PM Modi Mann Ki Baat 68th Edition Live Updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मन की बात कार्यक्रम का 68वां संस्करण प्रस्तुत कर रहे हैं। 30 अगस्त को सुबह 11 बजे पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया। पीएम मोदी के मन की बात प्रोग्राम से एक दिन पहले गृह मंत्रायल ने अनलॉक 4 के दिशा निर्देश जारी किये, जिसमें मेट्रो सेवाएं 7 सितंबर से फिर से शुरू करने की बात कही गई। इसके अलावा स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान, सिनेमा हॉल, मंदिर, मस्जिद, धार्मिक स्थल, स्विमिंग पूल आदि को 30 सितंबर तक बंद रखने का फैसला किया है। अनलॉक 4.0 गाइडलाइन्स 1 सितंबर से पूरे देश में लागू की जाएगी। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में नीट और जेईई परीक्षा पर कोई चर्चा नहीं की है, जबकि देश में लगातार नीट 2020 और जेईई मेन 2020 परीक्षा स्थगित करने की मांग की जा रही है। नीट परीक्षा 13 सितंबर से होगी, जबकि जेईई मेन परीक्षा 1 से 6 सितंबर तक आयोजित की जाएगी।
PM Modi Mann Ki Baat 68th Edition Live Updates:
पीएम मोदी ने कहा कि आम तौर पर ये समय उत्सव का है। जगह-जगह मेले लगते हैं, धार्मिक पूजा-पाठ होते हैं। कोरोना के इस संकट काल में लोगों में उमंग और उत्साह तो है ही, मन को छू लेने वाला अनुशासन भी है, हम बहुत बारीकी से अगर देखेंगे, तो एक बात अवश्य हमारे सामने आएगी- हमारे पर्व और पर्यावरण। इन दोनों के बीच एक बहुत गहरा नाता है।
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के पश्चिमी चंपारण में सदियों से थारू आदिवासी समाज के लोग 60 घंटे के लॉकडाउन, उनके शब्दों में '60 घंटे के बरना' का पालन करते हैं। प्रकृति की रक्षा के लिए बरना को थारू समाज के लोगों ने अपनी परंपरा का हिस्सा बना लिया है और ये सदियों से है।
खिलौने जहां activity को बढ़ाने वाले होते हैं, तो खिलौने हमारी आकांक्षाओं को भी उड़ान देते हैं। खिलौने केवल मन ही नहीं बहलाते, खिलौने मन बनाते भी हैं और मकसद गढ़ने वाले भी होते हैं। ऋगवेद में मंत्र है- अन्नानां पतये नमः, क्षेत्राणाम पतये नमः अर्थात अन्नदाता को नमन है। किसान को नमन है। किसानों ने कोरोना जैसे कठिन समय में अपनी ताकत को साबित किया है। हमारे देश में इस बार खरीफ की फसल की बुआई पिछले साल के मुकाबले 7 प्रतिशत ज्यादा हुई है।
हमारे देश में Local खिलौनों की बहुत समृद्ध परंपरा रही है। कई प्रतिभाशाली और कुशल कारीगर हैं, जो अच्छे खिलौने बनाने में महारत रखते हैं। भारत के कुछ क्षेत्र Toy Clusters यानी खिलौनों के केन्द्र के रूप में भी विकसित हो रहे हैं। Global toy industry, 7 लाख करोड़ से भी अधिक की है। 7 लाख करोड़ रुपयों का इतना बड़ा कारोबार, लेकिन भारत का हिस्सा उसमें बहुत कम है। जिस राष्ट्र के पास इतने विरासत हो, परम्परा हो, क्या खिलौनों के बाजार में उसकी हिस्सेदारी इतनी कम होनी चाहिए?
