Maharana Pratap Quotes in Hindi: राजपुत राजाओं और महान योद्धाओं में महाराणा प्रताप एक ऐसे राजपुत राजा थे, जिनका नाम पूरे सम्मान के साथ लिया जाता है। उनकी वीरता और बलिदान के लिए हर साल देश में उनकी जन्म जयंती और पूण्यतिथि मनाई जाती है। महाराणा प्रताप का व्यक्तित्व बेहद तेजस्वी था।
महाराणा प्रताप का पूरा नाम महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया था। उन्हें बचपन में कीका के नाम से भी बुलाया जाता था। महाराणा प्रताप सिंह का जन्म 9 मई 1540 को कुंभलगढ़ में राणा उदय सिंह द्वितीय और रानी जीवन कंवर के घर हुआ था।महाराणा प्रताप का कद 7 फीट 5 इंच था।
राजस्थान में हल्दीघाटी का ऐतिहासिक युद्ध 18 जून 1576 को आमेर के राजा मान सिंह प्रथम के नेतृत्व में महाराणा प्रताप सिंह और अकबर की सेना के बीच लड़ा गया था। उन्होंने हल्दीघाटी के अलावा, देवर की लड़ाई के लिए भी प्रसिद्ध हैं। उन्होंने 1577, 1578 और 1579 में मुगल बादशाह अकबर को तीन बार हराया था। आज उनकी जन्म जयंती के अवसर पर जानें उनके अनमोल विचार, प्रेरणादायक विचार, कोट्स, शुभकामनाएं, संदेश को-
- सम्मानहीन मनुष्य एक मृत व्यक्ति के सामान होता है।
- जो दृढ़ राखे धर्म को तिही राखे करतार जो इण धर्म रो पालन करे वो हे मेवाड़ी सरदार।
- शत्रु भी सफल और शौर्यवान व्यक्ति के ही होते है।
- जो सुख में अतिप्रसन्न और विपत्ति से डर कर झुक जाते है, उन्हें ना ही सफलता मिलती है और न ही इतिहास में जगह।
- यदि सर्प से प्रेम रखोगे तो भी वो अपने स्वभाव के अनुसार ही डसेगा।
- परिश्रम तब तक करते रहो जब तक तुम्हें तुम्हारी मंजिल नहीं मिल जाती।
- अपने देश का गौरव, अपनी मान-मर्यादा और आत्मसम्मान से बढ़कर किसी चीज़ को कीमती नहीं समझना चाहिए।
- जब मनुष्य का इरादा नेक और मजबूत होता है, तो उनका विजय निश्चित है।
- कष्ट, विपत्ति और संकट हमारे जीवन को मज़बूत और अनुभवी बनाते हैं। इनसे घबराना या दूर भागना नहीं चाहिए बल्कि धैर्य और प्रसन्नतापूर्वक इनका सामना करना चाहिए।
- अपने और अपने परिवार के अलावा जो अपने राष्ट्र के बारे मे सोचे वोही सच्चा नागरिक होता है।
- यह संसार कर्मवीरों की ही सुनता है। अतः अपने कर्म के मार्ग पर अडिग और प्रशस्त रहे।
- समय बहुत बलवान होता है। यह एक राजा को भी घास की रोटियां खिला सकता है।
- अन्याय एवं अधर्म का विनाश करना पूरे मानव जाति का कतर्व्य है।
- सत्य, परिश्रम और धर्ये सुखमय जीवन के साधन हैं।
- अन्याय के प्रतिकार के लिए हिंसा जरूरी है।
- जो मनुष्य अपने कतर्व्य और इस सृष्टि के कल्याण के लिए सदैव प्रयत्नरत रहता है, उस मनुष्य को युग युगांतर तक स्मरण रखा जाता है।
- अपने अच्छे समय में अपने कर्म को इतना विश्वासपात्र बना लो, जिससे बुरे वक्त में भी कर्म द्वारा आप बुरे समय को भी अच्छा समय बना सको।
- भले ही हल्दीघाटी के युद्ध ने मेरा सर्वस्व छीन लिया हो, परन्तु इसी युद्ध ने मेरे गौरव और शान को बढ़ा दिया है।
- जो मनुष्य विकट से विकट परिस्थितियों में भी झुकते नहीं है, हार नहीं मानते, वह हार कर भी जीत जाते हैं।
- अपनो से बड़ों के आगे झुक कर समस्त संसार को झुकाया जा सकता है।
महाराणा प्रताप के प्रेरणादायक विचार
- मनुष्य अपने कठीन परिश्रम और कष्टों से ही अपने नाम को अमर कर सकता है।
- प्रत्येक मनुष्य का गौरव एवं आत्मसम्मान उसकी सबसे बड़ी कमाई होती है। अतः सदा इनकी रक्षा करनी चाहिए।
- मातृभूमि और अपनी माँ में तुलना करना और अंतर समझना निर्बल और मुर्खों का काम है।
- नित्य, अपने लक्ष्य, परिश्रम और आत्मशक्ति को याद करने पर सफलता का मार्ग सरल हो जाता है।
- अपनी कीमती जीवन को सुख और आराम की जिन्दगी बनाकर नष्ट करने से बेहतर है कि इसे अपने राष्ट्र कि सेवा में लगा दो।
- एक शासक का पहला कर्तव्य अपने राज्य का गौरव और सम्मान बचाने का होता है।