
तृतीय वर्ष
• कार्डियक कैथेटेराइजेशन पार्ट 1 - इंट्रोडक्टरी कोर्स
• कार्डियक कैथेटेराइजेशन पार्ट 2
• कार्डियक कैथेटेराइजेशन पार्ट 3 - पेसिंग एंड इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी
बीएससी कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी : जॉब प्रोफाइल और वेतन
• इकोकार्डियोग्राफिक टेक्नीशियन - 4 से 5 लाख रुपये सालाना
• ईकेजी टेक्नीशियन - 5 लाख रुपये सालाना
• कार्डियक सोनोग्राफी - 6 लाख रुपये सालाना
• कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजिस्ट - 7 लाख रुपये सालाना
• वैस्कुलर टेक्नोलॉजिस्ट - 8 लाख रुपये सालाना
बीएससी कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी : भर्तीकर्ता
1. सरकारी अस्पताल
2. प्राइवेट अस्पताल
3. क्लिनिक
4. कॉलेज और विश्वविद्यालय
5. हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन
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