खिलौनों के साथ हम दो चीजें कर सकते हैं - अपने गौरवशाली अतीत को अपने जीवन में फिर से उतार सकते हैं और अपने स्वर्णिम भविष्य को भी संवार सकते हैं। भारतीयों के innovation और solution देने की क्षमता का लोहा हर कोई मानता है और जब समर्पण भाव हो, संवेदना हो तो ये शक्ति असीम बन जाती है।
हमारे यहां के बच्चे, हमारे विद्यार्थी, अपनी पूरी क्षमता दिखा पाएं, अपना सामर्थ्य दिखा पाएं, इसमें बहुत बड़ी भूमिका nutrition की भी होती है। पूरे देश में सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा। Nutrition के इस आंदोलन में people participation भी बहुत जरुरी है। जन-भागीदारी ही इसको सफल करती है। पिछले कुछ वर्षों में इस दिशा में, देश में काफी प्रयास किए गए हैं।
भारत एक विशाल देश है, खान-पान में ढेर सारी विविधता है। इसीलिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि हर क्षेत्र के मौसम, वहां के स्थानीय भोजन और वहां पैदा होने वाले अन्न, फल और सब्जियों के अनुसार एक पोषक, nutrient rich, diet plan बने।
बीते दिनों जब हम अपना स्वतंत्रता दिवस मन रहे थे, तब एक खबर पर मेरा ध्यान गया। ये खबर Indian Army के dogs सोफी और विदा की है। सोफी और विदा को अपने देश की सेवा करते हुए अपना कर्तव्य बखूबी निभाने के लिए Chief of Army Staff Commendation Cards से सम्मानित किया गया है। Dogs की disaster management और rescue missions में भी बहुत बड़ी भूमिका होती है।
भारत में National Disaster Response Force - NDRF ने ऐसे दर्जनों dogs को specially train किया है। Indian breed के dogs भी बहुत अच्छे और सक्षम होते हैं। अब हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने भी Indian breed के dogs को अपने सुरक्षा दस्ते में शामिल कर रही हैं। अगली बार जब आप भी dog पालने की सोचें तो आप भी जरूर Indian breed के dog घर लाएं।
हम जब अपनी जीवन की सफलताओं को देखते हैं तो हमें किसी ने किसी शिक्षक की याद अवश्य आती है। कोरोना काल में हमारे शिक्षकों के सामने भी समय के साथ बदलाव की एक चुनौती लगती है। हमारे शिक्षकों ने इस चुनौती को न केवल स्वीकार किया, बल्कि उसे अवसर में बदल भी दिया है। पढाई में तकनीक का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कैसे हो, नए तरीकों को कैसे अपनाएं, छात्रों को मदद कैसे करें यह हमारे शिक्षकों ने सहजता से अपनाया है और अपने students को सिखाया भी है।
वर्ष 2022 में हमारे देश स्वतंत्रता के 75 वर्ष का पर्व मनाएगा। स्वतंत्रता के पहले अनेक वर्षों तक देश में आजादी का जन्म उसका एक लम्बा इतिहास रहा है। यह बहुत आवश्यक है कि हमारी आज की पीढ़ी आजादी की जंग और हमारे देश के नायकों से परिचित रहे, उसे उतना ही महसूस करे। अपने जिले और क्षेत्र में आजादी के आंदोलन के समय क्या हुआ, कौन शहीद हुआ, कौन कितने समय तक जेल में रहा। यह बातें हमारे विद्यार्थी जानेंगे तो उनके व्यक्तित्व में भी इसका प्रभाव दिखेगा। इसके लिए बहुत से काम किए जा सकते हैं, जिसमें हमारे शिक्षकों का बड़ा दायित्व है।
जो देश के लिए खप गए, ऐसे महान व्यक्तित्वों को अगर हम सामने लाएंगे तो उनकों सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जब हम 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मना रहे हैं तब मैं मेरे शिक्षक साथियों से जरूर आग्रह करूंगा कि वे इसके लिए एक माहौल बनाएं सब को जोड़ें और सब मिल करके जुट जाएं।
Unlock 4.0 Guidelines
शो के दौरान चर्चा किए जाने वाले विषयों पर लोगों से सुझाव मांगने के बाद पीएम मोदी ने 11 अगस्त को सुबह 11 बजे ट्वीट किया। आपको क्या लगता है कि इस महीने के #MannKiBaat के दौरान चर्चा की जानी चाहिए, जो 30 तारीख को होगी?" उन्होंने ट्विटर पर पूछा था और लोगों से कहा था कि वे NaMo या MyGov ऐप का उपयोग करके या 1800-11-7800 पर कॉल करके अपने संदेश रिकॉर्ड करके अपने इनपुट भेज सकते हैं। फोन लाइनें 10 अगस्त से खोली गई हैं। प्रधानमंत्री का प्रसारण केंद्र के अनलॉक के चरण 4 में आगे की छूट के एक दिन बाद होता है, जहां स्कूलों के अंतिम रूप से फिर से खोलने के लिए पानी का परीक्षण क्या हो सकता है, केंद्र सरकार ने राज्यों को अनुमति दी है और स्कूलों में 50% शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को अनुमति देने के लिए केंद्र शासित प्रदेश। गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा शनिवार को जारी 4.0 दिशानिर्देशों ने कहा कि यह 21 सितंबर के बाद ऑनलाइन शिक्षण / टेली-काउंसलिंग और संबंधित कार्यों के उद्देश्य से हो सकता है।
30 सितंबर तक स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। दिशानिर्देशों में कहा गया है कि सम्मिलन क्षेत्रों के स्कूलों को स्टाफ बुलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी और इस संबंध में मानक संचालन प्रक्रिया (SoP) स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी की जाएगी। कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को भी मार्गदर्शन के लिए स्कूल जाने की अनुमति दी गई है यदि यह नियंत्रण क्षेत्र के बाहर स्थित है। ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों ने अपनी पढ़ाई को प्रभावित करने वाले इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी के बारे में शिकायत की है - यह छूट उनकी मदद कर सकती है। राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई), राष्ट्रीय कौशल विकास निगम या राज्य कौशल विकास मिशनों या अन्य केंद्रीय या राज्य मंत्रालयों के साथ पंजीकृत लघु प्रशिक्षण केंद्रों में भी कौशल या उद्यमिता प्रशिक्षण की अनुमति दी जाएगी। राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (NIESBUD), भारतीय उद्यमिता संस्थान (IIE) और उनके प्रशिक्षण प्रदाताओं को भी अनुमति दी जाएगी।