नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अप्रैल 2020 रविवार को मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' के 64वें संस्करण के दौरान राष्ट्र को संबोधित किया। पीएम मोदी ने मन की बात में कोरोनोवायरस बीमारी के खिलाफ भारत में "लोगों द्वारा संचालित युद्ध" अर्थात (people-driven war) का स्वागत किया। पीएम मोदी ने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के दौरान कहा कि भविष्य में जब भी कोरोनावायरस की जंग पर बात होगी, भारत योगदान उद्धरण के तौर पर पेश किया जाएगा। कोरोनावायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई लोगों को प्रेरित करती है। यह लोगों और प्रशासन के बीच घनिष्ठ सहयोग में लड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह व्यवसाय, कार्यालय, शिक्षा संस्थान या चिकित्सा क्षेत्र हो, हर कोई पोस्ट-कोरोनोवायरस दुनिया में परिवर्तन के लिए अनुकूल है। आइये जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात की 10 मुख्य बातें...
1. भारत में कोरोनावायरस बीमारी के खिलाफ युद्द स्तर पर लड़ाई लड़ी जा रही है। इसमें सैनिक, डॉक्टर, शासन प्रशासन के साथ साथ आम जनता भी अपना योगदान दे रही है। हमारे मेहनती किसान यह सुनिश्चित करते हैं कि कोई भी भूखा न रहे।
2. सभी लोगो अपनी क्षमता अनुसार इस संकट से लड़ रहे हैं। कुछ अपनी पूरी पेंशन, पुरस्कार राशि पीएम केयर फंड को दान कर रहे हैं, किसान अपनी पूरी सब्जी का उत्पादन कर मुफ्त में लोगों तक पहुंचा रहे हैं, कुछ लोग फेसमास्क बना रहे हैं, जबकि अन्य क्वारंटाइन में स्कूलों में सफेदी कर रहे हैं।
3. कोरोना वॉरियर्स का अर्थ क्या है ? कोरोना वॉरियर्स कौन है ? कोरोना वॉरियर्स का अर्थ है जो कोरोनावायरस महामारी से लड़ने में मदद करे। कोरोना वॉरियर्स में डॉक्टर, पुलिस, सेना, शासन, प्रशासन के साथ साथ वह सब लोग कोरोना वॉरियर्स कहलाते हैं जो कोविड-19 महामारी से लड़ने में मदद कर रहे हैं, इसलिए हमें कोरोना वॉरियर्स को धन्यवाद देना चाहिए।
4. हम सब कोरोना वॉरियर्स बन सकते हैं और इस खतरे से लड़ सकते हैं। सर्वोच्च प्राथमिकताओं में गरीबों और कमजोरों की मदद करना है। यह हमारे व्यवसाय, कार्यालय संस्कृति, शिक्षा, चिकित्सा क्षेत्र हो..हर कोई कोरोनावायरस दुनिया में नए परिवर्तनों के लिए अनुकूल है।
5. वंचितों के लिए भोजन, राशन की व्यवस्था करना, लॉकडाउन सुनिश्चित करना, अस्पतालों में स्वदेशी रूप से चिकित्सा उपकरणों के निर्माण की व्यवस्था करना ... पूरा देश एक ही दिशा में एक ही समान उद्देश्य की ओर एक साथ आगे बढ़ रहा है।
6. भारत ने कुछ निर्णय लिए, जो हमारे लोकाचार द्वारा निर्देशित थे। हमने एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म covidwarriors.gov.in बनाया है। इस प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से सामाजिक संगठनों, नागरिक समाज और स्थानीय प्रशासन के स्वयंसेवक जुड़े हुए हैं। डॉक्टर, नर्स, एनसीसी कैडेट आदि सहित 1.25 करोड़ लोग इस मंच से जुड़ चुके हैं। आप भी इस अथक प्रयास में सहयोग कर कोरोना वॉरियर्स बन सकते हैं।
7. आज जब विश्व नेता मुझसे कहते हैं- थैंक यू इंडिया, भारत के लोगों को धन्यवाद, तो मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है। भारत अपने नागरिकों की देखभाल कर रहा है और भारत एक स्वस्थ ग्रह बनाने में योगदान दे रहा है। प्रतिरक्षा में सुधार करने के लिए आप क्या कर सकते हैं। ध्यान रखें कि हमारे पारंपरिक सिस्टम ऐसा करने के लिए शानदार तरीके प्रदान करते हैं। आइए हम इन प्रणालियों को लोकप्रिय बनाते हैं और उन्हें एक ऐसी भाषा में साझा करते हैं जिसमें दुनिया समझती है।
8. हम भारत में हमेशा से जानते थे कि सार्वजनिक स्थानों पर थूकना गलत है। फिर भी कई लोग सार्वजानिक स्थानों थूकते थे । अब यह सुनिश्चित करने का सबसे अच्छा समय है कि हम सार्वजानिक स्थानों पर थूकें नहीं। यह बुनियादी स्वच्छता को बढ़ाएगा और कोरोनावायरस महामारी कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करेगा।
9. मैं कोरोनावायरस महामारी से निपटने में उनकी सक्रिय भूमिका के लिए राज्य सरकारों की सराहना करता हूं। हम सभी अक्षय तृतीया का त्योहार मनाते हैं लेकिन इस वर्ष यह एक विशेष महत्व रखता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारे ऊपर चाहे कितनी भी आपदाएं आ जाएं और कितने ही संकटों का सामना करना पड़े - इनसे जूझने की मानवीय भावना अटूट है।
10. पिछली बार रमज़ान मनाते समय, किसी ने नहीं सोचा होगा कि इस बार रमज़ान के दौरान इतनी मुश्किलें होंगी। इस बार, हम यह प्रार्थना करें कि ईद के समय तक दुनिया को कोरोनावायरस से मुक्त किया जा सकता है। आज हम उन सभी कोनों से आ रहे चित्रों को देखते हैं जहाँ स्वच्छता कार्यकर्ताओं को पंखुड़ियों से नहलाया जाता है। इससे पहले, आपने शायद उनके योगदान पर ध्यान नहीं दिया था।
नोट: पिछले महीने 'मन की बात' के 63 वें एपिसोड में, मोदी ने कोविद -19 के कारण देश में व्याप्त स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया था। प्रधानमंत्री ने 24 मार्च को कोरोनावायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर 21 दिन के राष्ट्रव्यापी बंद की घोषणा की थी। बाद में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया था।