एलएलएम इन लेबर लॉ 2 साल की अवधि के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स है, जो कि लॉ के इच्छुक छात्र अपनी एलएलबी पूरी करने के बाद कर सकते हैं। बता दें कि इस कोर्स का उद्देश्य आवेदकों को सामान्य स्वतंत्रता दिखाना है जो उन्हें कार्य कानून के उल्लंघन के उदाहरणों को समझने में सहायता करता है।
चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको एलएलएम लेबर लॉ से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी से अवगत कराएंगे कि आखिर लेबर लॉ में एलएलएम करने के लिए एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए। इसका एडमिशन प्रोसेस क्या है, इसके लिए प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम कौन से हैं, इसे करने के बाद आपके पास जॉब प्रोफाइल क्या होंगी और उनकी सैलरी क्या होगी। भारत में एलएलएम लेबर लॉ कोर्स करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं और उनकी फीस क्या है।
• कोर्स का नाम- एलएलएम लेबर लॉ
• कोर्स का प्रकार- पोस्ट ग्रेजुएशन
• कोर्स की अवधि- 2 साल
• पात्रता- ग्रेजुएशन+एलएलबी, बीएएलएलबी
• एडमिशन प्रोसेस- एंट्रेंस एग्जाम
• कोर्स फीस- 40,000 से 8 लाख तक
• अवरेज सैलरी- 3.50 से 18 लाख तक
• जॉब प्रोफाइल- कानूनी सलाहकार, अनुबंध प्रबंधक, विधि कार्यालय प्रबंधक, आपराधिक वकील।
• जॉब फील्ड- ट्राइलीगल, ओयो, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, एचडीएफसी, पीडब्ल्यूसी, नौकरी, एस्सार ऑयल एंड गैस, तलवार ठाकरे एंड एसोसिएट्स, पीएंडडब्ल्यू लॉ ऑफिस और टाटा स्टील।
एलएलएम लेबर लॉ: पात्रता
- उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन+ एलएलबी या बीएएलएलबी में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के एलएलबी डिग्री में कुल मिलाकर कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों में सीट सुरक्षित करने के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा जैसे क्लैट-पीजी/एआईएलईटी/डीयू एलएलएम/एमएचसीईटी कानून/एलएसएटी में किसी एक को भी उत्तीर्ण करना चाहिए।
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों को अनिवार्य प्रक्रिया के रूप में पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 5% छूट प्रदान की जाती है।
एलएलएम लेबर लॉ: प्रवेश प्रक्रिया
किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में एलएलएम लेबर लॉ कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, उम्मीदवारों को एंट्रेंस एग्जाम देने की आवश्यकता होती है। एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के बाद पर्सनल इंट्रव्यू होता है और यदि उम्मीदवार उसमें अच्छा स्कोर करते हैं, तो उन्हें स्कोलरशिप भी मिल सकती है।
एलएलएम लेबर लॉ के लिए भारत के टॉप कॉलेजों द्वारा अपनाई जाने वाली एडमिशन प्रोसेस निम्नलिखित है
चरण 1: रजिस्ट्रेशन
- उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं।
- ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है।
- मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें।
- क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें।
चरण 2: एंट्रेंस एग्जाम
यदि उम्मीदवार एलएलएम लेबर लॉ में एडमिशन लेने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी का लक्ष्य रखते हैं, तो उनके लिए एंट्रेंस एग्जाम क्रेक करना अत्यंत आवश्यक है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरी हो जाने के बाद एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। जिसमें की एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित सभी जानकारी दी जाती है जैसे कि एग्जाम कब और कहां होगा, आदि।
बता दें कि एलएलएम लेबर लॉ के लिए एडमिशन प्रोसेस क्लैट-पीजी/एआईएलईटी/डीयू एलएलएम/एमएचसीईटी कानून/एलएसएटी आदि जैसे एंट्रेंस एग्जाम पर निर्भर करती है। योग्य उम्मीदवारों का चयन आगे इंट्रव्यू के आधार पर किया जाता है।
चरण 3: एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट
एंट्रेंस एग्जाम हो जाने के कुछ दिन बाद उसका रिजल्ट घोषित किया जाता है जिसके लिए, छात्रों को नियमित रूप से विश्वविद्यालय की वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडल की जांच करके खुद को अपडेट रखना चाहिए।
चरण 4: इंट्रव्यू एंड एनरोलमेंट
- एंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा इंट्रव्यू में उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा - या तो ऑनलाइन (स्काइप, गूगल मीट, ज़ूम) या ऑफ़लाइन छात्रों को यूनिवर्सिटी परिसर में बुलाकर।
- इस दौरान, अन्य सभी एलिजिबिली क्राइटेरिया को क्रॉस चेक किया जाता है और यदि छात्र इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उन्हें लेबर लॉ में एलएलएम का अध्ययन करने के लिए एडमिशन दिया जाता है।
एलएलएम लेबर लॉ: सिलेबस
फर्स्ट ईयर
- श्रम कानून
- अपराध
- पारिवारिक कानून
- टोर्ट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट का कानून
- साक्ष्य का कानून
- संविधानिक कानून
- व्यावसायिक नैतिकता
- मध्यस्थता, सुलह और वैकल्पिक
- पर्यावरण कानून
- कानूनी लेखन कंपनी कानून
- विधियों की व्याख्या
सेकेंड ईयर
- सिविल प्रक्रिया संहिता (सीपीसी)
- न्यायशास्र
- दंड प्रक्रिया संहिता
- मानवाधिकार और अंतर्राष्ट्रीय कानून
- संपत्ति कानून सहित संपत्ति हस्तांतरण अधिनियम
- प्रशासनिक कानून
- सीलिंग और अन्य स्थानीय कानूनों सहित भूमि कानून
- कानूनी सहायता में व्यावहारिक प्रशिक्षण
- अनुबंध का कानून
- व्यावहारिक प्रशिक्षण - मूट कोर्ट
- व्यावहारिक प्रशिक्षण - प्रारूपण
एलएलएम लेबर लॉ: टॉप कॉलेज और उनकी फीस
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय- फीस 50,000 - 1,00000
- कलकत्ता विश्वविद्यालय- फीस 40,000 - 80,000
- उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय- फीस 50,000 - 80,000
- पंजाब विश्वविद्यालय- फीस 60,000 - 100,000
- नेशनल लॉ स्कूल, बंगलौर- फीस 40,000 - 80,000
- फेक्लटी ऑफ लॉ कॉलेज जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी- फीस 50,000 - 90,000
- राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय- फीस 40,000 - 80,000
- गुजरात राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय- फीस 50,000 - 90,000
- राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय- फीस 50,000 - 85,000
- राजीव गांधी विश्वविद्यालय कानून- फीस 50,000 - 100,000
- सरकारी लॉ कॉलेज- फीस 40,000 - 80,000
एलएलएम लेबर लॉ: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
- क्रिमिनल वकील- सैलरी 2 से 30 लाख तक
- लीगल एनालिस्ट- सैलरी 3 से 10 लाख तक
- जज - सैलरी 15 से 40 लाख तक
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पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन कॉर्पोरेट लॉ में करियर (Career in PG Diploma in Corporate Law)