ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय साहित्य के क्षेत्र में सर्वोच्च सम्मान माना जाता है। यह पुरस्कार 1961 में भारतीय ज्ञानपीठ ट्रस्ट द्वारा स्थापित किया गया था और इसे उन लेखकों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने भारतीय भाषाओं में साहित्यिक योगदान के माध्यम से अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हैं। अब तक, कई प्रतिष्ठित लेखक इस पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं। आइए, भारत के ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेताओं की सूची और उनके योगदान पर एक नजर डालते हैं।
प्रथम भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार किसे मिला?
ज्ञानपीठ पुरस्कार के पहले विजेता मलयालम भाषा के महान लेखक जी. शंकर कुरुप थे, जिन्हें 1965 में यह पुरस्कार दिया गया था। उनकी काव्य रचनाएं भारतीय साहित्य में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं।
इसके बाद, 1966 में कन्नड़ साहित्य के महत्वपूर्ण लेखक वी. के. गोपालकृष्ण अय्यर को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। कन्नड़ साहित्य को समृद्ध करने में उनका योगदान अमूल्य है।
भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार के प्रमुख विजेता
- शिवराम कारंत (1977) - कन्नड़ साहित्य के महान उपन्यासकार और नाटककार।
- क़ाज़ी नजरुल इस्लाम (1974) - बांग्ला भाषा के प्रसिद्ध कवि जिन्हें "विद्रोही कवि" के नाम से जाना जाता है।
- सुभाष मुखोपाध्याय (1991) - बांग्ला साहित्य में उनकी कविताएँ और गीत अद्वितीय हैं।
- महेन्द्र भट्ट (1992) - हिंदी साहित्य के महान कवि और आलोचक।
- गिरीश कर्नाड (1998) - कन्नड़ और हिंदी नाटककार, जिन्होंने आधुनिक नाटक लेखन में क्रांति ला दी।
हिंदी साहित्य के ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता
हिंदी साहित्य के क्षेत्र में भी कई साहित्यकारों ने ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त किया है। इनमें से कुछ प्रमुख नाम निम्नलिखित हैं:
- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' (1978) - उनकी कविताएँ और साहित्यिक लेखन भारतीय साहित्य की धरोहर हैं।
- हज़ारीप्रसाद द्विवेदी (1973) - उनकी रचनाओं में भारतीय संस्कृति और परंपराओं की गहरी झलक मिलती है।
- नागार्जुन (1991) - जनमानस के कवि, जिन्होंने समसामयिक विषयों पर कविताएं लिखी।
- महादेवी वर्मा (1982) - हिंदी साहित्य की महान कवयित्री, जिन्हें छायावादी युग का स्तम्भ कहा जाता है।
- कुंवर नारायण (2005) - समकालीन हिंदी कविता के एक अद्वितीय कवि।
ज्ञानपीठ पुरस्कार के सभी विजेताओं की सूची यहां देखें
Year | Jnanpith Award Winners | Language | |
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1965 | G. Sankara Kurup | Malayalam | |
1966 | Tarashankar Bandopadhyaya | Bengali | |
1967 | Kuppali Venkatappagowda Puttappa | Kannada | |
1967 | Umashankar Joshi | Gujarati | |
1968 | Sumitranandan Pant | Hindi | |
1969 | Firaq Gorakhpuri | Urdu | |
1970 | Viswanatha Satyanarayana | Telugu | |
1971 | Bishnu Dey | Bengali | |
1972 | Ramdhari Singh Dinkar | Hindi | |
1973 | Dattatreya Ramachandra Bendre | Kannada | |
1973 | Gopinath Mohanty | Oriya | |
1974 | Vishnu Sakharam Khandekar | Marathi | |
1975 | P. V. Akilan | Tamil | |
1976 | Ashapurna Devi | Bengali | |
1977 | K. Shivaram Karanth | Kannada | |
1978 | Sachchidananda Hirananda Vatsyayan ‘Ajneya’ | Hindi | |
1979 | Birendra Kumar Bhattacharya | Assamese | |
1980 | S. K. Pottekkatt | Malayalam | |
1981 | Amrita Pritam | Punjabi | |
1982 | Mahadevi Varma | Hindi | |
1983 | Masti Venkatesh Iyengar | Kannada | |
1984 | Thakazhi Sivasankara Pillai | Malayalam | |
1985 | Pannalal Patel | Gujarati | |
1986 | Sachidananda Routray | Oriya | |
1987 | Vishnu Vaman Shirwadkar | Marathi | |
1988 | Dr. C. Narayana Reddy | Telugu | |
1989 | Qurratulain Hyder | Urdu | |
1990 | Vinayaka Krishna Gokak | Kannada | |
1991 | Subhas Mukhopadhyay | Bengali | |
1992 | Naresh Mehta | Hindi | |
1993 | Sitakant Mahapatra | Oriya | |
1994 | U. R. Ananthamurthy | Kannada | |
1995 | Dr. M. T. Vasudevan Nair | Malayalam | |
1996 | Mahasweta Devi | Bengali | |
1997 | Ali Sardar Jafri | Urdu | |
1998 | Girish Karnad | Kannada | |
1999 | Gurdial Singh | Punjabi | |
1999 | Nirmal Verma | Hindi | |
2000 | Indira Goswami | Assamese | |
2001 | Rajendra Keshavlal Shah | Gujarati | |
2002 | D. Jayakanthan | Tamil | |
2003 | Vinda Karandikar | Marathi | |
2004 | Rehman Rahi | Kashmiri | |
2005 | Kunwar Narayan | Hindi | |
2006 | Ravindra Kelekar | Konkani | |
2006 | Satya Vrat Shastri | Sanskrit | |
2007 | Dr. O. N. V. Kurup | Malayalam | |
2008 | Akhlaq Mohammed Khan | Urdu | |
2009 | Amar Kant | Hindi | |
2009 | Shrilal Shukla | Hindi | |
2010 | Chandrashekhara Kambara | Kannada | |
2011 | Pratibha Ray | Oriya | |
2012 | Ravauri Bharadwaja | Telegu | |
2013 | Kedarnath Singh | Hindi | |
2014 | Bhalchandra Nemade | Marathi | |
2015 | Dr. Raghuvir Chaudhari | Gujarati | |
2016 | Shanka Ghosh | Bengali | |
2017 | Krishna Sobti | Hindi | |
2018 | Amitav Ghosh | English | |
2019 | Akkitham Achuthan Namboothiri | Malayalam | |
2021 | Nilamani Phookan | Assamese | |
2022 | Damodar Mauzo | Konkani |
हाल के वर्षों में भी कई साहित्यकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार से नवाजा गया है। अमिताव घोष (2018) अंग्रेजी भाषा के पहले लेखक थे जिन्हें इस प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया। वहीं, 2019 में अक्किथम अच्युतन नंबूदरी को मलयालम साहित्य में उनके अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया। 2020 में हिंदी की प्रख्यात लेखिका मृदुला गर्ग को भी इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
गौरतलब है कि ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय साहित्य का उच्चतम सम्मान है, और इसे पाने वाले साहित्यकारों ने अपने-अपने भाषाई और सांस्कृतिक संदर्भ में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह पुरस्कार न केवल उनके लेखन की गुणवत्ता को सम्मानित करता है, बल्कि भारतीय साहित्य को वैश्विक स्तर पर भी मान्यता दिलाता है।