UP Govt School Education News Update: उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों के छात्र अब कोडिंग सीखेंगे। उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में लिए गये निर्णय के तहत प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के लगभग 50 लाख विद्यार्थियों को बुनियादी कोडिंग की शिक्षा प्रदान की जायेगी।
इसके अंतर्गत प्रदेश के कक्षा 6 से लेकर 8 तक के विद्यार्थी अब कोडिंग, कंप्यूटेशनल थिंकिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की अवधारणाओं को पढ़ एवं सीख सकेंगे। खबरों की मानें तो, राज्य सरकार द्वारा संचालित 45,000 से अधिक स्कूलों में अगले सत्र यानी 2024-25 से कक्षा छठीं से लेकर आठवीं तक के विद्यार्थियों के पाठ्यक्रमों में कोडिंग, कंप्यूटेशनल थिंकिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शामिल किया जायेगा।
स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एवं ट्रेनिंग यानी एससीईआरटी द्वारा कक्षा छठीं से लेकर आठवीं तक तीनों कक्षाओं के लिए किताबों का प्रारूप पहले ही तैयार कर लिया गया है। माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही पाठ्यक्रम में शामिल किये जाने वाले इन पुस्तकों का विमोचन करेंगे। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, पुस्तकों को अंतिम रूप देने के बाद, एससीईआरटी द्वारा मास्टर प्रशिक्षकों के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। इसके तहत शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जायेगा।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (State Council of Educational Research and Training) द्वारा विकसित किया गया यह पाठ्यक्रम मूल रूप से विज्ञान विषय में कोडिंग को एकीकृत करेगा। तकनीकी और प्रौद्योगिकी के इस बढ़ते दौर में कोडिंग और कंप्यूटर प्रोग्रामिंग छात्रों के व्यक्तित्व को विकसित करने में महत्वपूर्ण उपकरण बन गए हैं। दुनिया भर में प्रौद्योगिकी के महत्व और प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखते हुए, एनईपी-2020 के अंतर्गत कक्षा 6 के बाद से ही विद्यालयों में कोडिंग अवधारणाओं की शिक्षा को अनिवार्य कर दिया गया है।
क्या होगा पाठ्यक्रम में?
प्राप्त जानकारियों के अनुसार, यह पाठ्यक्रम राज्य के सरकारी विद्यालयों में कक्षा छठी से लेकर कक्षा आठवीं में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए डिजाइन किया गया है। इसके अंतर्गत, कक्षा छठीं के छात्र माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, सामान्य प्रोग्रामिंग और पायथन सहित आवश्यक कंप्यूटर विज्ञान अवधारणाओं को पढ़ेंगे। वहीं कक्षा सातवीं और आठवीं में पढ़ रहे विद्यार्थी के लिए पाठ्यक्रम को नेटवर्किंग, साइबर सुरक्षा, रिजनिंग, माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल, डेटा एनालिसिस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि विषयों को कवर करने के लिए डिजाइन किया जायेगा।