UP Board Syllabus 2023: उत्तर प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन द्वारा पाठ्यक्रम में संशोधन किया गया है। बोर्ड द्वारा सिलेबस में एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में विनायक दामोदर सावरकर की जीवनी को भी शामिल किया गया है। सिलेबस में शामिल विषय को महत्व देते हुए बोर्ड ने ये भी बताया है कि इस विषय में पास होना भी अनिवार्य है।
बता दें की उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा सिलेबस में किये बदलाव में केवल वीर सावरकर ही नहीं बल्कि 50 महापुरुषों की जीवनी को भी शामिल किया गया है। ये बदलाव कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं की पाठ्यक्रम में किये गए है।
बोर्ड द्वारा उठाये इस कदम का मुख्य उद्देश्य भारत में योगदान देने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तियों की उपलब्धियों और संघर्षों से छात्रों को अवगत करवाना है। स्कूली शिक्षा के दौरान आज के छात्रों को ये जानना आवश्यक है कि जिस भारत देश में वह रह रहें है ये इन्हीं महान हस्तियों की देना है और छात्रों को उनके बारे में जानने को मिले और उनके द्वारा दी गई सिखों से सीख प्राप्त हो।
वीर सावरकर विषय में पास होना बना अनिवार्य
वीर सावरकर भारत के स्वतंत्रता सेना और समाज सुधारक थे। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बहुत अहम भूमिका निभाई थी। उनके योगदान और संघर्ष को कहानी बताने के लिए न केवल इस विषय को पाठ्यक्रम में शामिल किया है बल्कि इसे पास करने को अनिवार्यता बना दिया है। हालांकि, कक्षा 10वीं और 12वीं की मार्कशीट में इसे नहीं जोड़ा जा रहा है।
9वीं से 12वीं के पाठ्यक्रम में हुए बदलाव
कक्षा 9वीं से लेकर कक्षा 12वीं तक के पाठ्यक्रम में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संशोधन किया गया है। जिसमें कुल 50 महापुरुषों की जीवनी को जोड़ा गया है। लेकिन सवाल ये है कि किस कक्षा में क्या पढ़ाया जाएगा? क्योंकि संशोधन 9वीं से 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में किया गया है तो बच्चों के लिए ये जानना आवश्यक है। आइए आपको बताएं...
कक्षा 9वीं में क्या होगा खास
कक्षा 9वीं के पाठ्यक्रम में अब बच्चों को वीर सावरकर, चंद्रशेखर आजाद, बेगम हजरत महल, वीर कुंवर सिंह, बिरसा मुंडा, गौतमबुद्ध, ज्योतिबा फुले, ईश्वरचंद्र विद्यासागर, छत्रपति शिवाजी, श्रीनिवास रामानुजन, विनोबा भावे और जगदीश चंद्र बोस की जीवनी और संघर्षों को शामिल किया गया है।
कक्षा 10वीं के पाठ्यक्रम में किन महापुरुषों को दी जगह
कक्षा 10वीं के पाठ्यक्रम में महात्मा गांधी, मंगल पांडे, सुखदेव, लोकमान्य तिलक, रोशन सिंह, गोपाल कृष्ण गोखले, स्वामी विवेकानंद और खुदी राम बोस की जीवनी और संघर्षों को शामिल किया गया है।
कक्षा 11वीं में किन महापुरुषों को किया गया शामिल
बोर्ड द्वारा कक्षा 11वीं के पाठ्यक्रम में शहीद भगत सिंह, डॉ भीमराव अंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल, राजा राममोहन राय, सरोजिनी नायडू, नाना साहब, राम प्रसाद बिस्मिल, पं दीनदयाल उपाध्याय, महावीर जैन, महामना मदन मोहन मालवीय, अरविंद घोष, महर्षि पतंजलि, सुश्रुत और होमी जहांगीर भाभा की जीवनी को शामिल किया गया है।
कक्षा 12वीं का संशोधित पाठ्यक्रम
यूपी बोर्ड द्वारा कक्षा 12वीं पाठ्यक्रम में रामकृष्ण परमहंस, रवींद्रनाथ टैगोर, लाल बहादुर शास्त्री, रानी लक्ष्मी बाई, राजगुरू, गणेश शंकर विद्यार्थी, महाराणा प्रताप, बंकिम चंद्र चटर्जी, गुरु नानक देव, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, आदिगुरू शंकराचार्य, आचार्य पाणिनि, आर्यभट्ट और सीवी रमन को शामिल किया गया है।