PM Modi Bodyguard Briefcase: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में तो हर कोई जानता है लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि उनकी सुरक्षा कौन करता है? बता दें कि भारत के पीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के पास होती है। एसपीजी पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार की सुरक्षा का भी ख्याल रखती है।
प्रधानमंत्री जहां से भी गुजरते हैं वहां की रैलियों में पीएम की सुरक्षा के लिए एसपीजी के अचूक निशानेबाज तैनात किए जाते हैं। एसपीजी कर्मी आधुनिक हथियारों जैसे एफएनएफ-2000 असॉल्ट राइफल, स्वचालित बंदूकें और 17-एम जैसी कुछ खतरनाक पिस्तौल से लैस हैं। लेकिन क्या आप इस बात से वाकिफ हैं कि अगर प्रधानमंत्री चाहें तो यह सुरक्षा लेने से इनकार कर सकते हैं, इसे लेना या नहीं लेना यह निर्णय पूरी तरह से पीएम पर निर्भर करता है।
खैर ये तो रही पीएम के सुरक्षाकर्मियों की बात किंतु क्या आपने कभी गौर किया है कि पीएम के बॉडीगार्ड के हाथ में एक काला ब्रीफकेस या सूटकेस भी होता है? आपने इसे 26 जनवरी की परेड में भी देखा है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन बॉडीगार्ड्स के ब्रीफकेस में क्या होता है? वे इसे अपने साथ क्यों रखते हैं? आइए आज के इस लेख में हम आपको बताएं..
दरअसल, यह काला सूटकेस एक न्यूक्लियर बटन है, जो प्रधानमंत्री से कुछ फीट की दूरी पर रखा जाता है और यह देखने में काफी पतला लगता है। यह ब्रीफकेस एक पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड या पोर्टेबल फोल्डेड बैलिस्टिक शील्ड होती है जिसे हमले के दौरान खोला जा सकता है और यह एनआईजी लेवल 3 तक की सुरक्षा प्रदान करता है। जब भी सुरक्षा बल कुछ संदिग्ध गतिविधि देखते हैं, तो वे सुरक्षा के लिए शील्ड को खोलने के लिए उसे नीचे की ओर हिलाते हैं। प्रधानमंत्री पर हुए किसी भी हमले में यह ब्रीफकेस एक ढाल के रूप में कार्य करता है जो वीवीआईपी को तत्काल और अस्थायी सुरक्षा देता है। ब्रीफकेस में एक जेब भी होती है जहां पिस्तौल रखी जाती है।
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एसपीजी के बारे में...
एसपीजी देश भर से आए अंतरराष्ट्रीय मेहमानों को भी सुरक्षा प्रदान करती है, इसके अलावा वे राजनयिक यात्राओं पर आए देश के विशिष्ट व्यक्तियों को भी सुरक्षा प्रदान करती है। आप हर कोने की जांच करते हुए और हर संभावित खतरे को खत्म करते हुए उन्हें नोटिस भी कर सकते हैं।
एसपीजी कैबिनेट सचिवालय के अंतर्गत आती है और इसकी कमान महानिदेशक के हाथ में होती है जो भारतीय पुलिस सेवा का अधिकारी होता है। एसपीजी कमांडो का चयन "केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल" और "रेलवे सुरक्षा बल" कर्मियों में से किया जाता है। लेकिन अधिकारी आईपीएस या आरपीएफ अधिकारी होते हैं। एसपीजी लगातार वीवीआईपी लोगों को सर्वोच्च सुरक्षा प्रदान कर रही है।