UP School Holidays: बात जब बोर्ड परीक्षा की आती है तो बच्चों में टेंशन पहले ही शुरू हो जाती है। वहीं कक्षा 12वीं में पढ़ रहे छात्रों के लिए तो चिंता की स्थिति अलग ही होती है। भले ही हम पूरी तरह से बच्चों पर दबाव न बनाएं लेकिन हमारे शब्द और अपने भविष्य को लेकर उनके सपने परीक्षा की तैयारी का दबाव बना ही देते हैं। इसी दबाव को खत्म करने के लिए यूपी सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है।
नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार स्कूलों की शिक्षा में कई नए बदलाव किए जा रहे हैं। छात्रों को अच्छी शिक्षा प्रदान करने और परीक्षा के दबाव को कम करने की नई योजनाएं बनाई जा रही है। इसी कड़ी में यूपी सरकार ने 12वीं कक्षा के छात्रों के बोर्ड परीक्षा के दबाव को कम करने के लिए निर्णय लिया है, जिसके बारे में आपको जानना जरूरी है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हाल में शिक्षा विभाग को नई शिक्षा नीति के नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क के तहत स्कूलों में होने वाली पढ़ाई के लिए नए नियम तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं। परीक्षा के दबाव को कम करने के लिए ये निर्णय लिया गया है।
अब शनिवार की भी होगी छुट्टी
जहां एक समय था कि कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को कम से कम छुट्टियों के साथ एक्स्ट्रा क्लास दी जाती थी, वहीं यूपी सरकार ने छात्रों के दबाव को कम करने के लिए रविवार के साथ अब शनिवार की छुट्टियों की घोषणा कर दी है। हालांकि महीने में केवल 2 शनिवार की ही छुट्टी दी जाएगी और अन्य दो शनिवार की 2 से ढाई घंटे की क्लास लगेगी।
सप्ताह में केवल 29 घंटे होगी पढ़ाई
नई शिक्षा नीति के तहत यूपी के सभी स्कूलों में अब सप्ताह में केवल 29 घंटों की पढ़ाई होगी। क्योंकि दो शनिवार की छुट्टी दी गई है तो उसके अनुसार क्लासेस केवल सोमवार से शुक्रवार 5 से 5:30 घंटे तक की ही होगी।
क्लासेस की समय सीमा घटाई
शनिवार की छुट्टियों के साथ क्लासेस की समय सीमा को घटना के फैसला भी लिया गया है। इसमें आम विषयों की अधिकतम समय सीमा 45 मिनट से घटाकर 35 मिनट किया जाएगा व प्रमुख विषयों की कक्षा 50 मिनट तक की कर दी जाएगी।
नई शिक्षा नीति के अनुसार बनाए गए नए नियम लागू होने के बाद उत्तर प्रदेश में स्कूली कक्षाओं की सामान्य समय अधिकतम 35 मिनट हो जाएगी।
इसी में आगे जोड़ते हुए हिंदी, हिंदी व्याकरण, अंग्रेजी व अंग्रेजी व्याकरण, विज्ञान, गणित आदि विषयों की कक्षा 40 से 50 मिनट की जाएगी।
बिना बस्ते की मिलेगी आनेकी छुट
भारी बस्ते से हर छात्र परेशान रहता है। पढ़ाई के बोझ के साथ बस्ते का बोझ भी छात्रों के लिए संभालना मुश्किल हो जाता है। इस बोझ से छात्रों को कुछ हद का छुटकारा दिलाने के लिए साल में 10 दिन अलग-अलग तिथियों को कुल 10 दिनों तक बिना बस्ते के आने की छूट मिलेगी।
बिना बस्ते के इन दिनों में छात्रों को मौखिक और प्रैक्टिकल के जरिए पढ़ाया जाएगा। इसमें छात्रों को पुस्तकों की आवश्यकता नहीं होगी।