16 जुलाई से जुड़ा भारतीय इतिहास (History of 16 July)

16 July History: आज ही के दिन 16 जुलाई 1856 को हिंदू विधवा पुनर्विवाह अधिनियम 1856 को कानूनी मान्यता मिली। इस अधिनियम, जिसे अधिनियम XV, 1856 के रूप में भी जाना जाता है, ने ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकार क्षेत्र (31 दिसंबर, 1600) में आने वाले सभी क्षेत्रों में हिंदू विधवाओं के पुनर्विवाह को वैध बना दिया। यह अधिनियम समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर के अथक प्रयासों के कारण बनाया गया था।

16 जुलाई से जुड़ा भारतीय इतिहास (History of 16 July)

आज के इस लेख में हम आपको 16 जुलाई से जुड़े इतिहास के बारे में बता रहे हैं। जानिए इस दिन से जुड़ी प्रमुख ऐतिहासिक घटनाएं कौन सी है। साथ ही हम ये भी जानेंगे कि 16 जुलाई को किन प्रमुख हस्तियों का जन्म हुआ था और किनकी मृत्यु हुई थी।

16 जुलाई से जुड़ा भारतीय इतिहास

1661- स्वीडिश बैंक ने 16 जुलाई 1661 में यूरोप में पहला नोट जारी किया।
1856- हिंदू विधवाओं के पुनर्विवाह को 16 जुलाई 1856 में कानूनी मान्यता मिली।
1896- भारतीय प्रसिद्ध मजदूर नेता, राजकीय अधिकारी, नॉर्वीयन राजनीतिज्ञ तथा जाने माने लेखक ट्रीगवी ली का जन्‍म 16 जुलाई 1896 को हुआ।
1909- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाली प्रमुख महिलाओं में से एक अरुणा आसफ़ अली का जन्‍म 16 जुलाई 1909 को हुआ।
1917- प्रसिद्ध नाटककार जगदीशचन्द्र माथुर का जन्‍म 16 जुलाई 1917 को हुआ।
1926- नेशनल जियोग्राफिक ने 16 जुलाई 1926 को पहली बार समुद्र के भीतर के दृश्यों का प्राकृतिक रंगीन फोटों निकाली।
1950- फुटबॉल विश्व कप के चौथे संस्करण के फाइनल में 16 जुलाई 1950 को ब्राजील को हरा उरुगवे चैंपियन बना।
भारतीय हॉकी कप्तान धनराज पिल्लै का जन्‍म 16 जुलाई 1968 को हुआ।
1969- अपोलो-11 यान से 16 जुलाई 1969 में चंद्रमा पर पहुंचने वाले बज एल्ड्रिन पहले व्यक्ति बने और उनके चांद पर पहले कदम की फोटो प्रसारित हुई।
1981- भारत ने 16 जुलाई 1981 में परमाणु परीक्षण किया।
1984- बालीवुड अभिनेत्री कटरीना कैफ का जन्‍म 16 जुलाई 1984 को हुआ।
2005- प्रसिद्ध कन्नड़ नाटककार के. वी. सुबन्ना का निधन 16 जुलाई 2005 को हुआ।
2015- 16 जुलाई 2015 में वैज्ञानिकों ने प्लूटो ग्रह की क्लोज़-अप तस्वीरें जारी की।

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English summary
16 July History: On this day, 16 July 1856, the Hindu Widow Remarriage Act 1856 got legal recognition. This act, also known as Act XV, 1856, legalized the remarriage of Hindu widows in all areas that came under the jurisdiction of the East India Company (December 31, 1600). This act was made due to the tireless efforts of the social reformer Ishwar Chandra Vidyasagar.
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