Bhagat Singh Jayanti 2024: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महान क्रांतिकारी हैं शहीद भगत सिंह। शहीद-ए-आजम भगत सिंह ने अपनी देशभक्ति और साहस से अंग्रेजी शासन को चुनौती दी और अपने जीवन को देश के लिए समर्पित कर दिया। आज, शहीद भगत सिंह की जन्म जयंती पर उनके योगदान और वीरता को याद करना हमारे लिए गर्व की बात है।
हर भारतीय खासतौर पर युवाओं के लिए भगत सिंह का जीवन बेहद प्रेरणादायक है। उन्होंने अपने विचारों और साहस से अंग्रेजी के खिलाफ लड़ने का प्रण लिया। भगत सिंह ने न केवल अपने देश के लिए बलिदान दिया, बल्कि अपने विचारों और कर्मों से युवाओं को देशभक्ति का सन्देश भी दिया। आज, भगत सिंह की जन्मजयंती पर उनके साहस और भारत स्वतंत्रता के लिए उनके बलिदान को याद करने का खास दिन है।
स्कूलों में शहीद सरदार भगत सिंह जयंती पर भाषण देने जा रहे हैं, तो इस लेख से संदर्भ ले सकते हैं। यहां उनके जीवन, स्वतंत्रता संग्राम में योगदान और बलिदान पर आधारित तीन भाषण विकल्प प्रस्तुत किए जा रहे हैं। भगत सिंह जयंती पर भाषण स्कूल के बच्चों के लिए सरल और प्रभावी हैं।
Bhagat Singh Speech in Hindi| शहीद भगत सिंह पर भाषण कैसे तैयार करें?
इन तीन भाषणों के माध्यम से, स्कूल के बच्चे शहीद भगत सिंह के जीवन, उनके विचारों और उनके अद्वितीय बलिदान के बारे में आसानी से समझ सकते हैं। यहां दिये गये भगत सिंह पर भाषण प्रारूप से संदर्भ लेकर अपने भाषण के बिंदुओं के साथ जोड़ सकते हैं।
100 शब्दों में शहीद भगत सिंह पर भाषण
नमस्ते!
आज देश के महान स्वतंत्रता सैनानी शहीद भगत सिंह की जन्म जयंती के अवसर पर हम एकत्र हुए हैं। मैं आप सबको शहीद भगत सिंह के बारे में बताने जा रहा/रही हूं। भगत सिंह एक वीर स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने मात्र 23 साल की उम्र में अपने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनके द्वारा दिया गया नारा "इंकलाब ज़िंदाबाद" आज भी हर भारतीय के दिलों में गूंजता है। वे अपनी आखिरी सांस तक ब्रिटिश शासन के खिलाफ अद्वितीय संघर्ष और साहस के साथ लड़ते रहें। भगत सिंह ने हमें सिखाया कि देशभक्ति और स्वतंत्रता के लिए हमें अपने जीवन की परवाह नहीं करनी चाहिये। आइए, इस दिन को उत्सव की भांति मनाएं और उनके बलिदान को याद करें। धन्यवाद!
200 शब्दों में शहीद भगत सिंह जयंती पर भाषण
नमस्कार!
यहां उपस्थित सभी शिक्षकों और मेरे सहपाठियों,
आज हम सभी यहां महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह को याद करने के लिए एकत्र हुए हैं। भगत सिंह अपनी छोटी उम्र में ही स्वतंत्रता संग्राम में एक अहम चेहरा रहें। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। वे निडर और साहसी थे। उनके मानना था कि जब तक देश स्वतंत्र नहीं होगा, तब तक हमें चैन से नहीं बैठना चाहिये।
भगत सिंह ने "लाहौर षड्यंत्र" और "साइमन कमीशन" जैसे आंदोलनों में भाग लिया। उनकी सबसे बड़ी विशेषता थी कि वे केवल हथियारों से नहीं, बल्कि विचारों से भी क्रांति लाना चाहते थे। उनका "इंकलाब जिंदाबाद" का नारा आज भी युवाओं में जोश भरता है। भगत सिंह को अंग्रेजों द्वारा फांसी की सजा दी गई, लेकिन उनके विचार और उनके बलिदान को कोई मिटा नहीं सका। हम सबको उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये और अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिये। धन्यवाद!
300 शब्दों में शहीद भगत सिंह पर भाषण
सुप्रभात!
आज हम शहीद भगत सिंह की जयंती पर उनके महान योगदान को याद करने के लिए एकत्र हुए हैं। भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को हुआ था। उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का महानायक माना जाता है। उन्होंने छोटी उम्र से ही अंग्रेजों के खिलाफ क्रांतिकारी गतिविधियों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था। भगत सिंह का मानना था कि ब्रिटिश शासन का अंत तभी होगा जब युवा देशभक्त आगे बढ़ेंगे।
भगत सिंह को उनके सबसे प्रसिद्ध नारा "इंकलाब ज़िंदाबाद" के लिए भी जाना जाता है। यह आज भी हमारी स्वतंत्रता की भावना को प्रकट करता है। भगत सिंह ने लाला लाजपत राय की मृत्यु के बाद ब्रिटिश अधिकारियों से बदला लिया और यही कारण था कि उन्हें गिरफ्तार किया गया।
फांसी की सजा सुनने के बाद भी वे निडर रहें और देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनकी वीरता और साहस की कहानियां हर भारतीय के दिल में बसी हुई है। भगत सिंह ने हमें सिखाया कि अपने देश की सेवा करना सबसे बड़ा कर्तव्य है। आज उनकी जयंती पर हम सभी यह प्रण लें कि हम उनके बताये मार्ग पर चलेंगे और देश की उन्नति के लिए कार्य करेंगे। धन्यवाद!