क्यूएस ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 की सूची जारी की है। इसमें भारतीय विस्वविद्यालयों की संख्या पिछले साल से बढ़ कर इस साल 41 हो गई है, जिसमें । इस साल 7 नए भारतीय विश्वविद्यालय इस सूची में शामिल हुए। आईआईएससी बेंगलुरु ने आईआईटी को पछाड़ते हुए भारतीय संस्थानों में क्यूएस की सूची में पहला स्थान प्राप्त किया.
आईआईएससी ने आईआईटी को पीछे छोड़ा
पिछले साल यानी की क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 में आईआईटी बॉम्बे, भारतीय विश्वविद्यालयों में सबसे टॉप था। लेकिन इस साल आईआईटी बॉम्बे को पीछे छोड़ते हुए आईआईएससी नें टॉप स्थान हासिल किया। एक ही साल में 31 स्थानों की वृद्धि के साथ आईआईएससी नें क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023 की सूची में 155वां स्थान हासिल किया और भारतीय विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान। इसके साथ ही आईआईटी बॉम्बे दूसरे स्थान और वैश्विक स्तर पर 172वां स्थान। आईआईटी दिल्ली ने तीसरा स्थान हासिल किया और वैश्विक स्तर पर 174 वां स्थान। पिछले साल की रैंकिंग से आईआईटी बॉम्बे ने पांच स्थानों की वृद्धि की और आईआईटी दिल्ली ने 11 स्थानों की वृद्धि की। इस साल की सूची में भारत के ये तीनों विश्विद्यालय वैश्विक स्तर पर टॉप 200 की सूची में शामिल हुए हैं।
किन आधारो पर विश्वविद्यालयों को दिए जाते है स्थान
क्यूएस के प्रवक्ता विलियम बारबेरी ने हाल में दिए एक इंटरव्यू में बताया कि किन मानकों के आधार पर दुनिया भर सभी विश्वविद्यालयों की रैंकिंग होती है। उन्होंने बताया कि छह में से चार मानकों के आधार पर रैंकिंग को घटाया या बढ़ाया जाता है। इस तरह अंत में सभी विश्वविद्यालयों को सूचीबद्ध किया जाता है।
छह मापदंड (पैरामीटर)
- अकादमिक प्रतिष्ठा (एआर)
- नियोक्ता प्रतिष्ठा (ईआर)
- संकाय-छात्र अनुपात (एफएसआर)
- प्रति संकाय उद्धरण (सीपीएफ)
- अंतरराष्ट्रीय संकाय अनुपात
- अंतरराष्ट्रीय छात्र अनुपात
बारबेरी ने आईआईएससी के प्रदर्शन पर क्या कहा?
बारबेरी ने हाल ही दिए एक इंटरव्यू में आईआईएससी के बारे में पुछे जाने पर बताया कि- आईआईएससी के लिए क्यूएस में यह साल असाधारण साल की तरह रहा। पिछले साल से इस साल में आईआईएससी का प्रदर्शन मीट्रिक और प्रति संकाय उद्धरण में साल-दर-साल कोई बदलाव नहीं हुआ, इसमें यह विश्व नेता है जिस कारण से ये सूची में सबसे ऊपर बना हुआ है। आईआईएससी नें छह मापदंड़ो में से चार में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है जिसकी वजह से यह और ऊपर बढ़ता जा रहा है। विशेष रूप से इसने अपने अंतरराष्ट्रीय संकाय में विस्तर किया है, साथ ही शैक्षणिक और नियोक्ता प्रतिष्ठा में सुधारों से आईआईएससी को भारत के शैक्षिक संस्थानों में शिखर पर ले जाने के लिए प्रेरित किया है।
लंदन में स्थित उच्च शिक्षा विश्लेषण फर्म क्वाक्वेरेली साइमंड्स के सीपीएफ संकेतक के मुताबिक विश्वविद्यालयों को संकाय आकार के लिए समायोजित किया जाता है, तो उसके आधार पर आईआईएससी बेंगलुरु दुनिया का टॉप अनुसंधान विश्वविद्यालय है, जो मीट्रिक के लिए 100/100 का पूर्ण स्कोर प्राप्त करता है।
क्यूएस ने अपने एक बयान में कहा कि- आईआईएससी बेंगलुरु क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग टॉप -200 में सबसे तेजी से उभरता हुआ दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय है।
भारतीय शिक्षा संस्थान
इस साल कुल मिलाकर 41 संस्थानों नें क्यूएस रैंकिंग में अपना जगह बनाई लेकिन कई प्रमुख मेट्रिक्स पर उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। 42 में से 30 संस्थानो को एफएसआर संकेतक में गिरावट को झेलना पड़ा। हालांकि दो अन्य विश्विद्यालयों नें इस साल संकाय/छात्र अनपात के मापदंड में अपने प्रदर्शन से टॉप 250 में अपनी जगह बनाई। इस मापदंड के अनुसार सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय ने एफएसआर के लिए 225 वां स्थान प्राप्त किया और ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने एफएसआर के लिए 235 वां स्थान हासिल किया और इसके बाद आईआईएससी बेंगलुरु ने एफएसआर के लिए 276 वां स्थान प्राप्त किया।
आईआईटी ने टॉप 500 में बनाई अपनी जगह
भारत के 8 आईआईटी ने क्यूएस व्लर्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में इपनी जगह बनाई। उन आईआईटी के नाम कुछ इस प्रकार हैं-
- आईआईटी बॉम्बे
- आईआईटी दिल्ली
- आईआईटी मद्रास
- आईआईटी कानपुर
- आईआईटी खाड़गपुर
- आईआईटी रुड़की
- आईआईटी गुवाहाटी
- आईआईटी इंदौर
इसके अलावा कोई भी सार्वजनिक और निजी विश्वविद्यालय इस सूची में अपनी जगहा नहीं बना पाया।
क्यूएस में भारतीय संस्थानों की सूची
नाम | 2023 |
आईआईएससी बेंगलुरु | 155 |
आईआईटी बॉम्बे | 172 |
आईआईटी दिल्ली | 174 |
आईआईटी मद्रास | 250 |
आईआईटी कानपुर | 264 |
आईआईटी खाड़गपुर | 270 |
आईआईटी रुड़की | 369 |
आईआईटी गुवाहाटी | 384 |
आईआईटी इंदौर | 396 |
दिल्ली विश्वविद्यालय | 521-530 |
एसपीयू पुणे | 541-550 |
मद्रास विश्वविद्यालय | 541-550 |
अन्ना विश्वविद्यालय | 551-560 |
आईआईटी हैदराबाद | 581-590 |
जेएनयू | 601-650 |
ओपी जिंदल वैश्विक विश्वविद्यालय | 651-700 |
आईआईटी वाराणसी | 651-700 |
जादवपुर विश्वविद्यालय | 701-750 |
हैदराबाद विश्वविद्यालय | 751-800 |
मणिपाल विश्वविद्यालय | 751-800 |
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय | 801-1000 |
आईआईटी भुवनेश्वर | 801-1000 |
जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय | 801-1000 |