कौन है श्रीकांत बोला? भारत के पहले दृष्टिबाधित हीरो, अंतरराष्ट्रीय छात्र और उद्योगपति

श्रीकांत बोल्ला एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और संकल्प के बल पर अनेक बाधाओं को पार करते हुए सफलता प्राप्त की है। श्रीकांत बोल्ला ने अपने जीवन में जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वे हमें यह सिखाती हैं कि विकलांगता हमारे सपनों की राह में बाधा नहीं बन सकती। उनके संघर्ष और सफलता की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणा स्रोत है।

श्रीकांत ने यह साबित किया है कि अगर आपके अंदर दृढ़ संकल्प और मेहनत करने की क्षमता है, तो आप किसी भी कठिनाई को पार कर सकते हैं और अपनी मंजिल तक पहुंच सकते हैं। उनका जीवन एक मिसाल है कि किसी भी परिस्थिति में हार मानने के बजाय अपने सपनों को साकार करने के लिए मेहनत करनी चाहिए।

कौन है श्रीकांत बोला? भारत के पहले दृष्टिबाधित हीरो, अंतरराष्ट्रीय छात्र और उद्योगपति

प्रारंभिक जीवन

श्रीकांत बोल्ला का जन्म 7 जुलाई 1992 को आंध्र प्रदेश के एक छोटे से गांव में हुआ था। उनका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था और वे एक छोटे किसान के घर में पले-बढ़े। श्रीकांत जन्म से ही नेत्रहीन थे, जिससे उनके सामने बचपन से ही अनेक चुनौतियाँ खड़ी हो गईं। उनके परिवार और समाज ने उनकी विकलांगता को उनके लिए एक बड़ी बाधा माना, लेकिन श्रीकांत ने इसे अपने सपनों की ओर बढ़ने का एक अवसर बनाया।

शिक्षा और प्रारंभिक संघर्ष

श्रीकांत की शिक्षा की यात्रा भी आसान नहीं रही। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गाँव के ही एक स्कूल में हुई, जहाँ उन्हें विशेष सहूलियतें नहीं मिलती थीं। बावजूद इसके, उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। श्रीकांत ने अपने शिक्षा के सफर में अनेक कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

उच्च शिक्षा और MIT

श्रीकांत ने 10वीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त किए और उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने अपने परिवार और शिक्षकों से काफी सहयोग प्राप्त किया। उनका सपना था कि वे बड़े होकर कुछ ऐसा करें जिससे न केवल वे स्वयं सफल हों बल्कि समाज में भी कुछ बदलाव ला सकें। अपने सपने को साकार करने के लिए उन्होंने अमेरिका के मशहूर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में प्रवेश लिया।

MIT में प्रवेश पाना उनके लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं था। यह उनकी कड़ी मेहनत, संकल्प और अद्वितीय प्रतिभा का परिणाम था। MIT में उन्होंने अपने शिक्षा को और अधिक व्यापकता दी और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में खुद को निखारा।

बोलैंट इंडस्ट्रीज की स्थापना

अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद श्रीकांत ने भारत लौटकर एक कंपनी की स्थापना की जिसका नाम उन्होंने बोलैंट इंडस्ट्रीज रखा। बोलैंट इंडस्ट्रीज एक सामाजिक उद्यम है जिसका उद्देश्य दिव्यांग जनों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न करना है। श्रीकांत ने अपनी कंपनी के माध्यम से अनेक दिव्यांग व्यक्तियों को रोजगार प्रदान किया और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद की।

बोलैंट इंडस्ट्रीज ने अपने विभिन्न उत्पादों के माध्यम से बाजार में अपनी पहचान बनाई है। इस कंपनी ने श्रीकांत की नेतृत्व में अनेक सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का समाधान किया है।

पुरस्कार और सम्मान

श्रीकांत बोल्ला को उनकी उपलब्धियों और समाज में उनके योगदान के लिए अनेक पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। उन्होंने अपनी विकलांगता को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया और अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत के बल पर समाज के लिए एक मिसाल कायम की है।

उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिसमें से कुछ प्रमुख पुरस्कार इस प्रकार हैं:

  • फोर्ब्स 30 अंडर 30: 2017 में, श्रीकांत को फोर्ब्स इंडिया की '30 अंडर 30' सूची में शामिल किया गया।
  • मेडल ऑफ एक्सीलेंस: उन्हें 'मेडल ऑफ एक्सीलेंस' से नवाजा गया, जो उनके अद्वितीय योगदान को मान्यता देता है।
  • राष्ट्रीय पुरस्कार: भारत सरकार ने भी उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है।

प्रेरणादायक व्यक्तित्व

श्रीकांत बोल्ला की कहानी केवल एक व्यक्ति की सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि यह प्रेरणा की भी कहानी है। उन्होंने अपने जीवन के हर मोड़ पर साबित किया है कि अगर संकल्प मजबूत हो और मेहनत का साथ हो तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। उनके जीवन की कहानी हमें यह सिखाती है कि चुनौतियां हमें मजबूत बनाती हैं और अगर हम उन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हों तो सफलता हमारे कदम चूमती है।

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English summary
Srikanth Bolla is an inspirational personality who has overcome many obstacles and achieved success through his hard work and determination. The achievements that Srikanth Bolla has made in his life teach us that disability cannot become an obstacle in the path of our dreams. His story of struggle and success is a source of inspiration for everyone.
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