उत्तर प्रदेश सबसे अधिक जनसंखया वाला भारत का राज्य। उत्तर प्रदेश का नाम स्वतंत्रता से पहले यूनाइटेड प्रोविंस ऑफ ब्रिटिश इंडिया। स्वतंत्रता के बाद 1950 में इसका नाम बदल के उत्तर प्रदेश कर दिया गया। आज की तिथि की बात करें तो भारत में सबसे अधिक आर्मी में जाने वाले व्यक्ति उत्तर प्रदेश से आते है। इसी से आप समझ सकते हैं कि देश प्रेम की भावना तो इस राज्य में सदियों से चली आ रहीं है। जब भारत आजादी के लिए संघर्ष कर रहा था तो कई बड़े नेता थे जिन्होंने इस संघर्ष में एक अहम भूमिका निभाई। बात चाहें तब की हो या अभी की देश प्रेम तो इस राज्य ने हमेशा ही दिखाया है। जब भारत स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहा था। स्वतंत्रता संघर्ष चाहें 1857 का हो या 1946-47 वाला उत्तर प्रदेश हमेंशा आजादी के लिए लड़ता आया है। तब ऐसे कई सेनानी थे जिन्होंने इस संघर्ष में शामिल हो कर देश को आजदी दिलाने में अपना योगदान दिया। उत्तर प्रदेश भारतीय राजनीति का केंद्र हमेशा से ही था। इसी के साथ भारतीय स्वतमत्रता आंदोलनों का भी केंद्र रही है। कई आंदोलनों की शुरूआत और कई क्रांतियों की शुरूआत इस प्रदेश से हुई है। उनमें से कुछ के बारे में हम आज आपको बताने जा रहे हैं।
भारत इस साल अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मानाने जा रहा है। इस मधुर उपलक्ष में आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश के स्वतंत्रता सेनाना के बारे में-
1). रानी लक्ष्मी बाई
झांसी की रानी लक्ष्मी बाई के बारे में कौन नहीं जानता है। रानी लक्ष्मी बाई का जन्म 19 नवंबर 1823 में मणिकर्णिका के रूप में हुआ था। वह बचपन से ही बड़ी क्रांतिकारी थी। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ 1857 का विद्रोह लड़ा था।
2). मंगल पांडे
मंगल पांडे का जन्म नाग्वा जिले में हुआ था। वह एक बंगाल सेना में सैनिक थे। जब भारत में 1857 का विद्रोह की शुरूआत हुई तो उसमें मंगल पांडे ने एक अहम भूमिका निभाई थी। उन्हें 1857 के विद्रोह का नायक माना जाता था।
3). राम प्रसाद बिस्मिली
राम प्रसाद बिस्मिली का जन्म 11 जून 1897 में हुआ था। वह भारतीय कवि, लेखक और क्रांतिकारी थे। मुख्य तौर पर उन्हें मनीपूरी षड्यंत्र और काकोरी षड्यंत्र के लिए जाना जाता है। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए योगदान दिया।
4). राम मनोहर लोहिया
डॉ राम मनोहर लोहिय का जन्म 23 मार्च 1910 में हुआ था। एक राजनीतिज्ञ, लेखक और स्वतंत्रता सेनानी थे। मुख्य तौर पर उन्होंने भारत स्वतंत्रता संग्राम और भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया था। इन्होंने कास्ट सिस्टम और फॉरन पॉलिसी पर किताबें भी लिखी है।
5). चंद्रशेखर आजाद
चंद्रशेखर सीताराम तिवारी का जन्म 23 जुलाई 1906 में हुआ था। वह एक क्रांतिकारी थे। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 1920 में असहयोग आंदोलन की शुरूआत हुई है। उस दौरान आजाद 15 वर्ष के थे और उन्होंने इस आंदोलन में भाग लिया जिसके लिए उन्होंने गिरफ्तार किया गया था।