Chandra Grahan 2023 & Buddha Purnima 2023: बुद्ध पूर्णिमा को बुद्ध जयंती के रूप में भी जाना जाता है। यह 5 मई, 2023 को मनाई जा रही है। इस साल का पहला चंद्र ग्रहण और हिन्दू कैलेंडर के वैशाख महीने की पूर्णिमा एक साथ 05 मई को पड़ रहा है। बुद्ध पूर्णिमा भगवान बुद्ध के जन्मदिन को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। ज्योतिषों के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण का एक ही दिन पर होना इसे 130 वर्षों के बाद होने वाला एक दुर्लभ महासंयोग बना रहा है। इस महासंयोग से पूर्णिमा की रात चांद की चांदनी थोड़ी फीकीं पड़ जायेगी।
बता दें कि हिन्दू पंचाग के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 4 मई रात्रि 11 बजकर 44 मिनट पर हो चुकी है, जिसकी समाप्ति 5 मई को रात्रि 11 बजकर 3 मिनट पर होगी। वहीं साल का पहला चंद्र ग्रहण 05 मई 2023 यानि शुक्रवार रात 8 बज कर 44 मिनट पर लगेगा। यह उपछाया चंद्र ग्रहण अर्थात पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण है। चंद्र ग्रहण रात्रि 1 बज कर 1 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 04 घंटे 18 मिनट होगी।
बुद्ध पूर्णिमा 2023। Buddha Purnima 2023
इस साल गौतम बुद्ध की 2585वीं जयंती है। यह त्योहार ज्यादातर एशिया में राजकुमार सिद्धार्थ गौतम के जन्म की याद में मनाया जाता है, जिन्हें बाद में गौतम बुद्ध के नाम से जाना गया। हालांकि बुद्ध के जन्म और मृत्यु की सटीक तिथि ज्ञात नहीं है। इतिहासकारों के अनुसार यह समय अवधि 563-483 ईसा पूर्व के बीच रही होगी। इस उत्सव की तिथि एशियाई चंद्र-सौर कैलेंडर पर निर्भर करती है लेकिन आमतौर पर यह अप्रैल या मई में पड़ती है। यह दिन सभी बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यधिक सांस्कृतिक महत्व रखता है और वे इस दिन को विशेष त्योहार के रूप में मनाते हैं। दक्षिण पूर्व एशिया में, बुद्ध पूर्णिमा को वेसाक के रूप में मनाया जाता है।
बुद्ध पूर्णिमा भगवान गौतम बुद्ध की जयंती के रूप में मनायी जाती है। गौतम बुद्ध, बौद्ध धर्म के संस्थापक हैं। यह त्योहार देश और दुनिया भर में बौद्धों द्वारा मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिसे "बुद्ध जयंती" के रूप में भी संदर्भित किया जाता है। यह वैश्विक बौद्ध समुदाय के लिए अत्यधिक सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है और प्रतिवर्ष बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। बुद्ध जयंती बौद्ध धर्म के संस्थापक राजकुमार सिद्धार्थ गौतम की जयंती को चिह्नित करने के लिए पूर्वी एशिया और दक्षिण एशिया में हर्सोल्लास के साथ मनाया जाता है।
कहां-कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण। Chandra Grahan 2023
वर्ष 2023 का पहला चंद्र ग्रहण करीब 4 घंटे और 18 मिनट का होगा। इस वर्ष चंद्र ग्रहण यूरोप, मध्य एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत,अटलांटिक,अंटार्कटिका और हिंद महासागर में दिखाई देगा। ये उपछाया चंद्र ग्रहण है, इसके तहत चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया केवल एक तरफ से पड़ती है। चांद पर पृथ्वी की छाया एक तरफ पड़ने के कारण ये चंद्र ग्रहण विश्व के कुछ ही हिस्सों में दिखाई देगा। साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 05 मई 2023 यानि आज रात 8 बज कर 44 मिनट पर लगेगा और रात्रि 1 बज कर 1 मिनट पर समाप्त होगा। यह उपछाया चंद्र ग्रहण अर्थात पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण है।