National Mango Day 2024: आम भारत का राष्ट्रीय फल है और इसका भारतीय संस्कृति और समाज में विशेष स्थान है। इसी प्रेम और महत्व को सम्मान देने के लिए भारत में हर साल 22 जुलाई को राष्ट्रीय आम दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य आम के प्रति भारतीयों के अनन्य प्रेम को सेलिब्रेट करना और इस अद्भुत फल के लाभों और विविधताओं के बारे में जागरूकता फैलाना है।
आम का इतिहास और महत्व
आम का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। यह फल दक्षिण एशिया, विशेषकर भारत में उत्पन्न हुआ माना जाता है। प्राचीन भारतीय ग्रंथों और साहित्य में आम का उल्लेख मिलता है। आम का संस्कृत नाम 'आम्र' है और इसे 'फलों का राजा' कहा जाता है। इतिहासकारों के अनुसार, आम की खेती भारत में 4000 साल पहले शुरू हुई थी।
आम न केवल स्वाद में अद्वितीय है, बल्कि इसके पोषण और स्वास्थ्य लाभ भी अनगिनत हैं। इसमें विटामिन ए, सी, और डी के साथ-साथ फाइबर, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। आम का सेवन दृष्टि, पाचन और त्वचा के लिए फायदेमंद होता है।
राष्ट्रीय आम दिवस का उद्देश्य
राष्ट्रीय आम दिवस का मुख्य उद्देश्य आम की विभिन्न किस्मों, उसके पोषण मूल्य और भारतीय संस्कृति में इसके महत्व को जन-जन तक पहुंचाना है। इस दिन, देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जैसे:
- आम महोत्सव: विभिन्न शहरों और गांवों में आम महोत्सव का आयोजन होता है, जहां आम की विभिन्न किस्मों की प्रदर्शनी लगाई जाती है। इस महोत्सव में लोग अलग-अलग प्रकार के आम का स्वाद लेते हैं और आम से बने व्यंजनों का आनंद उठाते हैं।
- कृषि जागरूकता कार्यक्रम: किसानों को आम की खेती के बारे में नवीनतम जानकारी और तकनीक से अवगत कराया जाता है। इससे उन्हें अपनी फसलों की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलती है।
- शैक्षिक कार्यक्रम: स्कूलों और कॉलेजों में आम के विषय में विभिन्न प्रतियोगिताओं और कार्यशालाओं का आयोजन होता है। बच्चे और युवा आम की पौष्टिकता और इसके ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारियाँ प्राप्त करते हैं।
- खेल और मनोरंजन: आम खाने की प्रतियोगिताओं, आम के पेड़ पर चढ़ने की प्रतियोगिताओं और अन्य खेलों का आयोजन होता है, जो इस दिन को और भी मजेदार बनाते हैं।
आम की विविधताएं
भारत में आम की कई किस्में पाई जाती हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख किस्में इस प्रकार हैं:
- अल्फांसो: इसे 'हापुस' के नाम से भी जाना जाता है। यह अपनी मिठास और मलाईदार बनावट के लिए प्रसिद्ध है। अल्फांसो महाराष्ट्र का एक महत्वपूर्ण निर्यात उत्पाद है।
- दशहरी: उत्तर प्रदेश का यह आम अपने मधुर और रसदार स्वाद के लिए जाना जाता है। इसे आमतौर पर जून के महीने में बाजार में देखा जा सकता है।
- लंगड़ा: यह आम बनारस का प्रसिद्ध आम है और इसके स्वाद में हल्की खट्टास होती है। इसकी सुगंध और स्वाद अद्वितीय होते हैं।
- केसर: गुजरात का यह आम अपनी सुंदर केसरिया रंगत और मीठे स्वाद के लिए जाना जाता है। इसे 'गिर केसर' के नाम से भी जाना जाता है।
- बादामी: इसे 'कर्नाटक का अल्फांसो' भी कहा जाता है। इसका स्वाद और बनावट अल्फांसो के समान होती है।
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